नई दिल्ली 28, Aug 2025

लेख

1 - खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे

2 - एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिये योग

3 - ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा

4 - देश के लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिए बाबा साहिब का अमूल्य योगदान

5 - दिल्ली सरकार के 100,000करोड़ से क्षेत्र में उन्नति की संभावनाओं को मिलेगी मजबूती

6 - दशक के बाद बिखरा झाड़ू 27 साल बाद खिला कमल फिर एक बार

7 - स्वर्णिम भारत,विरासत और इतिहास पर आधारित इस बार का गणतंत्र दिवस समारोह

8 - महाराष्ट्र में फिर एक बार लहराया बीजेपी का परचम

9 - तमाम कवायदों के बावजूद बीजेपी तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने को अग्रसर

10 - श्रॉफ बिल्डिंग के सामने कुछ इस अंदाज से हुआ लाल बाग के राजा का स्वागत

11 - प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही शुरू हुआ बीजेपी का सदस्यता अभियान

12 - देश के सीमांत इलाकों में तैनात सैनिकों में भी दिखा 78 वें स्वतंत्रता दिवस का जज्बा

13 - २०२४-२५ के बजट को लेकर सियासत विपक्ष आमने सामने

14 - एक बार फिर तीसरी पारी खेलेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी

15 - केजरिवाल के जमानत पर रिहा होने पर शुरु हुई नई कवायदें

16 - मतदान की दर धीमी आखिर माजरा क्या

17 - क्यूं चलाना चाहते हैं केजरीवाल जेल से सरकार

18 - 2004-14 के मुकाबले 2014-23 में वामपंथी उग्रवाद-संबंधित हिंसा में 52 प्रतिशत और मृतकों की संख्या में 69 % कमी

19 - कर्तव्य पथ दिखी शौर्य की झलक

20 - फ़ाइनली राम लल्ला अपने आशियाने में हो गये हैं विराजमान

21 - राजस्थान का ऊँट किस छोर करवट लेगा

22 - एक बार फिर गणपति मय हुई माया नगरी मुंबई

23 - पत्रकारिता की आड़ में फर्जीवाड़े के खिलाफ एनयूजे(आई) छेड़ेगी राष्ट्रव्यापी मुहीम

24 - भ्रष्टाचार, तुस्टिकरण एवं परिवारवाद विकास के दुश्मन

25 - एक बार फिर शुरू हुई पश्चिम बंगाल में रक्त रंजित राजनीति

26 - नहीं होगा बीजेपी के लिऐ आसान कर्नाटक में कांग्रेस के चक्रव्यूह को भेद पाना

27 - रद्द करने के बाद भी नहीं खामोश कर पायेंगे मेरी जुबान

28 - उत्तर-पूर्वी राज्यों के अल्पसंख्यकों ने एक बार फिर बीजेपी पर जताया भरोसा

29 - 7 लाख तक की आमदनी टैक्स फ्री

30 - गुजरात में फिर एक बार लहराया बीजेपी का परचम

31 - बीजेपी आप में काँटे की टक्कर

32 - सीमित व्यवस्था के बावजूद धूम-धाम से हो रही है छट माइय्या की पूजा

33 - जहाँ आज भी पुजा जाता है रावण

34 - एक बार फिर माया नगरी हुई गणपतिमय

35 - एक बार फिर लहराया तिरंगा लाल किले की प्राचीर पर

36 - बलवाइयों एवं जिहादियों के प्रति पनपता सहनभूतिक रुख

37 - आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी के रूप में मनाया जा रहा है 8 वाँ विश्व योग दिवस

38 - अपने दिग्गज नेताओं को नहीं संभाल पाई कांग्रेस पार्टी

39 - ज्ञान व्यापी मस्जिद के वजु घर में शिवलिंग मिलने से विवाद गहराया

40 - आखिर क्यूँ मंजूर है इन्हे फिर से वही बंदिशें.....

41 - पाँच में से चार राज्यों में लहराया कमल का परचम

42 - पेट्रोलियम, फर्टिलाइजर एवं खाद्य सामाग्री पर मिलने वाली राहत में लगभग 27 फीसदी की कटौती

43 - जे&के पुलिस के सहायक उप निरीक्षक बाबूराम शर्मा मरणोपरांत अशोक चक्र से संमानित

44 - आखिर कौन होंगे सत्ता के इस महाभोज के सिकंदर

45 - ठेके आन फिटनेस सेंटर ऑफ छा गए केजरीवाल जी तुस्सी

46 - मुख्य सुरक्षा अधिकारी हुए पंचतत्वों विलीन

47 - दिल्ली में यमुना का पानी का बीओडी लेवेल 50 के पार

48 - फूक के कदम रखिए वरना हो सकता है आपका भी अगला नंबर

49 - महंत नरेंद्र गिरी की मौत पर लगे सवालिया निशान

50 - अकाली दल बादल ने लगाई हैट्रिक

क्या मटिया महल में विकास कब तक एक वर्ग तक सीमित रहेगा : चाँदनी चौक नागरिक मंच

दिल्ली: 2012 से जारी है बल्लीमारन की उपेक्षा । इमरान हुसैन के पार्षद बनने के बाद से हालात बिगड़े । उनके में विधायक बनने पर  हालत हुए और भी बदतर । फराशखाना एवं कटरा बडियान में सफाई-सड़क-सीवर दुरुस्त हुए लेकिन दो कदम दूर नया बांस मोहल्ला  में अब भी है बदहाली । मटिया महल विधान सभा का सीता राम बाजार एवं चावड़ी बाजार इलाके इकबाल परिवार की उपेक्षा के शिकार हैं  । 1993 से विधायक रहे पिता शुएब इकबाल की राह पर चल रहे  हैं उनके पुत्र आले मौहम्मद ।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता एवं चांदनी चौक नागरिक मंच के महामंत्री प्रवीण शंकर कपूर के अनुसार बल्लीमारन एवं मटिया महल विधानसभा क्षेत्र से जुड़े हिन्दू बहुल मोहल्लों के निवासियों में गहरी नाराज़गी पनप रही है। नागरिकों का आरोप है कि पूर्व विधायक शुएब इकबाल के साथ ही विधायक  इमरान हुसैन एवं आलेख मौहम्मद और आम आदमी पार्टी सरकार ने वर्षों से इन इलाकों की उपेक्षा की है। 

इस  मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X के माध्यम से विधायक और दिल्ली सरकार को पत्र भेजा है। उन्होंने विशेष तौर पर नया बांस-गली बताशा क्षेत्र की बदहाली की ओर ध्यान दिलाया है।उन्होने X पर जारी वीडियो दिखा कर कहा है की यह विडिओ खुद इसकी गवाही दे रहे हैं।  दिल्ली सरकार से आग्रह किया कि पुरानी दिल्ली के हिन्दू बहुल एवं व्यावसायिक क्षेत्रों के रखरखाव और विकास पर प्राथमिकता से ध्यान दिया जाए। आज पुरानी दिल्ली की तंग गलियों और ऐतिहासिक बाज़ारों में बुनियादी सुविधाओं की कमी लोगों की परेशानी बढ़ा रही है।
चांदनी चौक नागरिक मंच का कहना है कि यह मुद्दा केवल एक समुदाय का नहीं, बल्कि जनहित और समान विकास के अधिकार का सवाल है। "आप" विधायक जवाब दें की कब तक विकास एक समुदाय वर्ग तक सीमित रहेगा।

पुलिस अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गवाही कहीं ना कहीं न्याय प्रक्रिया में दखलंदाजी

