मुंबई की दही हांडी अब नहीं रही है अछूती दिल्ली में । यहां पर भी अब हो रही है दही हांडी प्रतियोगिता का सार्वजनिक लेबल पर । देश भर में मनाया जाता है जन्माष्टमी याने कि कृष्ण भगवान जन्म दिन पर्व के रुप में । बस अंदाज कुछ अलहदा हैं ।
अब कृष्ण के जन्म पर रास लीला न हो हो नहीं सकता । वृंदावन में रास का अपना अलग ही मजा और हो भी क्यों ना । कृष्ण भगवान की जन्म-भूमी जो है । महाभारत के युध में अर्जुन को कर्म का उपदेश देने वाले कृष्ण को रास का देवता भी माना जाता है । प्रतीक के रुप में राधा कृष्ण की पूजा होती है ।
बरसाने की राधा को उम्र में बड़ी होने के बावजूद भी कृष्ण की बाल सखा माना जाता है । राधा कृष्ण की मुरली की धुन की दीवानी थी । राधा और कृष्ण के प्रेम को अमर माना जाता है । यह बात और है कि अपने जीवन काल में शायद ही वो कृष्ण से मिली हों ।यहां के लोगों का मानना है कि कृष्ण अपने बाल सखा गोप-गोपियों के साथ यमुना के तट पर रास लीला खेलते है ।
कृष्ण के जन्म दिन हो और लीला ना हो । आइये पेश है एक झलक गो..गो..गोविंदा.......