श्री अकाल तख़्त साहिब हर सिख के लिए सर्वोच्च है। अकाली दल से बागी चल रहे गुट की शिकायत पर ही श्री अकाल तख़्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के प्रधान श्री सुखबीर सिंह बादल को अपना स्पष्टीकरण देने के लिए श्री अकाल तख़्त साहिब पर बुलाया था। जिस पर फूल चढ़ाते हुए वे एक नम्र सिख के रूप में श्री अकाल तख़्त साहिब पर पेश हुए।
बागी गुट के कुछ नेता इतने उग्र हो रहे हैं । वे श्री अकाल तख़्त साहिब की हस्ती और मान मर्यादा का ख्याल भी नहीं कर रहे। सिंह साहिब ने यह स्पष्ट किया है कि श्री सुखबीर सिंह बादल के स्पष्टीकरण वाली चिट्ठी पांच सिंह साहिबान की एकत्रता के दौरान सबकी उपस्थिति में खोली जाएगी। फिर और कोई कौन होता है कि वह पांच सिंह साहिबान से ऊपर जाकर श्री अकाल तख़्त साहिब की सर्वोच्चता में दखल दे?
शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना के अनुसार एजेंसियों के इशारों पर श्री अकाल तख़्त साहिब की हस्ती को चुनौती दी जा रही है। जिसका बहाना श्री सुखबीर सिंह बादल को बनाया जा रहा है, लेकिन इसके पीछे जो मंशा काम कर रही है वह यही है कि श्री अकाल तख़्त साहिब को कैसे कमजोर किया जाए और सिखों के मन में श्री अकाल तख़्त साहिब की महत्ता और महानता को कम किया जाए और साथ ही शिरोमणि अकाली दल को पूरी तरह समाप्त करके सिख राजसी ताक़त को सदा के लिए खत्म कर दिया जाए।
जो आज पंथ हितैषी बने फिर रहे हैं वे श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बारे में क्यों नहीं बोल रहे? अकाली सरकार के समय शुरू हुई जांच को पहले सी.बी.आई. को सौंपा गया और फिर जो रिपोर्ट कैप्टन सरकार के समय आई या मौजूदा सरकार ने आज तक ना दोषियों का निपटारा किया और ना कार्रवाई हुई। इस बारे में कोई नहीं बोल रहा। चाहिए तो यह था कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सम्मान को कायम रखने और बेअदबियों को रोकने के लिए कोई साझा रणनीति बनाई जाती, लेकिन इसके उलट एकमात्र मिशन श्री सुखबीर सिंह बादल को निशाना बनाकर बाकी सिख मुद्दों से ध्यान भटकाना है, यह एजेंसियों की चाल है और हमारे कई नेता जाने अनजाने इसका हिस्सा बन रहे हैं।
दिल्ली, 25 जुलाई - शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष स. परमजीत सिंह सरना ने श्री ननकाना साहिब और पाकिस्तान के अन्य ऐतिहासिक गुरुधामों के दर्शन के लिए जाने वाले प्रवासी भारतीय सिखों को वीजा देने के पाकिस्तान के फैसले की सराहना की है।
स. सरना, जो इस पहल के सबसे बड़े समर्थकों में से एक हैं, ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान भारत में सिखों को भी यही सुविधा देगा।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी की तरफ से सरना ने इस कदम के लिए पाकिस्तान सरकार और इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि “श्री ननकाना साहिब आने वाले सिखों के लिए वीजा ऑन अराइवल प्राप्त करने के हमारे प्रयासों को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। हम आशावान हैं कि पाकिस्तान के सभी गुरुद्वारों को इस सेवा से जोड़ते हुए यह सुविधा जल्दी ही सिखों के लिए उपलब्ध होगी।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हाई कमीशन ने वरिष्ठ नागरिकों की अगुवाई वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए पारिवारिक वीजा नियमों को भी आसान कर दिया है।
हम पाकिस्तान सरकार से श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट की शर्त में ढील देने की अपील करते हैं, इसके बजाय उन्हें आधार कार्ड के उपयोग की अनुमति दी जाए।
नई दिल्ली, 25 जुलाई:आधी आबादी के हक और हिस्सेदारी के लिए महिला कांग्रेस आगामी 29 जुलाई से देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत करने जा रही है। आंदोलन देश की राजधानी दिल्ली से निकलता हुआ हर राज्य व उसकी राजधानी से गुजरेगा। इस आंदोलन की तीन मुख्य मांगें रहेंगी, जिनमें महिला आरक्षण विधेयक एवं महालक्ष्मी योजना लागू करने और महिलाओं के उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग शामिल हैं।
