दिल्ली म्युनिसिपल कार्पोरेशन के चुनाव में भी दिखी बी.जे.पी. की लहर । दिल्ली की तीन म्युनिसिपल कार्पोरेशन में 272 सीटों पर मतदान पड़ा । हुआ आम आदमी पार्टी की हालत हुई नाजुक । कहीं न कहीं हुई कांग्रेस की छवि धूमिल । यह बात और है कि आम आदमी पार्टी के सुप्रिमों अरविंद केजरीवाल ने इसे ई.वी.एम. की लहर माना है ।
जहां केजरीवाल का मानना है कि यह जीत ई.वी.एम. में टेपरिंग से हुई वहीं उन्हीं की पार्टी की नेता अल्का लांबा,दिलीप पांडे एवं सोमनाथ भारती ने हार को स्वीकारते हुए खुद की कमी माना और दिया इस्तीफा । कांगेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने हार को खुद की नाकामियाबी बताते हुये दिया इस्तीफा । कहा एक साल तक पार्टी में कोई पद नहीं लेंगे । कार्यकत्र्ता के रुप में कार्य करेंगे ।
पूर्व मुख्य-मंत्री शीला दिक्षित का मानना है कि उनकी पार्टी ने चुनाव प्रचार में उनकी सलह नहीं ली । बी.जे.पी. के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इसे पार्टी के कार्यकत्र्ताओं की जीत आम आदमी की जीत माना है । कुल मिलाकर चुनाव को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियांये हैं । अब गौर फरमाते हैं मतगणना के बाद घोषित परिणामों पर ।
बी.जे.पीकृको 272 में से 181 सीटें, आम आदमी पार्टी को 48 वा कांग्रेस को 30 सीटें मिली हैं । 11 सीटें निर्दलिय उम्मीदवारों को अपने इलाके मे छवि के आधार पर मिली हैं । दिल्ली म्युनिसिपल कार्पोरेशन के इस बार के चुनाव परिणामों को देखकर आभास होता है कि कहीं न कहीं आम आदमी पार्टी की दिल्ली के मतदाताओं पर से पकड़ ढ़ीली हुई है ।
चुनाव के खटटे-मीठे परिणामों के साथ आइये शामिल हो जाते हैं बी.जे.पी. के साथ विजय जशन में......