अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक में भी खिला कमल । 222 विधान-सभा सीटों के परिणाम घोषित भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आई है । प्रधान मंत्री नरेंद्र भाई मोदी द्वारा छेड़ी गई मुहिम सशक्त भा.ज.पा. सशक्त भारत का असर अब राज्यों में भी दिखने लगा है ।
जहां बी.जे.पी. अध्यक्ष अमित भाई शाह ने जीत को कांग्रेस मुक्त भारत की मुहिम माना है वहीं प्रधान मंत्री मोदी का मानना है कि भा.ज.पा. की पैठ गैर हिंदी भाषी राज्यों में बनी है । घोषित परिणामों के अनुसार कर्नाटक विघान-सभा के चुनावों के रूझाान कुछ इस प्रकार हैं भा.ज.पा. को मिली 105,कांग्रेस को 78 तथा जे.डी.एस. को मिली 38 सीटें ।
बहुमत के लिये 113 सीटें जरूरी हैं । यानि की जीत के बाद भी भा.ज.पा. की विपक्ष में बैठने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता । कांग्रेस ने जे.डी.एस. के सहयोग से सरकार के गठन की मुहिम तेज कर दी है ।
खैर दोनों ही दलों को अपना बहुमत साबित करना पड़ेगा । फिलहाल सीटें ज्यादा होने के कारण मौका बी.जे.पी. को मिलेगा । बहुत कठिन है डगर । जीतने के बावजूद भी कांग्रेस की सरकार । कहीं ना कही तदवीर के साथ तकदीर भी अहमियत रखती है...