दिल्ली: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष  देवेंद्र यादव ने आज तीस हजारी कोर्ट में हड़ताल कर रहे वकीलों से मिले और कहा कि दिल्ली के वकीलों की हड़ताल एक मजबूत मुद्दे को लेकर है जिसके हम साथ खड़े है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों की कोर्ट में बिना मौजूदगी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा पुलिस थानों से गवाही की इजाजत देना कहीं न कहीं न्याय प्रक्रिया में दखलअंदाजी और दोषियों को बचाने की कार्यवाही का अंदेशा हो सकता है। क्योंकि पुलिस के रवैये और कार्यशैली पर हमेशा प्रश्नचिन्ह लगते आए हैं।

तीस हजारी कोर्ट में हड़ताल पर बैठे वकीलों से मिलने के कार्यक्रम आयोजन दिल्ली कांग्रेस के लीगल और ह्यूमन राइट के चेयरमैन एडवोकेट सुनील कुमार ने अपनी टीम के साथ किया था। इस मौके पर कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज और आर्ब्जवर त्रिलोक चौधरी, एडवोकेटों में पूर्व सचिव अतुल शर्मा, श्री विरेन्द्र कसाना, ए.वी. शुक्ला, प्रद्यूमन सिंह पेडी, मौ0 रहीस फारुखी, शेख इमरान आलम, दीपक शर्मा, रमित सेहरावत, क्षितिज शर्मा, विक्रम दुआ, लोकेन्द्र चौधरी, सतीश सौलंकी, राजेश टांक, मेघा सेहरा, हिमांशु खारी, आनन्द चौधरी, भी मौजूद थे।

प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष ने 25-08-2025 को दिल्ली के उपराज्यपाल को चिठ्ठी लिखकर मांग कि की दिल्ली सरकार 13-08-2025 के काले क़ानून रूपी आदेश को तुरंत वापिस करवाया जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ज़िला अदालतों के वकील पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं क्योंकि दिल्ली सरकार ने 13-08-2025 के आदेश के द्वारा पुलिस अधिकारीयों की गवाही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये थानों से करने की इजाज़त दे दी जो कि न्याय प्रक्रिया में दखलअंदाज़ी है ।
 भाजपा सरकार वकीलों के साथ दोहरी नीति अपना रही है जबकि वकील सबके हित और सेवा के लिए काम करते है लेकिन अगर उनके अधिकार या कानूनी प्रक्रिया से छेड़छाड़ की बात आती है तो सरकार को वकीलों के सामने झुक कर उनके हक में निर्णय लेना पड़ता है। क्योंकि वकील अपनी एकता के लिए देश भर में जाने जाते है।
उन्होंने  वकीलों को भरोसा दिया के कांग्रेस पार्टी बिना शर्त वकीलों की मांगों का समर्थन करती है और वकीलों की इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी हैं।

ऑपरेशन माँ सेना की एक सार्थक मुहीम

दिल्ली: सिलेक्ट सिटी माल के सिने पॉलिश मल्टीप्लेक्स में सेना के उसी अधिकारियों के साथ प्रशासनिक सेवा के आला अफसरों के साथ मीडिया पर्सन की मौजूदगी में कश्मीर की अनेक रियल लोकेशन में शूट डॉक्यूमेंट्री फिल्म ऑपरेशन मां की विशेष स्क्रीनिंग के उपरान्त इस डॉक्यूमेंट्री के प्रेरणा स्त्रोत लेफ्टिनेंट जनरल के.जे.एस.  ढिल्लन (सेवानिवृत्त) ने यहां मौजूद मीडिया से बातचीत की।
 उन्होंने कहा: “जब हमने घाटी में अपनी राह से गुमराह होकर आतंक का रास्ता चुन चुके युवकों को आतंक का रास्ता छोड़ के एक बार फिर अपने परिवार के साथ नई जिंदगी शुरू करने का ऑपरेशन शुरू किया तो हमने सबसे पहले इन युवकों की मां को अप्रोच किया और हमारी यह मुहिम अच्छा रंग लाई उस दौरान करीब 80 से ज्यादा युवकों ने कट्टरपंथियों के बहकावे और पड़ोसी मुल्क के लालच को छोड़ शांति का रास्ता चुना,जिसका पूरा क्रेडिट हम इनकी मां को देते है।
ढिल्लो साहब से जब हमने इस डॉक्यूमेंट्री के टाइटल के बारे में पूछा इसका पूरा क्रेडिट मैं पीटीआई में इस ऑपरेशन पर एक रिपोर्ट छपी जिसके टाइटल में ऑपरेशन माँ’ लिखा था यह हम सब को पसंद आया और हमने टाइटल को अपनाया ।
कर्नल ढिल्लो ने बताया इस ऑपरेशन में हमारा लक्ष्य बस इतना था कि गुमराह हो चुकी युवा पीढ़ी को किसी भी तरह से उनकी, माँ के पास वापस लाया जाए।। हम जानते है कि माँ के प्यार की ताकत का मुकाबला कोई भी हथियार नहीं कर सकता और इस्लाम में तो मां को जन्नत का दर्जा दिया गया है , और हमारी यह फिल्म इसी भावना को बखूबी दर्शाती है।
आईएन10 के निदेशक आदित्य पिट्टी ने कहा, "'ऑपरेशन माँ' एकता, करुणा और आशा के मूल्यों को दर्शाता है जो हमारी आज़ादी के मूल में निहित हैं।" डॉक्यूबेवी के समर खान ने कहा, हमने घाटी के लोगों के सहयोग से राष्ट्र की अंतरात्मा से जुड़ी इस कहानी पर लंबी रिसर्च के बाद कड़कती सर्दी में रीयल लोकेशन पर करीब चार महीने तक शूटिंग की।उन्होंने कहा, "घाटी भारत का अभिन्न अंग है और यहाँ का हर बेटा घर लौटने का हक़दार है। "ऑपरेशन माँ" का प्रीमियर विशेष रूप से 27 अगस्त को डॉक्यूबे पर होगा। 

जब भी सभाओं ने अपनी गरिमा खोई बुरे परिणाम भुगतने पड़े

 

दिल्ली :  केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह  ने विधान सभा परिसर में ऑल इंडिया स्पीकर कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन मौके पे दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरण रिज्जु, दिल्ली के उपराज्यपाल विनॉय कुमार सक्सेना  एवं केंद्र एवं राज्य स्तर के मंत्रियों किट मौजूदगी में मुख्य अतिथि ने एक पोस्टल स्टैम्प जारी की । दिल्ली के विधान सभा अध्यक्ष की अगुवाई में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में वेस्ट बंगाल को छोड़कर सभी राज्यों की विधान सभा के स्पीकर, डिप्टी स्पीकर एवं सचिव भाग ले रहे हैं ।

केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वर्णिम याद से लेकर स्वर्णिम भविष्य की रचना करने वाली पूरी विधाई व्यवस्था यहां एकत्रित हुई है । साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि जब भी सभाओं ने अपनी गरिमा खोई बुरे परिणाम भुगतने पड़े  एवं पूरे-पूरे दिन सत्र ना चलने देने पर विचार करने  पर बल दिया  ।

देश के लोकतंत्र के इतिहास  में पहली बार स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है । गौर फरमाने की बात यह है कि आज ही के दिन 100 साल पहले  देश के प्रथम निर्वाचित स्पीकर विट्ठल भाई पटेल  ने इस परिसर में स्पीकर पद की शपथ ग्रहण की थी । विट्ठल भाई पटेल एक ऐसे दूरद्रष्टा नेता थे जिन्होंने औपनिवेशिक सत्ता के समक्ष झुकने से स्पष्ट इंकार किया और लोकतांत्रिक मूल्यों के मार्ग पर चलते हुए स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

