आखिर मुशक्कत एवं जददो-जहद के बाद राजस्थान की सियासत की बागडोर एक बार फिर से अशोक गेहलोत के हाथ । गेहलोत बने राज्स्थान के मुख्य-मंत्री । विधान-सभा चुनाव परिणामा की घोषित होने के बाद प्रधान-मंत्री की दावेदारी के लिये दो नाम उभर कर आये राज्य के पूर्व मुख्य-मंत्री अशोक गोहलोत वा युवा नेता सचिन पाइलेट ।
दोनो ही नेताओं की दावेदारी के साथ मची प्रदेश कांग्रेस पार्टी में हड़कंप । समर्थकों ने किया प्रदेश कार्यालय का घेराव और हुआ चक्का जाम । कहीं ना कहीं समर्थकों को खुश करना बना कांग्रेस की मजबूरी । और हो भी क्यों ना राजस्थान की सियासत में दबदबा है भाई ।
जाट समुदाय को खुश करना आला कमांड की मजबूरी बना । मुख्य-मंत्री पद के लिये अशोक गेहलोत का नाम घोषित होने के साथ ही उप मुख्य-मंत्री पद का सृजन हुआ और सचिन पाइलेट का नाम उप मुख्य-मंत्री पद के लिये प्रस्तावित इुआ । फिलाहाल दोनो ही नेताओं ने 17 दिसंबर को जयपुर के अलबर्ट हाल में राज्य पाल कल्याण सिंह की मौजूदगी में शपथ ग्रहण की ।
तीसरी बार मुख्य-मंत्री बने अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान रूप-रेखा जो भी रहे किये गये वायदों की फुलझड़ी के रंगों की महक का अंदाजा तो वक्त के साथ हो ही जायेगा.....