अलका लांबा ने पहली मांग के बारे में बताते हुए कहा कि राजनीतिक न्याय के तहत 33 प्रतिशत महिला आरक्षण विधेयक को तुरंत लागू किया जाए। इस आरक्षण में एससी-एसटी और पिछड़े वर्ग की ओबीसी बहनों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए और कानून लागू किया जाए। जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, वहां भी इस पर चर्चा कर इसे लागू किया जाए।
दूसरी मांग सामने रखते हुए अलका लांबा ने कहा कि आज महिलाएं बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई का शिकार हो रही हैं। जिसके कारण महिलाओं को घरेलू हिंसा भी सहनी पड़ रही है। हम महिलाओं के लिए आर्थिक न्याय के तहत महालक्ष्मी योजना लागू करने की मांग करते हैं। जिसमें हर गरीब परिवार की एक महिला को सालाना एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए।
तीसरी मांग के बारे में बताते हुए लांबा ने कहा कि सामाजिक न्याय के तहत महिलाओं को सुरक्षा का अधिकार मिलना चाहिए। भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार लगातार बढ़ता जा रहा है। अपराधियों में कानून का डर खत्म होता जा रहा है। ऐसे कई उदाहरण हैं, जो शर्मसार करने वाले हैं। मध्य प्रदेश के रीवा में दो महिलाओं को दबंगों ने जिंदा गाड़ दिया। नवी मुंबई में 30 साल की महिला का सामूहिक बलात्कार कर हत्या कर दी गई। महाराष्ट्र के ठाणे में नौ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। राजस्थान में छह महीने में महिला अपराध की 20 हजार घटनाएं सामने आई हैं। उम्मीद की जा रही थी कि बजट में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस में महिलाओं की भर्ती और सक्रिय महिला थानों की बात होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अलका लांबा ने आगे कहा, कांग्रेस मांग करती है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों पर नकेल कसी जाए, ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस कर सकें।
उन्होंने आगे कहा, दिल्ली पुलिस इस आंदोलन के लिए विभिन्न प्रदेशों से आने वाली महिला कांग्रेस की पदाधिकारियों से फोन पर पूछताछ कर रही है, उनके आने और रुकने की जानकारी ले रही है। अगर दिल्ली पुलिस सोच रही है कि वो इस आंदोलन को रोक पाएगी, तो वो गलत सोच रही है। हम गांधीवादी तरीके से सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए अपनी आवाज उठाएंगे और सरकार को सुनना होगा।
यूपी फाइल्स के लिए दर्शकों के इंतजार की घड़ियां हुई खत्म कल याने कि 26 जुलाई को यह फिल्म होगी देश भर में सिनेमा हॉलों पर रिलीज।
कुलदीप सिंह ओस्तवाल द्वारा निर्मित एवं नीरज सहाय द्वारा इस फिल्म में मनोज जोशी उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ के लीड रोल में दिखाई देंगे। मंजरी फडनिस एवं मिलिंद गुनाजी के अतिरिक्त विपरीत रोल में दिखाई देंगे अनिल जॉर्ज ।
फिल्म के निर्माता के कुलदीप सिंह ओस्तवाल,निर्देशक नीरज सहाय एवं अदाकार अनिल जॉर्ज ने नई दिल्ली के पीवीआर प्लाजा में मीडिया से रूबरू हुए । वो फिल्म के प्रचार के सिलसिले में दिल्ली आए थे । बतौर निर्माता कुलदीप ओस्तवाल की यह पहली फिल्म है ।
फिल्म की कहानी उत्तर प्रदेश की मौजूदा सियासत विशेषकर लॉ एंड ऑर्डर पर आधारित है । योगी आदित्यनाथ के रूप में फिल्म में मनोज जोशी का फेमस डायलॉग है बाबा साहिब के सविधान की कदर ना एक इंच इधर ना एक इंच उधर। खुलेगी प्रदेश में सक्रिय माफियाओं की पोल।
सिनेमा हॉल में यूपी फाइल्स को देखकर आप सोचने को मजबूर हो जायेंगे क्या योगी आदित्यनाथ के आने से क्या वास्तव में उत्तर प्रदेश की लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन वास्तव में...
अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी को अकाल तख्त साहिब द्वारा पेश होकर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था। आज उन्होंने विनम्र सिख के रूप में अकाल तख्त साहिब पर उपस्थित होकर अपना स्पष्टीकरण दिया। इससे फिर से स्पष्ट हो गया कि दुनिया भर में रहने वाले हर सिख के लिए श्री अकाल तख्त साहिब सर्वोच्च है और हर सिख इसके प्रति समर्पित है।
सिखों के राजनीतिक नेता, चाहे वह कोई भी रहा हो, मास्टर तारा सिंह से लेकर श्री सुखबीर सिंह बादल तक, अकाली दल के हर प्रधान ने जब भी आदेश मिला, तो उन्होंने विनम्र सिख के रूप में श्री अकाल तख्त साहिब के आगे समर्पण किया है।
बादल और धामी का बिना बड़े काफिले के श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश होना भी एक अच्छा कदम है। क्योंकि अक्सर यह देखा गया है कि कई नेता अपनी धौंस जमाने के लिए बड़े लाव-लश्कर के साथ श्री अकाल तख्त साहिब पर आते रहे हैं।
शिरोमणि आकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना एवं वरिष्ठ नेता हरविंदर सिंह सरना के अनुसार अब जब दोनों समुदायों के प्रतिनिधि समूहों के प्रमुख सेवक अपने-अपने स्पष्टीकरण अकाल तख्त साहिब पर पेश कर चुके हैं, तो हमें उम्मीद है कि सिंह साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह और अन्य जत्थेदार साहिबान इन स्पष्टीकरणों पर विचार करेंगे और समुदाय को मार्गदर्शन देंगे। वे उन परिस्थितियों का भी समाधान करेंगे जो इस समय समुदाय में उत्पन्न हो रही हैं और जो पंथ विरोधी ताकतें इन प्रतिनिधि समूहों को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं, उन्हें भी अपने फैसले के साथ जवाब देंगे।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पंथ की एक मानमत्ति और प्रतिनिधि संस्था है। जो आज वित्तीय देनदारियों के चलते दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुकी है। इसलिए हर दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दूसरों पर कीचड़ उछालने की बजाय इसके प्रधान हरमीत सिंह कालका और जनरल सचिव जगदीप सिंह काहलोन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कमेटी की 700 करोड़ से ऊपर पहुंच चुकी वित्तीय देनदारियों के बारे में भी करें और कौम को बताएं कि उन्होंने कहां-कहां और कितने पैसे देने हैं।
ये बातें दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य श्री जितेंद्र सिंह सोनू ने दिल्ली कमेटी के आर्थिक संकट पर टिप्पणी करते हुए कही। उनके अनुसार, कमेटी में यह नौबत आ गई है कि कम संगत होने का बहाना बनाकर 12 बजे के बाद ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबानों में ए.सी. तक बंद कर दिए जाते हैं। क्या दिल्ली कमेटी को श्री गुरु ग्रंथ साहिब का जरा भी सत्कार नहीं है? क्या उन्हें नहीं पता कि ये ए.सी. केवल संगत के लिए ही नहीं बल्कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के लिए भी लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा, “पर असल बात यह है कि कमेटी के पास बिजली के बिल देने के भी पैसे नहीं हैं जिसके लिए इस तरह की बचतें कर रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर कमेटी के कुछ पसंदीदा सदस्यों को दी गई कारें, जिन्हें उन्होंने टैक्सी के रूप में चलाकर आमदनी का साधन बनाया हुआ है और संस्थाओं से पुराने उतारे गए ए.सी. ये पसंदीदा सदस्य अपने घरों को ले जा रहे हैं।”
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल सेक्रेटरी सरदार जगदीप सिंह काहलो ने कहा है कि कमेटी की ओर से सरना भाइयों के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब के जथेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह को शिकायत देकर मांग की जाएगी कि सरना भाइयों के आरएसएस से संबंधों की जांच करवाई जाए और इनकी पंथ विरोधी गतिविधियों के लिए इन्हें पंथ से निष्कासित किया जाए।
