महिला सुरक्षा संबंधी कड़े कानून वा तमाम कवायदों के बावजूद अब भी जारी है महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न । राजधानी दिल्ली हो या फिर माया नगरी मुंबई या फिर हाई टेक सिटी बेंगलौर कोई कोना ऐसा नहीं जो मीडिया की सुर्खियों में ना रहा हो ।
गली-मौहल्लों के सुनसान कोने तो कोने अब विद्या के मंदिर कहे जाने वाले स्कूल-कालिज भी नहीं हैं सुरक्षित । हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यलय से जुड़े दो कालिज छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के कारण मीडिया की सुर्खियों में हैं ।
एक कालेज के प्रध्यापक आरोपी पाये जाने पर जेल में है और दूसरे के खिलाफ जाँच चल रही है । फिलहाल कालिज परिसर के बाहर जमकर नारे-बाजी हो रही है । मामले एम.एम.एस. लीक होने के बाद प्रकाश में आये ।
दोनो ही मामलों मे छात्राओं पर यौन संबंध बनाने का दबाव डाला गया । एक मामले में तो छात्रा को चीटिंग का फर्जी मामला बनाके तीन साल के लिये रस्टिगेट कर दिया गया । पीड़ित छात्रा द्वारा कालिज प्रशासन के पास गुहार लगाये जाने बावजूद इंसाफ ना मिलने से सोशल मीडिया के जरिये मामलों ने तूल पकड़ा ।
महिलाओं के प्रति बदलते नजरिये वा दिल्ली पुलिस द्वारा जारी मोबाइल एप्लिकेशन "हिम्मत प्लस " जैसे माकूल सुरक्षा इंतेजामात के बावजूद अब भी विचारणीय है तो बस शिक्षा का गिरता स्तर वा शिक्षण संस्थाओं में पनपती अपराधिक मानसिकता .....