उम्मीद जताई जा रही है कि  यह ऐतिहासिक आयोजन न केवल भारतीय लोकतंत्र की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक बनेगा, बल्कि एक साझा मंच भी प्रदान करेगा जहाँ देशभर से आए सभी राज्यों के स्पीकर और डिप्टी स्पीकर विचार-विमर्श और अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए एकत्रित हुए हैं । परिसर में विट्ठल भाई पटेल की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है ।

लापरवाही की दस शिकायतों के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं: अंकुश नारंग

दिल्ली: सिविल लाइन ज़ोन के वार्ड 7 कादीपुर की  पुस्ता रोड के पास बने ढलाव घर का निरीक्षण दौरा कर  लगे कूड़े के अंबार को देख, बीजेपी शासित एमसीडी पर जमकर बरसे एमसीडी के नेता विपक्ष अंकुश नारंग । कहा कि जोन के एसएस और कंसेशनरी से बातचीत में साफ़ हुआ कि हालात सिर्फ़ कादीपुर तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे सिविल लाइन ज़ोन और यहां तक कि भाजपा मेयर राजा इक़बाल सिंह के अपने वार्ड में भी यही स्थिति है। जहां पाँच टिंपर गाड़ियां लगनी चाहिए, वहां केवल दो आती हैं और जहां छह की ज़रूरत है, वहां मुश्किल से तीन भेजी जाती हैं।

इस लापरवाही पर 10 बार लिखित शिकायतें भेजी गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नेता विपक्ष ने एमसीडी के मेयर राजा इक़बाल सिंह गुजारिश की है कि यदि वास्तव में “दिल्ली को कूड़े से आज़ादी” दिलाने का इरादा है तो कम-से-कम अपने जोन की सफाई व्यवस्था तो दुरुस्त कर लेते। दिल्ली को साफ़ करने के झूठे वादों से जनता को गुमराह करना बंद कीजिए।

परम सुंदरी की जोड़ी के बंगला साहिब गुरुद्वारे में आशीर्वाद से शुरू हुआ आध्यात्मिक यात्रा माहौल

दिल्ली में प्यार, ऊर्जा और जश्न का माहौल देखने को मिला जब सिद्धार्थ मल्होत्रा ​​और जान्हवी कपूर अपनी आगामी फिल्म परम सुंदरी के प्रचार के लिए राजधानी में धूम मचाने आए। परम और सुंदरी ने प्रतिष्ठित बंगला साहिब गुरुद्वारे में दिव्य आशीर्वाद लिया और आगे की यात्रा के लिए एक आध्यात्मिक माहौल तैयार किया। दिल्ली की कोई भी यात्रा वहाँ के खाने का आनंद लिए बिना पूरी नहीं होती, और सिद्धार्थ-जान्हवी ने इसका पूरा ध्यान रखा। दोनों ने असली छोले-भटूरे का लुत्फ़ उठाया और इंडिया गेट पर कैंडी फ्लॉस का मज़ा भी लिया, जिससे उनकी मस्ती ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
शाम अपने चरम पर पहुँच गई जब परम और सुंदरी दिल्ली के प्रतिष्ठित थिएटर पहुँचे, जहाँ ढोल के साथ उनका पंजाबी अंदाज़ में स्वागत किया गया। सिद्धार्थ और जान्हवी ने परदेसिया और इस सीज़न के चार्टबस्टर गाने डेंजर पर अपनी शानदार परफॉर्मेंस से मंच पर समां बाँध दिया, जिससे प्रशंसक दीवाने हो गए।  जब सितारे प्यार, हँसी और पागलपन में डूबे हुए थे, तो दर्शक बेकाबू होकर लगातार तालियाँ बजा रहे थे, और इस अविस्मरणीय रात में दिल्ली की आत्मा को कैद कर रहे थे। प्रशंसकों का दिल जीत लेने के बाद, साल की सबसे बड़ी प्रेम कहानी के लिए मंच तैयार है। दिनेश विजान की मैडॉक फिल्म्स की फिल्म परम सुंदरी 29 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।

वोट चोरी के षड्यंत्र को अपने क्षेत्र में जमीनी स्तर पर उजागर करे:देवेन्द्र यादव


दिल्ली:संगठन सृजन अभियान के तहत दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष  देवेन्द्र यादव के नेतृत्व में आज प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में लोकसभा एवं जिला आर्ब्जवरों की बैठक हुई जिसमें संगठन से जुड़े विभिन्न मुद्दों, जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की मासिक बैठकों और जन नायक  राहुल गांधी जी द्वारा बिहार में एसआईआर और वोट चोरी के खिलाफ निकाली जा रही वोटर अधिकार यात्रा की प्रतिकात्मक यात्रा  दिल्ली के जिलां में निकालने के संबध में विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में मौजूद दिल्ली के सभी वरिष्ठ नेताओं ने एकमत में राहुल गांधी जी का लोकतंत्र और संविधान को बचाने की देशहित में निकाली जा रही एसआईआर और वोट चोरी के खिलाफ वोटर अधिकार यात्रा के लिए धन्यवाद किया।
बैठक में जिला अध्यक्षों को ब्लॉक, मडलम और सेक्टर अध्यक्षों के साथ समन्वय स्थापित करने की बात कहीं। सभी ब्लॉक अध्यक्ष मंडलम और सेक्टर अध्यक्षों के साथ मिलकर संगठन को बूथ स्तर पर और मजबूती देने के लिए काम करें। भाजपा के वोट चोरी के षड्यंत्र को अपने क्षेत्र में जमीनी स्तर पर उजागर करे तथा सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर भी जितना अधिक संभव हो भाजपा की कुनीतियों और साजिशों को उजागर करें।
संगठन सृजन अभियान के अंतर्गत हुई बैठक में श्री प्रदेश अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव के अलावा दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डा0 नरेन्द्र नाथ, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन श्री अनिल भारद्वाज, प्रदेश कांग्रेस प्रशासनिक प्रभारी श्री जतिन शर्मा, पूर्व विधायक श्री हसन अहमद और श्री सुरेन्द्र कुमार, जिला अध्यक्ष मदन खोरवाल, इन्द्रजीत सिंह, आदेश भारद्वाज, राजेश चौहान, हर्ष चौधरी, राजकुमार चौहान, धर्मपाल चंदेला, दिनेश कुमार, मिर्जा जावेद अली, एडवोकेट, लोकसभा और जिला आर्ब्जवर जितेन्द्र कुमार कोचर, श्री सी.पी. मित्तल, एडवोकेट सुनील कुमार, कमलकांत शर्मा, लक्ष्मण रावत, मौहम्मद उस्मान, जगजीवन शर्मा, अशोक बसौया, राजेन्द्र तंवर, ईश्वर बागड़ी, आभा चौधरी, नीतू वर्मा, जेबा खान, जे.पी. पंवार, कैप्टन खविन्दर सिंह, मंगेश त्यागी, सतेन्द्र शर्मा, हरनाम सिंह, शांति स्वरुप, तरुण त्यागी, कमल अरोड़ा, रघुरेन्द्र पठानिया, अरसान मलिक, नफीस मलिक, फरीद शाह मुख्य रुप मौजूद थे।

आजादी के पहले और बाद के बदलते सियासी परवेश से रूबरू होंगे कॉन्फ्रेंस में शामिल स्पीकर्स


दिल्ली: 2011 में निर्मित इस विधान सभा परिसर में समय के साथ कई अनकहे राज एवं किस्से दफन हैं । जिन्हें एग्जीबिशन एवं दस मिनट की डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से प्रमाण एवं उपलब्ध दस्तावेजों के साथ  24 एवं 25 अगस्त को होने वाली राष्ट्रीय स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस में दर्शाया जायेगा।