आज यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सरदार जगदीप सिंह काहलो, जिनके साथ दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के उपाध्यक्ष आत्मा सिंह लुबाना, शिरोमणि अकाली दल दिल्ली स्टेट के प्रधान एमपीएस चड्ढा और अन्य अधिकारी व सदस्य भी थे, ने कहा कि सरना भाइयों ने कल दिल्ली के निजी होटल में बैठक की थी जिसमें सरदार हरविंदर सिंह सरना ने दावा किया कि 2022 के चुनावों के समय आरएसएस के प्रधान और अधिकारी उनके घर आए थे और कहा था कि पार्टी और संघ दोनों चाहते हैं कि अगले प्रधान सरदार परमजीत सिंह सरना बनें। बेशक, हम उनकी बातों में नहीं आए, इसलिए प्रधान नहीं बने।
उन्होंने कहा कि जो बैठक बुलाई गई थी उसका एजेंडा था कि स्कूलों का सुधार कैसे हो सके। सरदार काहलो ने कहा कि पिछले करीब 22 सालों से 12 साल तक आप दोनों सरना भाई प्रधान रहे और फिर 6 साल मनजीत सिंह जीके प्रधान रहे। उन्होंने कहा कि जो पैसे आप दावा कर रहे हैं कि आप छोड़ कर गए, उसका जवाब आप मनजीत सिंह जीके से मांगें।
उन्होंने कहा कि दो साल कोरोना के कारण गोलक भी बंद थीं, स्कूलों में भी लॉकडाउन के कारण छुट्टियां थीं और फीस नहीं आ रही थी लेकिन इसके बावजूद स्कूलों के स्टाफ को हमने वेतन भी दिया और छठे वेतन आयोग के बकाया भी दिए और अब सातवां वेतन आयोग भी लागू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली कमेटी दो सालों में 90 करोड़ रुपये दे सकती है तो आप क्यों नहीं बकाया दिया, इस बात का जवाब सरना भाई दें।
उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह जीके ने कल की बैठक में कहा है कि सरप्लस स्टाफ के कारण बुरा हाल हो रहा है और उसमें छंटनी होनी चाहिए लेकिन मनजीत सिंह जीके की कमेटी के समय सदस्य गुरलाड सिंह ने याचिका डालकर मांग की थी कि 574 स्टाफ की छंटनी होनी चाहिए लेकिन मनजीत सिंह जीके ने इसे वापस क्यों करवाया था? इसका भी जवाब मनजीत सिंह को संगत को देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है जिसकी जांच होनी चाहिए और सिख संगत को पता लगना चाहिए कि कौन आरएसएस का करीबी है और कौन नहीं। उन्होंने कहा कि सरना भाई प्रचार कुछ और करते हैं और काम कुछ और ही करते हैं।
नई दिल्ली, 21 जुलाई — दिल्ली के प्रमुख सिखों ने गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूलों जैसी विरासत सामुदायिक संस्थाओं के पतन के लिए भ्रष्ट नेताओं को जवाबदेह ठहराने की कसम खाई है।
इस संबंध में बैठक की मेज़बानी करने वाले पंथक नेता हरविंदर सिंह सरना ने कहा, “हम अपने एक समय के गौरवशाली शैक्षणिक संस्थानों की अवनति के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तलाश करेंगे। हमारा लक्ष्य फंड जुटाने और गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूलों जैसी विरासत संस्थाओं को पुनर्जीवित करने के लिए भ्रष्ट नेताओं की संपत्तियों की नीलामी करना है।”
नई दिल्ली के एक होटल में आयोजित इस बैठक में सरदार अमरजीत सिंह चंढोक, उद्योगपति सरदार हरदीप सिंह बंगा, सरदार मनजीत सिंह जीके (पूर्व अध्यक्ष डीएसजीएमसी), सरदार करतार सिंह चावला, सरदार जतिंदर सिंह साहनी (महासचिव शिरोमणि अकाली दल, दिल्ली इकाई), सरदार कुलतरान सिंह कोछड़, सरदार तजिंदर सिंह गोपा, सरदार जितेंद्र सिंह सोनू, सरदार अमरीक सिंह विकासपुरी, सरदार सतनाम सिंह खालसा, सरदार सुरिंदर सिंह दारा, सरदार मोहिंदर सिंह, डॉ. परमिंदर पाल सिंह एमएन, सरदार दर्शन सिंह, सरदार मनजीत सिंह सरना, युवा नेता सरदार रमणदीप सिंह सोनू, सरदार एच. पी. सिंह, सरदार रमणदीप सिंह क्वात्रा और अन्य प्रमुख सिख हस्तियाँ शामिल थीं।
आम आदमी पार्टी की पांच गारंटियों का पोस्टमार्टम करते हुए निशाना बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा एवं सांसद रामवीर सिंह विदुरी ने साधा निशाना कहा कि पहले दिल्ली फिर पंजाब और अब हरियाणा में सपने दिखाने के लिए निकल पड़ी आम आदमी पार्टी ।
गवर्नेंस के नाम पर प्रेस कांफ्रेंस करते हैं दिल्ली सरकार के मंत्री । दिल्ली में हर साल 100 नए स्कूल खोलने का लक्ष्य खोखला साबित हुआ । पुराने 75 स्कूल हुई बंद । एक भी नया स्कूल या कालेज नहीं खुला । स्वच्छ पेय जल एवं सीवरेज डिस्पोजल के मद्देनजर 4 WTP एवं 13 STP के लिए केंद्र सरकार द्वारा 8500 करोड़ रुपया सेंक्शन किया गया । एक भी नया WTP STP नहीं खोला गया ।
