संसद में गाजा की वर्तमान स्थिति पर परिचर्चा से इंकार सदियों से चली आ रही भारतीय विदेश नीति की अवमना है और जिसके चलते अंतराष्ट्रीय समुदाव में देश की छवि पर कुछ गाफर्क पड़़ सकता है । यह सोंच है आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की । पिछले दिनों पार्टी द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार सरकार का परिचर्चा से इंकार इजराइल के प्रति झुकाव ।
दूसरी तरफ विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज एवं मोदी सरकार का स्पष्टिकरण है कि मौजूदा हालात परिचर्चा अनुकूल नहीं । इससे प्रभावित हो सकते हैं भारत, इजराइल एवं पेलस्टीन के साथ राजनैतिक संबंध । जहां तक गाजा की मौजूदा परिस्थिति का सवाल है भारत ही नहीं विश्व के हर आमोखास की सहानभूति पेलस्टीन के नागरिकों से और होनी भी चाहिए । अगर अपना रोष ही यनाइटेड नेशनस को प्रकट करना है तो यह शुरुआत सरकार ही क्यूँ आम आदमी पार्टी भी कर सकती थी और पार्टी की मान्यता अंतराष्ट्रीय स्तर की होती ।
हो भी तब न जब राष्ट्रीय संयोजक श्री अरविंद केजरीवाल जी को दुसरों पर उंगली उठाने से फुरसत मिले तो न । आज देश में मंहगाई,बिजली और बेगारी जैसे कइ मसले हैं जिन पर बहस ही नहीं वास्तव में ठोस कार्यवाही होनी चाहिए और हो भी तब न जब रोड शो और पब्लिसिटी स्टंट से फुरसत ................