उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी में है भा.ज.प. और कांगेस के बीच कांटे की टक्कर । पांच लोकसभा और 67.9 लाख मतदाता वाले इस उत्तराखंड में भी चुनाव की तैयारी जोरों पे है। राजनीतिक उठा-पटक और दल बदली के चलते यहा के समीकरण कुछ जरुरत से ज्यादा ही पेचीदा हैं। अनुमान है कि पिछले दिनों राज्य में आई प्राकृतिक आपदा में सरकार की भूमिका के चलते आम आदमी में कहीं न कहीं रोष झलकता है । जहां लोगों में रोष और पार्टी में अंदरूनी फूट का खामियाजा कांग्रस पर भारी पड़ सकता है वहीं आम आदमी पार्टी की मौजूदगी कुछ हद तक भा.ज.प. पर भी भारी पड़ सकती है।
जहां कांग्रेस से टूटकर भा.ज.प. में आये सतपाल महाराज एवं पूर्व मुख्य मंत्री मेजर जनरल भुवन चंद खंदुड़ी सहित अनेक दिग्गज मैदान में उतरे हैं वहीं आम आदमी पार्टी के हरीश चंद्र,कंचन सिंह एवं अनुप नौटियाल जैसे अनेक नये चेहरे भी नजर आते हैं। एक ओर पूर्व मंत्री और मुख्य मंत्रियों की फौज और दूसरी तरफ जाने अंजाने चेहरों की यह जुगलबंदी क्या रंग लायेगी....किसकी होगी जीत और किसकी लगेगी प्रतिष्ठा है दाव पर.... यह तो आने वाला समय ही तय करेगा।
फिलहाल मतदान सिर पर हैं और जरुरत है एक सही एवं सुलझी हुई सोंच की ।