इतना ही नहीं पॉल्यूशन फ्री दिल्ली के लिए सेंक्शन फंड का 71फीसदी फंड यूटिलाइज्ड नहीं हुआ । पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के नाम पर 15000 नई बसे लाने का मामला भी बस्ते में गया। दिल्ली में 1650 नई इको सिस्टम बसें केंद्र द्वारा मुहैया कराई गई । दिल्ली के पूर्व ma मुख्यमंत्री स्वर्गीय मदन लाल खुराना द्वारा गठित यमुना विकास बोर्ड को समाप्त कर दिया गया ।
और रही बात स्वास्थ्य सुविधाओं की तो एक भी नया अस्पताल नहीं खोला गया । खाली भ्रामक प्रचार से हो रही है लीपा पोती।
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने सरगना सहित 15 को गिरफतार कर एक ऐसे अंतरराज्य गिरोह कर भांडा फोड़ा जो अवैध रूप से किडनी ट्रांसप्लांट के कारोबार में लिप्त था । इस गैंग के तार दिल्ली एनसीआर, पंजाब,हरियाणा, मध्यप्रदेश एवं गुजरात से जुड़े हुए हैं ।
गिरोह के कुछ सदस्य उच्च शिक्षा प्राप्त थे एवं किसी न किसी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर के पद पर कार्यरत थे और कुछ एक ने खुद का या आपने करीबी रिश्तेदार का इनकी मदद से किडनी ट्रांसप्लांट करवाया था ।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरोह का सरगना नोएडा वासी संदीप आर्या पब्लिक हेल्थ में एमबीए था, ने किडनी ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर के रूप में दिल्ली,फरीदाबाद , गुड़गांव, इंदौर एवं बड़ौदा के अस्पतालों में काम किया था । किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 35 से 40 लाख रुपया वसूला जाता था । एक केस में 7 से 8 लाख रूपये का मार्जिन था।
अन्य गिरफतार अभियुक्तों में देवेंद्र झा उत्तराखंड, विजय कुमार कश्यप लखनउ, पुनीत कुमार आगरा, मो हनीफ शेख मुंबई, चीका पारसनाथ हैदराबाद,तेज प्रकाश दिल्ली, रोहित खन्ना दिल्ली के नाम शामिल हैं ।
इनके कब्जे से 150 लाख की नकदी,34 विभिन्न राज्यों के अधिकारियों की स्टैंप, 6 किडनी डोनर एवं पेशेंट्स के फर्जी दस्तावेज, विभिन्न अस्पतालों एवं लेबोट्रीज के ब्लैंक दस्तावेज आदि बरामद हुए। मामले पर तहकीकात जारी है
दिल्ली में बेहतर शिक्षा मॉडल की एक और नई कड़ी अशोक विहार में जल्द ही होगा नवीनतम तकनीक से लैस नगर पालिका प्राथमिक स्कूल का उद्घाटन।
निगम की महापौर डॉ शैली ओबेरॉय के अनुसार निगम के अंदर्गत चल रहे प्राथमिक स्कूलों की संख्या 1500 है । दो स्कूलों बवाना एवं विष्णु गार्डन का उदघाटन गए साल हुआ । निगम हर एक बच्चे को अच्छी शिक्षा के लिए संकल्पबद्ध।
निगम के नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह के अनुसार इन तीनों ही स्कूलों का फाउंडेशन स्टोन एवं फंडिंग बीजेपी शासित निगम के कार्यकाल के दौरान हुई है । नेता प्रतिपक्ष ने मेयर से पूछा सवाल उनके कार्यकाल में कितने स्कूलों के लिए फंडिंग हुई । क्योंकि बिना स्टेंडिंग कमेटी के फंड रिलीज नहीं किया जा सकता । स्टेंडिंग कमेटी का गठन अभी होना बाकी है ।
एक अंग्रेज़ी अख़बार में छपे एक सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी के लेख का हवाला देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने कहा राजनीतिज्ञों द्वारा समय समय पर की दी जा रही हिंसक टिप्पणियाँ कहीं ना कहीं हिंसक प्रवृतियों को बढ़ावा देती हैं ।
हाल ही में हुआ डोनाल्ड ट्रंप पर हमला प्रत्यक्ष उदाहरण है । देश के प्रधान मंत्री के लिए नेता प्रतिपक्ष एवं अन्य नेताओं द्वारा टिप्पणी डंडे से मारना, कभी भी कहीं से कुछ भी फेंका जा सकता है, कब्र खुदेगी, मर जा मोदी , बोटी बोटी कर देंगे वोट बैंक की राजनीति का हॉलमार्क बन गया है ।
देश की सबसे बड़ी पार्टी जो कि आजकल विपक्ष में है, की शीर्षस्थ नेत्री ने तो प्रधानमंत्री को मौत के सौदागर की संज्ञा ही दे डाली । कहीं ना कहीं जरूरी है इस प्रकार की बयानबाजियों पर नकेल कसनी...