दिल्ली विधान सभा के अध्यक्ष विजेंदर गुप्ता द्वारा मीडिया से रुबरू होकर दी गई जानकारी के अनुसार इस कॉन्फ्रेंस में पश्चिम बंगाल के अलावा सभी राज्यों की विधानसभाओं  के स्पीकर, डिप्टी स्पीकर एवं सचिवों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है । वेस्ट बंगाल द्वारा निमंत्रण स्वीकार नहीं किए जाने के समाचार मिले हैं।

गौर फरमाने की बात यह है कि 24 अगस्त 1925 को 11.00 बजे इसी परिसर के पटल पर भारत के प्रथम निर्वाचित स्पीकर विठ्ठल भाई पटेल ने शपथ ग्रहण की थी । इसी परिसर में सदन के पटल पर चुने  हुए भारतीय प्रतिनिधियों ने रॉलेट एक्ट का विरोध किया था । 

 प्रदर्शनी में लार्ड इरविन के साथ वल्लभ भाई पटेल  के संवाद के दस्तावेज, महात्मा गांधी एवं विठ्ठल  भाई पटेल के मध्य संवाद के दस्तावेज यहां तक की भगत सिंह को फांसी एवं डेथ सर्टिफिकेट को दर्शाया गया है ।

 कांफ्रेंस के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री , लोकसभा में नेता विपक्ष सहित राज्य एवं केंद्रीय मंत्रियों एवं राजनीतिक दलों के शुभकामना संदेश प्राप्त हो गए हैं। यह परिसर  आजादी से पहले और बाद के सियासी परिवेश का साक्षी रहा है । इतिहास के गर्भ में छिपे इन अनगिनत किस्सों से  रूबरू  होंगे कॉन्फ्रेंस में शामिल स्पीकर्स एवं आमंत्रित गेस्ट ।

याद-ए-बिस्मिल्लाह

 
दिल्ली: पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित और प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका डॉ. सोमा घोष ने शहनाई वादक, भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ की स्मृति में आयोजित एक श्रद्धांजलि समारोह 'याद-ए-बिस्मिल्लाह' के 18वें वार्षिक संस्करण का आयोजन  इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र हुआ । संगीत  मास्ट्रो उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ 'रजत शहनाई' पुरस्कार सरोद वादक और भारत के सबसे सम्मानित शास्त्रीय संगीतकारों में से एक, उस्ताद अमजद अली खाँ को प्रदान किया गया। इस पुरस्कार के पूर्व प्राप्तकर्ता थे:
 
* भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी
* पद्म विभूषण पंडित किशन महाराज
* पद्म विभूषण श्रीमती।  प्रभा अत्रे
* पद्म विभूषण पं. जसराज
 
2025 के 'याद-ए-बिस्मिल्लाह' संगीत समारोह में, महान तबला वादक पं. सुरेश तलवलकर को छठा 'रजत शहनाई' पुरस्कार प्रदान किया गया। उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ के निधन के बाद, स्वर्गीय डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने डॉ. सोमा घोष को फ़ोन किया था, जिसके बाद 'याद-ए-बिस्मिल्लाह' की शुरुआत हुई थी। डॉ. कलाम ने डॉ. घोष से उस्ताद की स्मृति और संगीत को भावी पीढ़ियों के लिए जीवित रखने का अनुरोध किया था। तब से, डॉ. घोष भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस वार्षिक श्रद्धांजलि संगीत समारोह का आयोजन करती रही हैं।
 
इस संगीत समारोह के अलावा, डॉ. घोष ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट "संगीत ग्राम" की भी घोषणा की, जिसके लिए उन्हें हाल ही में महाराष्ट्र सरकार द्वारा भूमि आवंटित की गई थी। संगीत ग्राम की परिकल्पना भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की सभी विधाओं के लिए एक समर्पित गुरुकुल के रूप में की गई थी, जिसका विशेष ध्यान लुप्तप्राय संगीत वाद्ययंत्रों और पारंपरिक शैलियों के पुनरुद्धार पर था। डॉ. घोष ने अपनी मान्यता व्यक्त की थी: "यदि कलाकार जीवित रहता है, तो उसका वाद्य यंत्र समय की कसौटी पर खरा उतरेगा।" 'संगीत ग्राम' के साथ, उन्होंने यह सुनिश्चित करने की आशा व्यक्त की कि कलाकार और उनकी कलाएँ आने वाली पीढ़ियों तक फलती-फूलती रहें।

निगम ने अब तक दिल्ली की कितनी नालियों को 100 फीसद साफ घोषित किया है:अंकुश नारंग

दिल्ली: नगर निगम की स्थायी समिति की बैठक में आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने दिल्ली की जनता से जुड़े मुद्दे उठाकर भाजपा सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि भाजपा कहती है कि सभी ड्रेनेज की 100 फीसद सफाई कराई गई है। फिर सवाल उठता है कि दिल्ली में हर तरफ जल भराव क्यों हुआ। यहां तक की भाजपा के मंत्रियों के घरों के बाहर भी जल भराव हुआ और लोग नाव चलाते दिखे। उन्होंने कहा कि एमसीडी का स्वच्छता अभियान फोटो खिंचवाने तक सीमित है। मेयर सड़क पर फोटो खिंचवाते हैं और अभियान खत्म हो जाता है। पूरी दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के केस बढ़ रहे हैं, लेकिन एमसीडी कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
 
“आप” के वरिष्ठ नेता व एमसीडी में विपक्ष के नेता अंकुश नारंग ने बुधवार को स्थायी समिति की बैठक में दिल्ली की जनता से संबंधित अहम मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम द्वारा दावे किए जा रहे हैं कि राजधानी के सभी नाले-नालियां 100 फीसद साफ कर दी गई हैं। अगर सारी सफाई हो गई थी, तो महापौर स्वच्छता अभियान के तहत नाले की सफाई क्यों करवा रहे थे। सिर्फ कागज़ों पर सफाई दिखाई जा रही है और इसके नाम पर ठेकेदारों को भुगतान किया जा रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि दिल्ली की ज्यादातर कॉलोनियों में जलभराव की समस्या बनी हुई है। निगम के अंतर्गत आने वाली गलियों और नालियों में जगह-जगह जलभराव होता है। अगर निगम को भगवान भरोसे चलाना है, तो फिर महापौर या स्थायी समिति की अध्यक्ष भी न बैठें और पार्षद भी न बैठें। निगम प्रशासन को जवाब देना होगा कि वह जनता को गुमराह क्यों कर रहा है? इस लापरवाही का ज़िम्मेदार कौन है?
दिल्ली को कूड़े से मुक्ति का अभियान चल रहा है, जिसमें विपक्ष पूरा सहयोग देना चाहता है। मैं मजलिस पार्क गया, जहां मेट्रो स्टेशन के पास ढेर सारा कूड़ा और गाद जमा था। फिर मैं वज़ीराबाद के रामघाट गया, जहां एफसीटीएस के बाहर कूड़ा ही कूड़ा था। यह वह वार्ड है, जहाँ महापौर का घर है, फिर भी वहां कूड़ा जमा है और कोई देखरेख नहीं हो रही है। निगम का डंप और इंजीनियरिंग विभाग आपस में लड़ता रहता है कि कौन नाला साफ करेगा। एक कहता है कि यह 3 फुट का है, दूसरा कहता है कि 4.5 फुट का और कूड़ा बाहर निकलता है। इस लड़ाई में कूड़ा बाहर ही पड़ा रहता है। आईटीओ, धौला कुआँ, मोतीबाग, करोल बाग, पहाड़गंज समेत पूरी दिल्ली में जलभराव होता है। भाजपा के मंत्रियों के घरों के बाहर भी जलभराव होता है। लोग कश्तियां लेकर निकलते हैं। 
एमसीडी का स्वच्छता अभियान अच्छा है, लेकिन यह सिर्फ फोटो खिंचवाने तक सीमित नहीं होना चाहिए। महापौर सड़क पर निकलते हैं, फोटो खिंचवाते हैं और अभियान खत्म। तभी स्वच्छता अभियान सफल होगा, जब इसे जमीनी हकीकत में उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले बढ़ रहे हैं। अध्यक्ष कहती हैं कि पिछले साल से कम हैं, लेकिन 300 मामले भी क्यों हैं? रोज़ की रिपोर्ट क्यों नहीं आती? जनता को जागरूक किया जाए। ताकि लोग सतर्क हों। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया पर ध्यान दीजिए। 
 
