मोदी ने दिया देशवासियों को 500 1000 का झटका । यानि कि अब नहीं चलेंगे 500 और 1000 रुप्ये के नोट । नई करेंसी प्रणाली को लागू करने के लिये बैंक और ए.टी.एम. की सार्वजनिक कार्यप्रणाली दो दिन के लिए बंद । केवल पेट्रोल पंप ,सी.एन.जी. फिलिंग स्टेशन, केमिस्ट शाप और सरकार द्वारा मानद कोपरेटिव स्टोर में ही चल पायेंगे पुराने 500 और 1000 के नोट वह भी सीमित समय के लिए।
खबर फैलते ही महा नगरों की सड़कों में मध्य रात्री के बावजूद भी नजर आई हलचल । पेट्रोल पंप और सी.एन.जी. फिलिंग स्टेशन पर लगी लंबी कतारों के चलते कहीं कहीं पर थोड़े समय के लिये ही सही हुआ चक्का जाम । कहीं लोग पेट्रोल पंप पे कर्मचारियों से उलझते नजर आये छुटटे के लिये । थोड़ा बहुत असर बजार भाव में भी नजर आया । दो चार दिन कि हलचल फिर वही सामान्य जिंदगी ।
अचानक लिये गये इस फैसले से आम आदमी को जरा सी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है लेकिन काले धन के खुलासे की संभावनायें कुछ हद तक बड़ गई हैं । साथ ही गल्त काम में इस्तेमाल किये जाने वाले पैसे पर भी रोक लगने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता । कुछ हद तक आतंकवाद से भी छुटकारा मिलेगा ।
जहां बुद्धिजीवी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले का स्वागत किया है वहीं विपक्ष याने कि कांग्रेस और उसके सहयोगी वामपंथी दलों ने तीव्र अलोचना की है । जहां आई.टी. टाइकोन नारायण मूरथी ने मोदी के इस फैसले को मास्टर स्ट्रोक बताया वहीं कांग्रेस के उप-अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसको अफरातफरी में लिया गया फैसला बताया है । तृनमूल कांग्रेस की ममता बेनर्जी और ओवासी भी कहां हैं पीछे ।
जहां तक आम आदमी का सवाल उसे अपनी मामूली करेंसी को बदलने के लिये बैंक दर बैक भटकना पड़ा । कुछ एक घंटों बैक की लाइन में लगने के बावजूद खाली हाथ लौटे कयोंकि बैक मे केश खत्म हो गया था ।
मोदी द्वारा लिये गये फैसले की समिक्षा और अंजामों का खुलासा तो समय के साथ हो ही जायेगा । आतंक की फेक्ट्री और काले धन का खुलासा भी समय रहते हो ही जायेगा । विचारणीय है तो बस आज । किसी ने सही कहा है कि कुछ पाने के लिये बहुत कुछ खोना ही पड़ता है ।