नई दिल्ली 17 जुलाई: शिरोमणी अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने मीडीया ब्यान में कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब हर सिख लिए सर्वाेच्च है।
हर श्रद्धावान सिख श्री अकाल तख्त साहिब को समर्पित भी है और वहां से आने वाले हर फैसले को मानने के लिए वचनबद्ध है। शिरोमणी अकाली दल के प्रधान श्री सुखबीर सिंह बादल को जो श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा पेश होने के लिए कहा गया उस बारे उन्होंने भी एक निमाणे सिख के तौर पर सिर झुका कर श्री अकाल तख़्त साहिब पर पेश होने की बात कही है।
सः सरना ने कहा पर एक निजी टी वी चौनल पर बातचीत के दौरान चरंजीत सिंह बराड़ ने जो टिप्पणियां की हैं कि अब फैसला श्री अकाल तख़्त साहिब के जथेदार के हाथ है या वे किस भूमिका को निभाते हैं आदि इससे स्पष्ट होता है कि उसके अंदर श्री अकाल तख़्त साहिब का कितना सत्कार है। चरंजीत बराड़ को यह समझ लेना चाहिए कि श्री अकाल तख़्त साहिब के जथेदार अपने अंदर फैसले लेने के लिए समर्थ हैं। इसलिए चरंजीत बराड़ जिस तरीके से सलाह दे रहे हैं वह श्री अकाल तख्त साहिब और जथेदार साहिब का अपमान करते दिख रहे हैं उन्हें ऐसी हरकतों से बाज़ आना चाहिए।
सः सरना ने कहा आज भी सिखों के हर मसले का हल श्री अकाल तख्त साहिब से हो सकता है पर अपने मन और मुख्य सच्चे दिल से श्री अकाल तख़्त साहिब की ओर करने की आवश्यकता़ है दिल्ली या नागपुर की ओर नहीं।
नई दिल्ली, 15 जुलाई, 2024- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के सदस्यता अभियान के अंतर्गत दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के सदस्यता अभियान को लॉच करते हुए कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी जी की सोच ‘‘नेता बनो-नेता चुनो’’ की शुरुआत के साथ लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सबको बराबर मौका दिया जाना चाहिए।
संगठन में लोकतंत्र को आतंरिक रुप से प्रक्रिया में लाकर राहुल जी का मकसद छोटे से छोटा कार्यकर्ता चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेकर अपनी काबलियत के अनुसार बड़े से बड़ा पद हासिल कर सकता है।
दिल्ली युवा कांग्रेस सदस्यता अभियान की शुरुआत के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव के साथ कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज, आईवाईसी के महासचिव दिल्ली प्रभारी श्री पूर्ण चन्द्र पांधी ‘‘पोको’’, सचिव प्रभारी खुशबु शर्मा, दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्री रणविजय सिंह लोचव, आईवाईसी सचिव रिषी भारद्वाज, पी.आर.ओ. श्री मुकुल गुप्ता, आईवाईसी के चुनाव आयुक्त श्री मकसूद और दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस एक्टिंग अध्यक्ष श्री शुभम शर्मा सहित भारी संख्या में युवा कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि मैं दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूॅ कि दिल्ली देश की राजधानी है, यहां किया गया हर काम संदेश बनकर फैलता है, सभी कार्यकर्ता युवा कांग्रेस की अत्यधिक सदस्यता करके रिकॉड तोड़ मेम्बरशिप करें ताकि दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस को एक कर्मठ और सुदृढ़ कार्यकारिणी मिल सके। उन्होंने कहा कि यह राहुल जी की सोच का ही नतीजा रहा कि पिछले कुछ सालों से युवा कांग्रेस में चुनाव प्रक्रिया को शुरु किया जिसमें कॉमन वर्कर को प्रदेश की नुमाईंदगी करने का मौका मिला है।
नई दिल्ली 15 जुलाई : दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा के नेतृत्व में आज बिजली बिलों में लगने वाले पावर परचेस एग्रीमेंट चार्ज, पेंशन सरचार्ज, मीटर चार्ज एवं लोड़ सरचार्ज के विरूद्ध भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के अलग अलग कोनों में पावर डिस्कॉमों के 14 बड़े कार्यालयों पर रोष प्रदर्शन किया।
पावर डिस्कॉम बी.एस.इ.एस. यमुना के कड़कड़डूमा स्थित मुख्यालय पर शाहदरा जिला भाजपा द्वारा आयोजित रोष प्रदर्शन में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा, विधायक श्री ओमप्रकाश शर्मा, श्री अभय वर्मा एवं श्री अनिल बाजपेई, जिलाध्यक्ष श्री संजय गोयल के आलावा पूर्व विधायक श्री नितिन त्यागी, श्री नसीब सिंह, स्थानीय निगम पार्षद एवं जिला और मंडल पदाधिकारी सम्मलित हुए।
