अरविंद केजरीवाल को है राजनीति की खुजली । जिसके चलते वो नए पुराने राजनीतिक स्टंट करने से बाज नहीे हैं आते और खामियाजा भुगतना पड़ता है आम आदमी पार्टी को । अब चाहें रेल भवन के आगे लेटना हो या आटो रिक्शा चालकों की मांगें मनवाने के लिए करनी हो रैली और फिर हो दिल्ली में बिजली पानी का संकट । चारों तरफ केजरीवाल ही केजरीवाल ही केजरीवाल । रोड शो के चलते भले ही कुछ हांसिल हो या ना हो अरविंद केजरीवाल को अच्छी खासी पबलिसिटी मिल जाती है और वो फिर से लाइम लाइट में आ जाते हैं । यूँ कहिए उन्हें मीडिया के सामने बने रहने का चसका है ।
अपनी बेबाक बयानी के चलते वो खुद ही झमेले में फंस जाते हैं। यह बात और है कि उनके समर्थक इसे आंदोलन का नाम दे दें । अब चाहें कुछ भी कहें अरविंद केजरीवाल का अंदाज ही कुछ निराला है । सबसे दिलचस्प लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान हर जगह खुद पे स्याही फिकवाने एवं थप्पड़ खाने का एक ही अंदाज ।
पहले स्वयं ही कुर्सी को छोड़ना फिर उसके पीछे भागना पुराना अंदाज है । अब देखना यह है कि कैसा होगा उनका नया रोड शो । क्या इस बार भी अपनी नई खुजली के चलते, वो दिल्ली की जनता को रिझाने में इस बार भी सफल होगें....... यह तो आने वाला समय ही बतायेगा......