रामनवमी के पावन कार्यक्रमों के दौरान विभिन्न स्थानों पर निकाले जा रहे जालूसों पर एक समुदाय विशेष द्वारा किये गये हमले एवं उसके बाद भी ना थमने वाले सिलसिले के मध्यनजर विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेन्द्र जैन ने की राष्टीय सुरक्षा कानून के तहत कर्यवाही की मांग ।
केंद्रीय संयुक्त महा मंत्री ने लगाया सवालिया निशान आखिर क्यों होते हैं उन हीं स्थानों पर हमले जहाँ हिंदू होते हैं अल्पसंख्यक ? रामनवमी से लेकर अब तक कुल मिलाकर लगभग 50 से भी अधिक स्थानों पर निकाले जा रहे जलूस पर एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा पत्थरबाजी एवं जानलेवा हमलों के समाचार मिलें हैं जिनमे से 20 बहुत ज्यादा संवेदनशील इलाके हैं । इन संवेदनशील इलाकों में करोली एवं खरगॉव के नाम भी शामिल हैं । विभिन्न इलाकों में हुये इन हमलों में 200 से अधिक के घायल एवं 4 लोगों के मारे जाने के भी समाचार मिले हैं ।
घरों की छतों से पत्थर,ईट,पेट्रोल बम्ब,तेजाब की बोतल आदि का फेंका जाना इंगित करता है कि यह हमले लामबद्ध तरीके से हुये एवं इनमें अंतरराष्ट्रीय जिहादी संगठनों की भूमिका की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता ।