आज आंतरिक कानून व्यवस्था राजनैतिक दलों के लिये विशेषकर कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के लिये चिंता का विषय है । जेहन में बस एक ही सवाल क्या वास्तव में देश की आंतरिक व्यवस्था चरमरा गई है या फिर असल मुददे से ध्यान भटकाने की कोशिश । आइये गौर फरमाते हैं विभिन राज्यों में घटित घटनाक्रम पर ।
अब दिल्ली विघान-सभा को ही लीजिये । अपने ही निषकाशित मंत्री द्वारा मुख्य-मंत्री वा पाँच मंत्रियों पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों का सदन में खुलासा करने के बजाय पार्टी के ही विधायक के ही विधायक नकुल भारद्वाज ने दिया ई.वी.एम. की टेंपरिंग पर डिमोंस्ट्रेशन । उनका ही पार्टी के प्रवक्ता का कहना है कि यदि चुनाव आयोग डिमोंस्ट्रेशन के लिये बुलाये तो वह किसी भी ई.वी.एम. का मदरबोर्ड चेंज कर मनचाही पार्टी को जिता सकते हैं ।
आम आदमी पार्टी के मत्री रह चुके विधायक कपिल मिश्रा ने अपनी ही पार्टी के मुख्य-मंत्री अरविंद केजरीवाल पर पैसे के लेन-देन का तथा पाँच मंत्रियों पर सरकारी पैसे का दुरप्योग कर विदेश यात्रा का अभियोग लगाया है उनमें संजय सिंह का नाम भी शामिल है । कपिल मिश्रा अपने आवास पर मामलों की जाँच की माँग को लेकर अनशन पर बैठे हैं । हाल ही में उन्होने कुछ फर्जी कुपनियों का खुलासा किया जिनमें कुछ विदेशी कंपनियाँ शामिल हैं जिनके माघ्यम से लेन-देन होता था । सबूत के तौर पर कुछचैक भी दिखाये ।
हाल ही में आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित एक प्रेस कांफ्रेस में संजय सिंह ने अपने पक्ष का खुलासा किया उनका कहना है कि कनेडा का दौरा उन्होने अपनी पार्टी के ही सदस्य दोस्त के भाई के घर शादी मे शामिल होने के लिये किया था तथा अमेरिका वा अन्य देशों का दौरा पार्टी के काम के लिये किया था ।
इसी प्रकार हाल ही में कांग्रेस द्वारा आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी के प्रवक्ता डा.अजोय कुमार ने कश्मीर समेत देश के अन्य राज्यों में हो रही हिंसक घटनाओं के प्रति चिंता जताई । केंद्र में मोदी सरकार और यू.पी. में योगी सरकार दौरान हुई घटनाओं की समीक्षा करते हुए उनका कहना है कि 2014 से अब तक कश्मीर के सीमांत इलाकों में 1300 सीजफायर वाइलेशन 170 आतंकी घटनाये घटी हैं ।
उन्होंने 29 मार्च 2016 को डेल्टा मेघवाल की 17 साल की लड़की की हत्या और बलात्कार,10 अगस्त 2016 आंध्रा के अमलापुरम ब्लाक में दो दलितों की पेड़ से बाँधकर पिटाई, फरवरी 2017 में राजस्थान की विधायक चंद्रकांता मेलवाल वा उनके पति द्वारा दरोगा की पिटाई,यू.पी.,राजस्थान वा अन्य इलाकों मे गौरक्षा और एंटी रोमियो मुहीम को लेकर की हुई वारदातों और अंत में गोरखपुर मे आई.पी.एस. अधिकारी चारु निगम के साथ विधायक द्वारा किये गये अभद्र व्यवहार और प्रशासनिक निष्क्रियता का खुलासा किया ।
कुछ एक मामलों में प्रशासन ने कार्यवाही भी की है और कुछ एक मामले विचाराधीन है और जाँच चल रही है । यू.पी. के मुख्य-मंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषी विधायक से जवाब-तलब भी की है । रही बात एंटी रोमियो मूमेंट की तो कहीं न कहीं स्कूलों और कालिजों के सामने होने वाली छिछोरापंती के चलते घर की बहन-बेटियाँ प्रभावित होती हैं यह बात और है कि बेटी हमारी है या तुम्हारी । हाँ मामले से निपटने का तरीका भले ही गलत हो ।
कुछ अपराधिक मामले संवेदनशील होते हैं जिनसे निपटने के लिये अवश्यक्ता होती है सुलझी हुई सोंच के साथ माकूल इंतजामात की । क्या फरक पड़ता है 56 इंच के सीने वाली सरकार हो या फिर यथा- कथित जंगल राज पार्टी और या फिर असहिष्णुताकी मुखालफत करने वाली कांग्रेस पार्टी ...........