सत्ता के महाभोज के दावेदारों में लगभग 17% हैं अपराधिक मामलों में लिप्त और 11% के खिलाफ हैं संगीन अपराधिक मामले दर्ज जिनमें मर्डर,रेप,डकैती जैसे गंभीर मामले भी शामिल है । अब चाहें वो कांग्रेस हो या भा.ज.पा. और या फिर हो बहुजन समाजवादी पार्टी कोई भी दल नहीं है अछूता । इस सब के चलते आम आदमी पार्टी भी क्यों रहे पीछे । एशोसियेशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म के द्वारा पबलिक इंट्रस्ट में किये गये एक शोध के अनुसार -
ऐसा नहीं है कि सुप्रिम कोर्ट एवं चुनाव आयोग ने माकूल कदम न उठाये हो । लोकसभा चुनाव किसी महायज्ञ कम नहीं है और बड़े पैमाने में अक्सर चूक की संभावनायें बनी रहती हैं । इस सब के चलते कैसा होगा देष का राजनीतिक भविष्य यह तो आने वाला समय ही बतायेगा.........