नेता प्रतिपक्ष ने पूछे ये सवाल-
 
1- निगम ने अब तक दिल्ली की कितनी नालियों को 100 फीसद साफ घोषित किया है? उनकी सूची सार्वजनिक की जाए।  
2- जिन नालियों की सफाई पूरी बताई गई थी, उनमें से कितनी में हाल ही में फिर से गाद निकाली गई?  
3- सफाई कार्यों के सत्यापन के लिए क्या कोई स्वतंत्र एजेंसी नियुक्त की गई है? अगर हां, तो उनकी रिपोर्ट दी जाए।  
4- सफाई कार्यों के भुगतान का आधार क्या था? क्या भुगतान से पहले भौतिक सत्यापन किया गया?  
5- जिन ठेकेदारों को भुगतान किया गया, उनके नाम और ठेके की राशि सार्वजनिक की जाए।  
6- महापौर द्वारा करवाई गई सफाई का दृश्य क्या यह दर्शाता है कि निगम का दावा झूठा है?  

7- जलभराव से प्रभावित प्रमुख कॉलोनियों की सूची क्या है और वहां कब तक कार्रवाई होगी? से 

जनसुनवाई के दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री को मारा थप्पड़

दिल्ली:  मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को उनके आवास पर चल  रही जनसुनवाई के दौरान एक डॉग लवर ने मारा थप्पड़ एवं बालों को खींचा । जनसुनवाई के दौरान इस शक्स ने मुख्यमंत्री को कुछ कागजात दिए और हमला बोल दिया । मुख्यमंत्री के सिर  कंधे एवं हाथ पर चोट आई है । हमला करने वाले शख्स की पहचान राजकोट (गुजरात)  के राजेश खीमजी भाई सकरिया के रूप में हुई है । वह  41 साल  का  है एवं पेशे से  रिक्शा चालक है । प्राप्त जानकारी के अनुसार हाल ही में आवारा कुत्तों  के खिलाफ दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज चल रहा था ।  अभियुक्त फिलहाल हिरासत में है एवं मामले पर  तहक़ीक़ात जारी है । 

घरवालों  ने उसे मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया है । मुख्यमंत्री पर हुए इस हमले को लेकर दिल्ली के राजनीतिक हलकों में खासी हलचल है । मुख्यमंत्री पर हमला यह पहली बार नहीं है । इससे पहले भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हुआ था और हमला करने वाला भी रिक्शा चालक था । 

बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के दौरान 65 लाख मतदाता तो कटे पर जुड़ा एक भी नहीं

दिल्ली: कांग्रेस की अगुवाई में इंडी गठबंधन के घटकों ने प्रेस वार्ता के माध्यम से  भारतीय चुनाव आयोग की भूमिका पर लगाया प्रश्न चिह्न मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार  की गत रविवार हुई प्रेस वार्ता का हवाला देते हुए कहा कि विपक्ष द्वारा  बिहार में एसआईआर की प्रक्रिया पर उठाये गए सवालों पर चर्चा ना कर अपनी जिम्मेदारी से भागने की कोशिश कर रहा है चुनाव आयोग । उनका कहना है कि आम आदमी देने के मतदान के अधिकार पर जीवित है लोकतंत्र । सुप्रीम कोर्ट ने भी  प्रक्रिया के दौरान मतदाता सूची से हटाए गये 65 मतदाताओं का क्रमवार ब्योरा तलब किया है । कांग्रेस के सांसद गौरव गोगई की अगुवाई में आयोजित इस प्रेस वार्ता में समाजवादी पार्टी से रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस से महुआ मोईत्रा, आम आदमी पार्टी से संजय सिंह, शिव सेना उद्धव से अरविंद सावंत, आरजेडी से मनोज झा सहित 9 दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए ।

इंडी गठबंधन के  उपस्थित प्रतिनिधियों का मानना है कि  चुनाव आयोग को कानून के दायरे में लेकर जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए । आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के अनुसार इस प्रक्रिया के दौरान बिहार में 65 लाख वोट काटे गए लेकिन हैरानी इस बात की है कि एक  भी नया वोट ऐड नहीं किया गया । घटक दलों के उपस्थित प्रतिनिधियों का मानना है कि यह एसआईआर नहीं है वोट काटो योजना है । इसके खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा । उनके पास विकल्प हैं जिनका अख्तियार परिस्थितियों के अनुसार होगा ।

राजनीति का स्वाद चखना है तो तरन तारन से चुनाव लड़ें ज्ञानी हरप्रीत सिंह :सरना

 
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान और शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली इकाई) के प्रधान परमजीत सिंह सरना ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर सियासी हमला करते हुए कहा कि अगर गियानी हरप्रीत सिंह को राजनीति का स्वाद चखना है तो उन्हें तरन तारन का उपचुनाव लड़ना चाहिए। सरना ने कहा कि तरन तारन का उपचुनाव क्षेत्र एक ऐसा हल्का है, जिसे पंथक हल्का कहा जाता है।
 
सरना ने कहा कि भले ही गियानी हरप्रीत सिंह ने कोई भी राजनीतिक चुनाव लड़ने से इंकार किया है, लेकिन इसके पीछे भी उनकी राजनीति झलकती है। क्योंकि गियानी हरप्रीत सिंह जानते थे कि पार्टी के सिर पर उपचुनाव आ खड़ा है। उन्हें यह भी पता था कि इस उपचुनाव के लिए पार्टी के प्रतिनिधि उनका नाम पेश कर सकते हैं, इसी लिए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने राजनीतिक खेल खेलते हुए खुद को चुनाव लड़ने से दूर रखने का ऐलान कर दिया।
 
सरना ने कहा कि अगर पार्टी राजनीतिक है, तो पार्टी प्रधान कैसे गैर-राजनीतिक हो सकता है? उन्होंने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह एक राजनीतिक धड़े के प्रधान हैं और बीबी सतवंत कौर को धार्मिक धड़े की चेयरपर्सन बनाया गया है। अगर बीबी सतवंत कौर यह ऐलान करें कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी, तो वह बात समझ आती है, लेकिन ज्ञानी हरप्रीत सिंह का प्रधान बनकर यह कहना कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे – यह भी एक बड़ी राजनीति का हिस्सा है।
 
सरना ने कहा कि जो व्यक्ति 15 लाख की भर्ती का दावा करता है, वह इस हल्के में यह भी देख सकता है कि उसे कितने लोगों का समर्थन मिला है। जिसमें उसने कार्यकर्ताओं की भर्ती की है। चुनावों के नतीजों के बाद सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
 
