पत्रकारों पे आये दिन हमले,खाप की बिसात पे होनर किलिंग और फिरोती के लिये अगुवाही या फिर मर्डर तो होते ही आये हैं । हाल ही में हथियारों की नोक पर परिवार के सामने एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ हुए बलात्कार ने यू.पी. में आम आदमी की सुरक्षा और सरकार की कार्यप्रणाली पे प्रशन चिंह लगा दिया है ।
जी हां हम बात कर रहे हैं हाल ही में हुए बुलंदशहर के समीप नेशनल हाई वे पे हुए हथियारों की नोंक पर अपने परिवार के साथ जा रही महिला और उसकी नाबालिग पुत्री के साथ सामूहिक बलात्कार की । मध्य रात्री का समय था और परिवार बेबस । वो पारिवारिक समारोह मे शामिल होने के लिये कार से सफर कर रहे थे । मामला दिल्ली से मात्र 50 किलोमीटर दूरी का है ।
हालांकि वारदात के बाद स्थाननीय प्रशासन हरकत मे आया है और जांच और धड़-पकड़ जारी है । राज्य भर में सक्रिय हैं अपराधिक गतिविधियां । प्रशासनिक ढ़ील और राज्य के मंत्री एवं वरिष्ठ विधायक आजम खान की बेबाक बयान बाजी ने यू.पी. सरकार की कार्य-प्रणाली को आज संदेह के घेरे में ला खड़ा किया है ।
यू.पी. में विधान सभा चुनाव संभावित हैं । राजनैतिक दलों में सियासती उठा-पटक का दौर अभी जारी है । राज्य भर मे सक्रिय अपराधिक गतिविधियां कहीं न कहीं आगामी चुनावों में भारी पड़ सकती है मौजूदा सरकार पर ।
जरुरी है सरकार की कार्य-प्रणाली की आंतरिक समीक्षा......