पावर या सत्ता के मद में यौन उत्पीड़न वा बलात्कार संबंधित मामलों में नेताओं की भूमिका वा बढ़ती भागीदारी मौजूदा परिपेक्ष्य में विचारणीय है । पिछले ऐसे अपराधों का ग्राफ बढ़ा है । कोई कोना ऐसा नहीं जो मीडिया की सुर्खियों में ना हो । उत्तर प्रदेश का उन्नाव वा जम्मू-कश्मीर का कथुवा आजकल मीडिया की सुर्खियों बने हुए हैं ।
दोनों ही मामलों में पीड़िता नाबालिग हैं । उन्नाव की 17 वर्षीय तरूणी ने स्थाननीय विधायक कुलदीप सेंगर पर बलात्कार का अभियोग लगाया है । विधायक फिलहाल पुलिस हिरासत में है और तहकीकात जारी है । पुलिस ने मामले की कड़ी शशी सिंह को हिरासत में ले लिया है । उसपर बच्ची को फुसलाकर विधायक के पास ले जाने का आरोप है ।
कथुवा में एक आठ साल की बच्ची के साथ सामुहिक बलात्कार हुआ । बच्ची को मार दिया गया । बजाय रिपोर्ट दर्ज करने के स्थाननीय पुलिस द्वारा सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया गया । मामले को दबाने के लिये 1.5 लाख रूप्ये की रिशवत दी गई । फिलाहल दोनो पुलिस कर्मी हिरासत में हैं । इस मामले में आठ लोगों को गिरफतार किया गया है ।
दोनों ही मामलों को दबाने का प्रयास किया गया । लमामलों के सोशल मीडिया पर वायरल होने वा समाजिक संगठनों के निरंतर दबाव के कारण प्रशासन हरकत में आया । इन्हीं मामलों की कड़ी में दिल्ली के अमन विहार का मामला प्रकाश में आया है । 16 साल की पीड़िता ने अपने मता-पिता के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है । अभियोग यह की अभियुक्त ने मामले को वापस लेने के ऐवेज मे 5 लाख की पेशगी दी । 25 लाख में सौदा हुआ था ।
पीड़िता की माँ हिरासत में है और पिता गिरफतारी के डर से फरार । बलात्कार के अपराध में लिप्त सजायाफता नेताओं का ब्यौरा कुछ इस प्रकार है । उत्तर प्रदेश के मधुमिता शुक्ला केस जिसमें मंत्री रह चुका अमरमणी त्रिपाठी अभियुक्त था । 2010 में बांदा जिले के बीएसपी विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी पर भी दसी तरहके आरोप लगे थे । पीड़िता ने पुलिस स्टेशन जा कर रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की । रिपोर्ट तो दर्ज नहीं हुई उल्टे पीड़िता को ही हिरासत में ले लिया गया । 2011 में दन्हें जेल हुई और आजकल जमानत पर हैं ।
2003 के कवयित्री हत्याकांड में समाजवादी पार्टी के विधायक अमरमणी त्रिपाठी नामजद हुए । उत्तर प्रदेश के खनन मंत्री गीतांजली प्रजापति चित्रकूट की एक महिला से तीन बार रेप करने के अभियोग में मीडिया की सुर्खियों में बने रहे । फिलाहल जेल में हैं । सभी मामलों में जाँच चल रही है और विभिन्न अदालतों में विचाराधीन हैं । दिल्ली पुलिस द्वारा अपनी वार्षिक प्रेस कांफ्रेंस में दी गई जानकारी के अनुसार इस प्रकार के मामलों की कड़ी कहीं ना कहीं पीड़ित पक्ष से जुड़ी होती है ।
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी ने बलात्कार संबंधित मामलों को सकती से निपटने के निर्देश दिये हैं । इस कड़ी में यौन उत्पीड़न के एक मामले में हाल ही में अदालत ने स्वयंभु धर्म-गुरू आशा राम बापू को आजीवन कारावास की सजा सुनाई हैै । कुछ एक मामतों में कार्यवाही जारी है और कुछ अदालतों में विचाराधीन हैं ।
यौन उत्पीड़न वा बलात्कार संबंधित संजीदा होते हैं । ऐसे मामलों में आपसी रंजिश वा राजनीति से प्रेरित होने की संभावना के मध्य-नजर जरूरी है तथ्य परखता के साथ सुलझी हुई दंड नीति......