तरन तारन हल्के में भाई मनजीत सिंह, बीबी सतवंत कौर आदि जैसे बड़े पंथक नेता भी इनके साथ हैं। चुनाव न लड़ने का कहकर गियानी हरप्रीत सिंह राजनीति से भाग रहे हैं और केवल एक प्रतीकात्मक प्रधान की भूमिका निभा रहे हैं। सरना ने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह को तरन तारन की उपचुनाव लड़कर दूध का दूध और पानी का पानी कर देना चाहिए। 

अंडमान निकोबार से आये छात्र लाल किला मैदान में आयोजित आजादी के 79 वें वर्षगाँठ समारोह में शामिल

 

एक सराहनीय और हृदयस्पर्शी पहल के रूप में, अंडमान एवं निकोबार कमान ने ‘आरोहण: द्वीप से दिल्ली'  नामक सात दिवसीय उल्लेखनीय सैनिक एवं सांस्कृतिक यात्रा का आयोजन किया है, जो अंडमान एवं ननकोबार द्वीप समूह के जनजातीय समुदायों से आने वाले प्रतिभाशाली छात्रों के लिए एक अदभुत अनुभव है। इस प्रतिनिधि मंडल  में 30 मेधावी छात्रों को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के निर्देशालय  द्वारा चुना गया है, जो तीन जिलों — उत्तर अंडमान (नदगलीपुर, मयाबंदर और बराटांग), दक्षिण अंडमान (श्री नवजयपुरम) और निकोबार समूह (कार निकोबार, कामोर्टा और कैंपबेल बे) से हैं।

चयन किए गए दल में 15 लड़के और 15 लड़कियाँ शामिल हैं, जो विभिन्न विद्यालयों के उच्चतर माध्यमिक वगों से हैं। अत्यंत दूरस्थ क्षेत्रों में रहने और चुनौतीपूर्ण जीवन जीने वाले ये छात्र 12 अगस्त को श्री नवजयपुरम से वायु मार्ग द्वारा 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने और भ्रमण करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी दल्ली पहंचे।

अंडमान एवं निकोबार कमान के तत्वाधान  में संचालित यह अग्रणी पहल अपने आप में अभूतपूर्व एवं अनूठी है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकीकरण को बढावा देना और युवाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना को मजबूती प्रदान करना है । ये विद्यार्थी पहली बार हवाई जहाज, रेलगाड़ी और मेट्रो ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं, क्यूंकि ये पहले कभी अंडमान एवं ननकोबार द्वीप से बाहर नहीं गए हैं । यह उनके दृष्टिकोण को व्यापक बनाने और उन्हें राष्ट्रीय विचारधारा में प्रबलता से जोड़ने का प्रयास है ।

सिविल लाइन जोन में सफाई अभियान की खुली पोल

दिल्ली: सिविल लाइन जोन का दौरा कर  एमसीडी  के नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने खोली दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे सफाई अभियान की पोल । तिमारपुर विधानसभा के वार्ड 11 में कूड़े के ढेर का दौरा करने पहुंचे नेता विपक्ष ने कहा कि मेयर राजा इकबाल सिंह सिविल लाइन जोन से आते हैं। जब मेयर अपना घर साफ नहीं कर पा रहे हैं तो पूरी दिल्ली कैसे साफ करेंगे? जगह-जगह जल भराव और कूड़ा जमा होने की वजह से डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया का खतरा बढ़ गया है। पिछले चार महीने से भाजपा एमसीडी की सत्ता में है और तब से दिल्ली में कूड़े से गंदगी बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को फोटो शूट से बाहर निकल कर गवर्नेंस पर काम करना हो ताकि वह दिल्लीवालो की अपेक्षाओं पर खरा उतर सके।
इसी वार्ड के अंदर मेयर हाउस भी है और यह तिमारपुर विधानसभा है। इसी तिमारपुर विधानसभा से राजा इकबाल सिंह खुद पार्षद है। इसके बावजूद तिमारपुर विधानसभा के हालात यह है। भाजपा ने कहा था कि एक अगस्त से 31 अगस्त सफाई अभियान चला रहे हैं। सीएम रेखा गुप्ता सफाई अभियान शुरू किया था और मेयर ने बड़े-बड़े वादे किए थे। मेयर हाउस के वार्ड के अंदर ही चारों तरफ कूड़ा फैला हुआ है। चारों तरफ पानी जमा हो रहा है, शिल्ट भी पड़ी हुई है। यह समय मौसमी बीमारियों का है। इस मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया का है। इसके बावजूद इतनी गंदगी है। राजा इकबाल सिंह अपना घर तो साफ करवा नहीं पाए, वह दिल्ली को कूड़ा मुक्त कैसे बना पाएंगे। मेयर पहले अपने घर को साफ कराएं, फिर पूरी दिल्ली को साफ करें। मेयर सिर्फ फोटो शूट करते हैं। भाजपा के गुलाब सिंह राठौर यहां के चेयरमैन हैं। लेकिन चार महीने से यहां कूड़ा डाला जा रहा है। चार महीने पहले ही भाजपा एमसीडी की सत्ता में आई थी। भाजपा जब से एमसीडी की सत्ता में आई है, तब से हर तरफ कूड़ा ही कूड़ा जमा हो रहा है। 
नेता विपक्ष के अनुसार भाजपा के लोग समस्या का समाधान नहीं करना चाहते हैं। ये लोग विपक्ष के साथ समाधान पर चर्चा नहीं करते हैं। भाजपा को समाधान पर चर्चा करनी चाहिए। मेयर राजा इकबाल सिंह जिस वार्ड में रहते हैं, अगर वह अपना वार्ड नहीं साफ कर सकते हैं तो पूरी दिल्ली क्या साफ कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इस कूड़े को हटाना कोई मुश्किल काम नहीं है। फिर भी जगह-जगह कूड़ा जमा है। बुराड़ी में भी इसी तरह कूड़ा फैला हुआ है। मजलिस पार्क में भी कूड़ा एकत्र हो रहा है। पूरी दिल्ली में धीरे-धीरे जगह-जगह कूड़ा इकट्ठा होता जा रहा है। अगर भाजपा सफाई अभियान सिर्फ कागजों में ही चलाएगी और गाड़ी से उतर कर सिर्फ फोटो खिंचवा लेगी तो इससे काम नहीं चलेगा। भाजपा को फोटो शूट से बाहर आकर गवर्नेंस करनी पड़ेगी। अब दिल्ली में उसकी चार इंजन की सरकार है। भाजपा को दिल्ली की जनता की अपेक्षाओं के अनुसार काम करना पड़ेगा।

