राजधानी दिल्ली समेत लगभग देश के विभिन्न भागों में गणपति महोत्सव बड़ी धूम-धम से मनाया गया । मायानगरी मुंबई के तो मिजाज ही निराले थे । गली कूचों में छोटे-बड़े पंडालों में गणपति की गणपति की प्रतिमायें ।
10 दिन तक पूजा और ग्याहरवें दिन विसर्जन वो भी माकूल सुरक्षा इंतजामात एवं एयर पेट्रोलिंग के साथ । एक लहर मानो पूरा शहर ही गणपतिमय हो गया । ढोल - नगाड़ों की ताल पर झूमती भक्तों की भीड़ । मुह से बस एक ही आवाज गणपति बप्पा मोरया पुढचे बरस तू लौकरिया ।
गणपति आया और फिर चला गया अगले साल लौट कर आने का वायदा करके । हर बार की तरह इस बार के भी आकर्षण का केंद्र थे लालबाग का राजा और विभिन्न मंडलों के मन को मोहने वाले छोटे बड़े गणपति ।
पेश हैं एक झलक .......