मयूर विहार जिला अध्यक्ष श्री विजेन्द्र धामा के नेतृत्व आयोजित विरोध प्रदर्शन में भी प्रदेश अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा शामिल हुए। इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता डॉ अनिल गुप्ता भी उपस्थित थे।
दिल्ली सरकार बिजली कंपनियों से मिलकर दिल्ली को लूटने का काम पिछले 10 सालों से कर रही है। हर उपभोक्ता जो बिजली का बिल भर रहा है वह 50 फीसदी से ज्यादा पैसा अरविंद केजरीवाल और बिजली कंपनियों के जेबों में सरचार्जों के नाम पर डाल रह है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली के सभी 14 जिलों में आज प्रदर्शन हो रहा है। 1.5% बिजली खरीद समझौता शुल्क (पी.पी.ए.सी.) पहली बार दिल्ली में 2011 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा अवैध रूप से लगाया गया था। 2014 में राष्ट्रपति शासन के दौरान भाजपा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल की तत्कालीन केन्द्रीय बिजली मंत्री श्री पीयूष गोयल से मुलाकात के बाद इसे वापस ले लिया गया। लगभग अगस्त 2014 से सितंबर 2015 के बीच शुल्क नही लगा लेकिन जब केजरीवाल मंडली दिल्ली में सत्ता में आई तो यह केजरीवाल सरकार ने 1.5 फीसदी से 45 फीसदी तक पहुंचा दिया।
नई दिल्ली 14 जुलाई: पंजाब पुलिस नशा तस्करों को गिरफ्तार करने के बजाय नशेड़ियों को गिरफ्तार कर रही है ।
नशा करने वाले परिवारों की दुर्दशा को देखते हुए सरकार के निर्देशानुसार पंजाब पुलिस पिछले 12 वर्षों से नशा करने वालों को गिरफ्तार कर रही है, जिसके कारण कई युवा पंजाब पुलिस के इस अभियान का शिकार बन रहे हैं।
शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई की महिला विंग की मुख्य सेवादार बीबी रणजीत कौर का मानना है कि सांसद भाई अमृतपाल सिंह जब खालसा दूसरे साल भी एनएसए के आगे नहीं झुके तो सरकार ने उनके भाई हरप्रीत सिंह को भी ड्रग बरामदगी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। सियासत को याद रखना चाहिए कि सिखों को इन हथकंडों से दबाया नहीं जा सकता और ये वही सिख हैं जिन्होंने इस देश को आज़ाद कराने के लिए 92 प्रतिशत बलिदान दिया है। पंजाब पुलिस अदालत में हरप्रीत सिंह के नशे से संबंधित तथ्यों की जानकारी देने में विफल रही है, जिसके कारण उन्हें हरप्रीत सिंह और अन्य का रिमांड नहीं मिल सका, जिससे साबित होता है कि यह सब भाई अमृतपाल सिंह और उनके परिवार को बदनाम करने की गंदी चालों का नतीजा है. कोर्ट और मौजूदा सरकार को ऐसे हथकंडों से बचना चाहिए, नहीं तो सिख फिर से बड़े आंदोलन का रास्ता पकड़ सकते है ।
धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तले निर्मित फिल्म बैड न्यूज की रिलीजिंग डेट जैसे जैसे करीब आती जा रही है दर्शकों का उत्साह बढ़ता दिखाई दे रहा है । यह फिल्म अगामी 19 जुलाई को देश भर के सिनेमा हालों में रिलीज होगी ।
फिल्म के प्रमोशन के लिए दिल्ली आए विक्की कौशल, तृप्ति डिमरी एवं एम्मी विर्क ने होटल ली मेरिडेन में मिडिया से रूबरू होकर उम्मीद जताई कि फिल्म दर्शकों की कसौटी पर खरी उतरेगी।
फिल्म की कहानी रेयर मेडिकल कंडीशन की शिकार एक लड़की जिसका किरदार तृप्ति डिमरी निभा रही है ,के इर्दगिर्द घूमती है । मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार उसकी कोख में पल रहा बच्चा एक नहीं दो अलग अलग लड़कों जिनका किरादार विक्की कौशल एवं एम्मी विर्क निभा रहें हैं ।
आगे की कहानी तो फिल्म देखकर ही मालूम होगी पर यकीन मानिए आपको इस मसाला मिक्स मिक्स रेस्पी को देखकर मजा बहुत आयेगा ।
नई दिल्ली, 13 जुलाई* : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के प्रयास के बाद दिल्ली के माननीय उपराज्यपाल ने दिल्ली के 5004 शिक्षकों के ट्रांसफर ऑर्डर को रोकने का काम किया है जिसके बाद राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ ने आज एनडीएमसी हाल में एक सम्मान समारोह के दौरान श्री सचदेवा के साथ सांसद श्री योगेंद्र चंदोलिया, श्रीमति कमलजीत सहरावत और सुश्री बांसुरी स्वराज को सम्मानित किया और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त किया।
