प्रदूषण मुक्त दिल्ली के लिए केजरी सरकार की एक नई कड़ी बंद होंगे राजघाट एवं बदरपूर थर्मल पावर स्टेशन साथ ही एक जनवरी से लागू होगी इवन और ओड ट्रांसपोर्ट प्रणाली । याने कि अब दिल्ली की सड़कों पे निजी वाहन अपनी लास्ट डिजिट इवन या ओड निर्धारित दिनों में ही चल पायेंगे । सार्वजनिक वाहन ,एंबुलेंस एवं महिलाओं को छूट मिलेगी ।
इसमें दो राय नहीं कि दिल्ली अब गैस चेंबर में तब्दील हो गई है और प्रदूषण के कारण सांस लेना दूभर है । दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 331 है जो कि पहले से ही खतरे के पार है । एयर क्वालिटी इंडेक्स यदि 301 पार होने से स्वसन तत्र याने की सांस व गूरदे की बिमारियों की संभावना बढ जाती है । बदपुर थर्मल पावर स्टेशन का इमीशन लेवल निर्धारित लेवल 150 एम.जी./एन.एम3(माइक्रोग्राम पर क्यूबिक नेनोमीटर) पार कर चुका है ।
2000 एकड़ क्षेत्र में फैले बदपुर थर्मल पावर स्टेशन की उत्पादन क्षमता 750एम.डबल्यु है । एक झटके में दिल्ली और उसके आसपास के पावर स्टेशन बंद होने से मंडरा सकता है दिल्ली और जुड़े राज्यों में बिजली का संकट । सुलझे प्रयासों के साथ जरुरी है माकूल विकल्पों की तलाश ।
अपने राजनीतिक हितों के कारण कहीं न कहीं ढीली पड़ गई है केजरी सरकार और आनन फानन में उन्होंने उन वाहनों को जिन्हे महिलायें चला रही होंगी सातों दिन छूट दे डाली । भई वाह क्या बात है महिला ड्राइवर रखो और सातों दिन वाहन चलाओ । क्या फरक पड़ता है इवन हो या ओड । इवन -ओड ट्रांसपोर्ट प्रणाली के चलते दिल्ली वालों को सांस लेने के लिये भले ही स्वच्छ वायु मिले न मिले आने वाले पल किसी चुनौती से कम नहीं होंगे ।सुलझे प्रयासों के साथ जरुरी है माकूल विकल्पों की तलाश ...