भा.ज.प. की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में की गई दस महीनों में मोदी सरकार की उपलब्धियों की समिक्षा साथ दी गई गरीबों के हित याने कि आम आदमी के हित की दुहाई । मात्र पांच महीने में 10 करोड़ सदस्य बनाये जाने पे जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की पीठ थपथपाई गई वहीं दुष प्रचार के लिए विरोधियों की जमके हुई छिलाई ।
संपति कर हटाये जाने और टैक्स स्ट्रक्चर में फेरबदल के जरिये 900 करोड़ रूप्ये की जगह 9000 करोड़ की आगम की संभावना । इसी प्रकार कोयले खदान की निलामी प्रक्रिया में फेरबदल के जरिये 2 लाख करोड़ का संग्रहण । याने कि विकास के लिए फ्री फलो फंड कि परिकल्पना । इसमें दो राय नहीं कि मोदी के नेतृत्व में देश को नई दिशा मिलेगी ।
आम आदमी के हित का दावा करने वाली मोदी सरकार ने महामना पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी को गरीब वर्ष के रूप में मनाने का ऐलान किया है तथा कार्यकर्ताओं से शोषित व गरीब तबके के साथ जुड़के उनके विकास के लिए कार्य करने की अपील की है ।
तमाम कोशिशों के चलते कैसे होंगे आने वाले पल और मिल पायेगी आम आदमी को राहत और सकून भरी जिंदगी...