इस बार के बजट में महिलाओं और ग्रामीण तबके को रिझाने का भरपूर प्रयास किया गया है और कहीं ना कहीं यूथ का भी जिकर है । आयकरदाताओं के हाथ में भी लोली-पोप थमा दिया गया है । याने कि अब 3.00 लाख से 5.00 लाख रूप्ये सलाना आमदनी वाले करदाताओं को 10 की जगह 5 प्रतिशत कर देना पड़ेगा । 5 से 10 लाख स्लेब वालों के लिए 20 प्रतिशत और 10 लाख से उपर आतदनी वालों को भरना पड़ेगा अपनी आय का 30 प्रतिशत आयकर के रुप में भुगतान ।
फाहनेंस मिनिस्टर श्री अरुण जेतली ने किया 1 करोड़ ग्रामीण परिवार और 50000 ग्राम पंचायत के माध्यम से गारीबी उन्मूलन के लिये अंत्योदय मिशन का ऐलान । ग्रामीण स्तर पर अब खोले जायेंगे महीला शक्तिकरण केंद्र । कुषि ऋण का लक्ष्य अब 10 करोड़ रुप्ये होगा । साथ ही माननीय प्रधान-मंत्री द्वारा किये गये ऐलान के अनुसार 60 दिन की ब्याज मुकित बरकरार रहेगी ।उसी प्रकार फसल बीमा के लिये 5500 करोड़ रुप्ये का प्रवधान है ।
छोटे लघु और मघ्यम उदयोगों के लिये 50 करोड़ की सालाना रिटर्न पर इनकम टेक्स में 25प्रतिशत की कटौती । बुनियादी ढाँचे के विकास के लिये 396135 करोड़ रुप्ये का प्रावधान है । बजट में स्वास्थ्य,सामाजिक और औदयोगिक विकास के लिये अलग से प्रवधान है । 1 अप्रेल 2017 से 3 लाख रुप्ये के नकद लेन-देन पर अब लगेगी रोक
जहाँ रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बजट को पाथ ब्रेकिंग बताया है वहीं कांग्रेस के राहुल गांधी का मानना है कि बजट में किसान और युवाओं के लिये उतना प्रवधान नहीं जितना होना चाहिये था । आम आदमी की बजट को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियायें है । उनके अनुसार बजट सो सो है......