डॉक्यूबे बना प्रभावशाली और उद्देश्यपूर्ण कहानियों का अग्रणी मंच

 
भारत में प्रीमियम और विचारोत्तेजक वृत्तचित्रों के लिए अग्रणी मंच डॉक्यूबे (DocuBay) अब उद्देश्य-पूर्ण कहानियों के साथ अपनी मूल श्रृंखला का विस्तार कर रहा है। IN10 मीडिया नेटवर्क का अंग यह डिजिटल मंच अब सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि सामाजिक, राजनीतिक और मानवीय पहलुओं को छूती कहानियाँ पेश कर रहा है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर रही हैं।
डॉक्यूबे (DocuBay) ने अब तक कई प्रशंसित और पुरस्कार विजेता वृत्तचित्र प्रस्तुत किए हैं, इसकी बढ़ती सूची में कारगिल 1999: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ द इन्डियन एयरफोर्स, 12 डिजिट मास्टरस्ट्रोक: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ आधार, द दुपट्टा किलर और फैनेटिक्स। ये फिल्में भू-राजनीति, पहचान, अपराध और सामाजिक-राजनीतिक बदलाव जैसे ज्वलंत विषयों पर केंद्रित हैं।
मूल और खरीदे गए शीर्षकों की बढ़ती संख्या के साथ, डॉक्यूबे विश्वसनीय, तथ्य-आधारित कहानी कहने की बढ़ती माँग को पूरा करता आ रहा है। इसकी अगली पेशकश है 'ऑपरेशन माँ', जिसका प्रीमियर 27 अगस्त को विशेष रूप से डॉक्यूबे (DocuBay) पर होगा। यह वृत्तचित्र एक सच्ची और भावनात्मक कहानी को दर्शाता है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे एक माँ का प्रेम कश्मीर के कट्टरपंथ की चपेट में आए युवाओं को वापस मुख्यधारा में लाने का माध्यम बनता है। यह फिल्म साहस, सामंजस्य और देशभक्ति की गहराई से भरी हुई प्रेरणादायक यात्रा को दर्शाती हैं।
 IN10 मीडिया नेटवर्क के प्रबंध निदेशक आदित्य पिट्टी ने इस दिशा में अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए कहा, "IN10 मीडिया नेटवर्क में हम हमेशा ऐसे उद्देश्यपूर्ण कंटेंट प्लेटफ़ॉर्म बनाने में विश्वास करते हैं जो आज के दर्शकों की रुचियों से मेल खाते हों। डॉक्यूबे (DocuBay) एक ऐसा मंच है जो वास्तविक कहानियों, वास्तविक लोगों और वास्तविक प्रभावों को पेश करता है। हम वृत्तचित्रों के लिए बढ़ती रुचि को देखकर उत्साहित हैं जो न केवल जानकारी देती हैं, बल्कि संवाद के लिए भी न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रेरित करती हैं।
 डॉक्यूबे (DocuBay) के मुख्य कंटेंट अधिकारी समर खान ने कहा, "दर्शकों की पसंद में एक स्पष्ट बदलाव देखा जा रहा है – वे अब ऐसी सामग्री की ओर आकर्षित हो रहे हैं जो गहराई, प्रामाणिकता और अर्थपूर्णता प्रदान करती हो। ऑपरेशन माँ और हमारे बढ़ते ओरिजिनल लाइनअप के माध्यम से हम ऐसी कहानियाँ सामने ला रहे हैं जो न केवल भावनात्मक स्तर पर छूती हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत प्रासंगिक हैं।" 
जैसे-जैसे डॉक्यूमेंट्री शैली भारत में जोर पकड़ रही है, वैसे-वैसे डॉक्यूबे (DocuBay) गैर-काल्पनिक, तथ्य-आधारित और प्रेरणादायक कहानियों के साथ इस क्षेत्र में एक मजबूत नेतृत्वकर्ता के रूप में उभर रहा है। यह मंच भारत और वैश्विक स्तर पर गैर-काल्पनिक कंटेंट के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

 

जामा मस्जिद क्षेत्र में निकली तिरंगा यात्रा

दिल्ली: जामा मस्जिद से लोकतंत्र के प्रतीक लाल किला तक निकली तिरंगा यात्रा इस यात्रा संदेश के साथ कि किसी भी धर्म के उपर हमारा राष्ट्र है और हमेशा रहेगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा की अगुवाई में मुस्लिम समाज के सैकड़ों नागरिक  हाथ में तिरंगा लिए जोश के साथ चलते दिखाई दिए। एमजामा मस्जिद के अनेकों रास्ते भारत माता की जय’ वंदे मातरम्’ और ‘हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद’ के नारों से गूंज उठे और इस प्रकार तिरंगे की शान में लोगों ने माहौल को देशप्रेम के रंग में रंग दिया। दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष अनिश अब्बासी, अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष आतिफ रशीद, मोर्चा प्रभारी मोहमद हारून सहित इरफान सलमानी, शबाना रहमान,  इम्तियाज भी रैली में दिखाई दिए ।

यात्रा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने  कहा कि आज जामा मस्जिद से लाल किले तक हमारे अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा निकाली इस तिरंगा यात्रा से हमने एक संदेश देने का प्रयास किया है कि किसी भी धर्म से ऊपर भारत राष्ट्र है और हमेशा रहेगा। जिस प्रकार से हमारे मुसलमान भाई बहनों ने हाथों में तिरंगा लेकर देश के प्रति अपना स्नेह दिखाया वह एक मिशाल बना है।  दिल्ली में तिरंगा यात्रा पिछले चार दिनों से चल रही है और आज इसका आखिरी दिन है। आज दिल्ली के सभी 256 मंडलों में से बचे हुए कुल 52 मंडलों में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है जिसमें प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला अध्यक्षों के अलावा मंडल स्तर के कार्यकर्ता शामिल होकर देश के प्रति अपना प्यार और सम्मान जाहिर किए। 
कार्यक्रम के आयोजक  अनीश अब्बासी ने कहा कि हमारा तिरंगा हमारी पहचान है, हमारी एकता और हमारे भारत की आन-बान-शान है। उन्होंने कहा कि आज जामा मस्जिद इलाके में हुई इस तिरंगा यात्रा से मुस्लिम समाज ने यह साबित कर दिया है कि उनके लिए देश प्रेम सर्वप्रथम है, देशप्रेम किसी एक धर्म की नहीं बल्कि हर हिंदुस्तानी के दिल की आवाज है, देश के प्रति समर्पण, एकता और भाईचारे की जीवंत मिसाल बनकर आज  देशवासियों के सामने हैं।

 

घुसपैठिया वोट बैंक को बचाने के लिए एसआईआर के खिलाफ एजेंडा

दिल्ली: लोकसभा के नेता विपक्ष राहुल गांधी द्वारा चलाए जा रहे एसआईआर के खिलाफ पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री एवं भाजपा संसद ने निशाना घुसपैठिया वोट बैंक को बचाने के लिए बिहार में  हो रही एसआईआर के खिलाफ एजेंडा चला रहे हैं कांग्रेस और उसके सहयोगी दल । कहा कि राहुल गांधी  के नेतृत्व में 90 बार हार । हर हार के  बाद आत्ममंथन की जगह बचने का कोई ना कोई बहाना ढूँढ लेते हैं राहुल गांधी । कभी संविधान, कभी ईवीएम और अब  बूथ पर वोट चोरी । बोगस वोट के नाम पर इलेक्शन कमीशन पर तो सवालिया निशान लग जाता है लेकिन इलेक्शन कमीशन द्वारा इस बाबत हलफनामा मांगे जाने पर हलफनामा नहीं सबूत नहीं बस बेबुनियाद आरोप लगाकर खिसक लेना ।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा के नेता विपक्ष की ही तर्ज पर भाजपा के मुख्यालय में  एक प्रेजेंटेशन घुसपैठिये वोट बैंक से वोट चोरी के माध्यम से  राहुल गांधी की वायनाड एवं अखिलेश यादव कन्नौज  असेंबली सहित  विभिन्न असेंबलीज का हवाला देते हुए बताया कि वायनाड की वोटर लिस्ट के विश्लेषण में 93499 संदिग्ध मतदाता पाए गए । जिनमें से 20438 डुप्लीकेट, 17450 फेक एड्रेस, 4246 मिक्सड हाउसहोल्ड एवं 51365 प्रक्रिया के दौरान अतिरिक्त मतदाता पाए गये। इतनी संख्या में संदिग्ध मतदाता होने के बावजूद इस लोकसभा सीट से लगातार दो दफा राहुल गांधी और इस बार प्रियंका गांधी जीती हैं ।