संघ के महासचिव श्री अर्जुन वीर सिंह के संयोजन में आयोजित सम्मान समारोह में श्री राजवीर सिंह छिकारा और वीरेंद्र डबास सहित शिक्षकगण मौजूद थे।
इस मौके पर श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि शिक्षक से बड़ा इस दुनिया में कोई नहीं है और हमेशा आपसे कुछ सीखने को मिलता है। यह बात किसी भी तरह से हजम नहीं होती कि शिक्षकों के एक स्कूल में 10 साल हो गए इसलिए उनका ट्रांसफर हो जाए।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के चुनाव में कैसे शिक्षकों का शोषण कर सके यह साजिश केजरीवाल सरकार की थी और उसमें वह कामयाब नहीं हो पाए। जिस दिल्ली को हम देख रहे हैं दिल्ली की दर्द हम समझते हैं इसलिए हमने आप सब के दर्द को समझा।
दिल्ली में एक ऐसी सरकार चाहिए जो दिल्ली वालों के दर्द को समझती हो ना कि एक ऐसी सरकार जो एक NGO की तरह चलाती हो या फिर निजी ट्रस्ट की तरह चलाती हो।
ओम त्रिनेत्रा फिलिम्स के बैनर तले निर्मित फिल्म एक्सीडेंट और कॉन्सपरेसी गोधरा 2002 में घटित गोधरा कांड पर नानावती एवं पाठक आयोग की रिपोर्ट पर अधारित यह फिल्म दर्शकों को यह सोचने को मजबूर कर देगी कि यात्रियों से भरी साबरमति एक्सप्रेस की एक बोगी में लगी आग एक हादसा थी या फिर षडयंत्र का एक हिस्सा ।
एम के शिवाक्ष द्वारा निर्देशित इस फिल्म में लीड रोल में नजर आयेंगे रणबीर शौरी एवं मनोज जोशी । साथी कलाकार हैं हितु कनोजिया, अक्षिता नामदेव, डेनिशा घुमरा,गुलशन पांडे,राजीव सुरती एवं गणेश यादव ।
दिल्ली के पीवीआर प्लाजा में मीडिया से रुबरू होकर फिल्म के निर्देशक एम के शिवाक्षत, अक्षिता नामदेव एवं अन्य साथी कलाकारों ने बताया कि गोधरा कांड के पीड़ित परिवारों से व्यक्तिगत संपर्क करके गहन रिसर्च के बाद फिल्म का निर्माण किया गया है । फिल्म का 50 फीसदी सीन सेंसर बोर्ड द्वारा काट दिए गए हैं । गोधरा कांड के सरकारी वकील राजेंद्र तिवारी ने भी अपने अनुभवों को सांझा किया ।
फिल्म की कहानी 27 फरवरी 2002 गोधरा स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस के कोच नंबर एच 6 में एक समुदाय विशेष के सदस्यों द्वारा आगजनी और बोगी में सवार यात्रियों जिनमें ज्यादातर कारसेवक थे के इर्दगिर्द घूमती है । हादसे 59 कारसेवकों की मौत हुई । जो कीट 28 फरवरी को बलवे के रूप में तब्दील हुआ और लगभग 1200 से भी अधिक लोगों की मौत हुई ।
फिल्म आगामी 19 जुलाई को देश भर में सिनेमा हाल में रिलीज होगी । यकीन मानिये फिल्म के आखरी 15 मिनट आपको भावुक करने के साथ यह सोचने को मजबूर कर देंगे क्या गोधरा कांड वास्तव में हादसा था या फिर षडयंत्र...
पाकिस्तान में गुरुधामों के खुले दर्शनों के लिए, नानकाना साहिब के वीज़ा का अनुमोदन और श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए पासपोर्ट की शर्तों को समाप्त करके आधार कार्ड को मान्यता देने और वहां ठहरने के लिए संगत की व्यवस्थाओं आदि के मसले पर बातचीत की गई थी।
उन्होंने इन मांगों पर ध्यान दिया और बताया कि पाकिस्तान सरकार ने भारत में 65 साल से अधिक उम्र के श्रद्धालुओं के लिए वीज़ा शर्तों को सुगम बना दिया है, ताकि वे अपने परिवार सहित पाकिस्तान में रहकर गुरुधामों के खुले दर्शन कर सकें। यह खबर हम सभी के लिए बहुत खुशीदायक है। अब 65 साल से अधिक उम्र के वृद्धों के लिए यह यात्रा केवल साल में 4 बार ही की जा सकती थी, पर अब यह सिख वृद्धों के लिए अच्छी खबर है। इसके लिए पाकिस्तान सरकार का धन्यवाद करना उचित है।
लाहिंदे पंजाब में हमारे कई पवित्र गुरुधाम हैं और हमारे लिए इनसे जुड़ना बड़ा सौभाग्य है। हमें अपनी यात्राओं के साथ जुड़ने का अच्छा उपाय है और हमें इसका लाभ उठाना चाहिए। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख श्री परमजीत सिंह सरना ने यह भी अपील की है कि 65 साल से अधिक उम्र के वृद्ध अपना पासपोर्ट शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं, और उन्हें पूरी मदद की जाएगी।