 इसी प्रकार अखलेश यादव की असेंबली कन्नौज में 291798 संदिग्ध मतदाता पाए गये । जिनमे से 16163 डुप्लीकेट,153919 फेक एड्रेस,25772 मिक्सड हाउसहोल्ड एवं 74531 प्रक्रिया के तहत जोड़े गए अतिरिक्त मतदाता  पाए गये । यहाँ से अखिलेश यादव को 170922 वोटों से  जीत हासिल हुई । इतना ही नहीं 1952  के इलेक्शन में कांग्रेस ने बाबा साहिब अंबेडकर को हराने के लिए वामपंथी दल के साथ साजिश करके 73000 वोटों को निरस्त कर दिया । इंडी गठबंधन को लगता है कि बिहार में हार निश्चित है इसलिए उन्होंने बचाव के लिए नया तरीका खोज निकाला है  । जहाँ  जीत मिली वहाँ जुबान बंद यदि  हार  गए तो किसी ना किसी बहाने से हल्ला बोल । राजनीति के खेल भी अजब हैं ।

पंजाब में लैंड पूलिंग पालिसी से 65000 एकड़ उपजाऊ जमीन बर्बाद होने वाली थी

शिरोमणि अकाली दल ने हमेशा ही पंथ और पंजाब के हितों के लिए संघर्ष करते हुए डटकर लड़ाई लड़ी है और अनेक मोर्चे लगाकर जीत हासिल की है। पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा जो राज्य की ज़मीनों को हड़पने के लिए लैंड पूलिंग पॉलिसी लाई गई थी, उससे न केवल बेशकीमती और उपजाऊ 65,000 एकड़ ज़मीन बर्बाद होने वाली थी, बल्कि उस ज़मीन से जुड़े लाखों लोग भी तबाह हो जाते और साथ ही सरकार की मंशा पंजाब की संस्कृति को भी नुक़सान पहुँचाने की थी।जिस प्रकार शिरोमणि अकाली दल का इतिहास रहा है, अपने फर्ज़ को समझते हुए शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब की जनता को साथ लेकर इस काली नीति का लगातार विरोध किया।  एमदल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना के अनुसार अकाली दल ने लगातार धरने-प्रदर्शन किए और इसके खिलाफ पक्का मोर्चा लगाने की घोषणा भी की गई थी, जिसकी अगुवाई खुद सरदार सुखबीर सिंह बादल उसी तरह करने वाले थे जैसे उनके पिता सरदार प्रकाश सिंह बादल करते रहे हैं। राज्य सरकार, अकालियों के इतिहास से भली-भांति परिचित होने के कारण, जिस प्रकार अकाली दल के मोर्चे और जनविरोध से डरकर इस पॉलिसी को रद्द कर पीछे हटी है, यह अकाली दल द्वारा जनता के सहयोग से किए गए संघर्ष की जीत है। क्योंकि सरकार में अकाली भावना का सामना करने की ताकत नहीं थी।
यह जीत जनता की जीत है और अकाली दल के प्रधान सरदार सुखबीर सिंह बादल और समूचे अकाली कार्यकर्ता इसके लिए बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने पूरी सक्रियता के साथ इसका विरोध किया और सरकार को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया। जिस प्रकार इस संघर्ष में पंजाब की जनता ने अकाली दल का साथ देकर जीत सुनिश्चित की है, उसी प्रकार 2027 के चुनाव में भी पंजाब की जनता अकाली दल का साथ देकर पंजाब के हितों की रक्षा करने वाली अकाली सरकार बनाएगी।

निर्धारित से अधिक संख्या होने से रास्ते में ही रोके ईसी से मिलने जा रहे इंडी गठबंधन के सांसद

दिल्ली: इंडी गठबंधन के चुनाव आयोग से मिलने जा रहे सांसदों को बीच में रोककर गिरफ्तार किए जाने पर बोले लोकसभा के नेता विपक्ष एवं कांग्रेस के शीर्षस्थ नेता राहुल गांधी आज वोट की सच्चाई अब देश के  सामने है । उनकी लड़ाई राजनीतिक नहीं लोकतंत्र, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार की रक्षा की लड़ाई है। इंडी गठबंधन का एकजुट विपक्ष  एवं देश का हर मतदाता की माँग साफ-सुथरी वोटर लिस्ट  है ।  वयवस्था के  मद्देनजर चुनाव आयोग ने केवल 30 प्रतिनिधियों को मिलने की इजाजत दी थी ।

संसद के मकर द्वार से लेकर निर्वाचन सदन तक मार्च  निकालता हुआ राज्य सभा एवं लोक सभा के इंडी गठबंधन के  सांसदों का समूह  निर्वाचन आयुक्त को ज्ञापन सौंपने जा रहा था । कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित गठबंधन के विभिन्न घटकों के शीर्षस्थ नेता शामिल थे । निर्धारित संख्या से अधिक होने के कारण समूह को बीच रास्ते में रोक दिया गया । जबरदस्ती किए जाने पर गिरफ्तार कर लिया गया ।

नेता विपक्ष का तर्क है कि  यदि  चुनाव आयोग सभी सांसदों को बुलाता, तो वे मीटिंग में अपना-अपना पक्ष रखते । 

संपादक

डा. अशोक बड़थ्वाल

Mobile : 91-9811440461

editor@dhanustankar.com

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14 - अंडमान निकोबार से आये छात्र लाल किला मैदान में आयोजित आजादी के 79 वें वर्षगाँठ समारोह में शामिल

15 - सिविल लाइन जोन में सफाई अभियान की खुली पोल

16 - डॉक्यूबे बना प्रभावशाली और उद्देश्यपूर्ण कहानियों का अग्रणी मंच

17 - जामा मस्जिद क्षेत्र में निकली तिरंगा यात्रा

18 - घुसपैठिया वोट बैंक को बचाने के लिए एसआईआर के खिलाफ एजेंडा

19 - पंजाब में लैंड पूलिंग पालिसी से 65000 एकड़ उपजाऊ जमीन बर्बाद होने वाली थी

20 - निर्धारित से अधिक संख्या होने से रास्ते में ही रोके ईसी से मिलने जा रहे इंडी गठबंधन के सांसद

21 - दिल्ली में आयोजित होने वाली ऑल इंडिया स्पीकर कॉन्फ्रेंस का थीम विरासत से विकास पर आधारित

22 - बारिश के बाद सड़कों पर उतर कर किया रियलिटी चेक

23 - फेक नैरेटिव के आधार पर संवैधानिक संस्थानों को कमजोर करने की कोशिश

24 - रहस्य, दिमागी खेल एवं सिनेमाई प्रयोग का मिश्रण है मैकगफिन

25 - चुनावी प्रक्रिया में झोल होने से पुख्ता सबूतों के साथ होगा क्या कानूनी रूख अख्तियार

26 - कथित फांसीघर बनवाने पर 1,04,49,279 खर्च कर हेरिटेज बिल्डिंग की विरासत के साथ छेड़-छाड़ का विवाद गरमाया

27 - क्या वास्तव में दिल्ली विधान सभा परिसर में फाँसी घर की अफवाह को दिया गया है अमली जामा

28 - हजारों झुग्गीवालों को उजाड़े जाने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकताओं ने किया विधानसभा का घेराव

29 - दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन ऑपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा

30 - ओबीसी मोर्चे ने दिया दिल्ली की मुख्य मंत्री को 15 सूत्रीय ज्ञापन

31 - लोटपोट और शिन-चैन का मजेदार समागम

32 - नारी सशक्तिकरण से सशक्त भारत: विकसित भारत की ओर एक कदम

33 - तख्त श्री हज़ूर साहिब के प्रबंधकीय बोर्ड में सरकारी दखल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन