दिल्ली: आईटीबी इंडिया की ओर से आगमी 2 से 4 सितंबर 2025 तक मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में अपने चौथे संस्करण के लिए नई थीम "अनुभव का व्यवसाय: लक्षित विकास के लिए क्यूरेटेड यात्रा" को लॉन्च किया गया। माइस शो इंडिया और ट्रैवल टेक इंडिया के साथ संयुक्त रूप से आयोजित यह कार्यक्रम भारतीय और दक्षिण एशियाई बाजारों के लिए अनुकूलित व्यक्तिगत, अनुभव-संचालित यात्रा के समाधानों पर प्रकाश डालने वाला एक शक्तिशाली बी2बी प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करेगा। थीम लॉन्च नई दिल्ली के ली मेरिडियन होटल में मंगलवार को बेहद भव्य एवं आलीशान तरीके से किया गया।
इस आयोजन में 400 से अधिक प्रदर्शकों, 600 से अधिक योग्य खरीदारों और 8,000 से अधिक उपस्थित लोगों के साथ, आईटीबी इंडिया 2025 वेलनेस एस्केप और सिनेमाई यात्राओं से लेकर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अन्वेषण तक विशिष्ट यात्रा का अनुभव प्रस्तुत किया जायेगा। इसमें शामिल होने वाले प्रमुख प्रतिभागियों में भारत, इटली, जापान, मलेशिया (सरवाक), केन्या और श्रीलंका जैसे देशों के पर्यटन बोर्ड, प्रमुख होटल, डीएमसी, एयरलाइंस और ट्रैवल टेक प्रदाता शामिल होंगे।
इस मौके पर मेसे बर्लिन एशिया पैसिफ़िक के कार्यकारी निदेशक डैरेन सीह ने कहा, भारत और दक्षिण एशिया के अनुभव की प्रथम यात्रा बाज़ारों के रूप में विकसित हो रहे हैं। "आईटीबी इंडिया 2025" इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक और रणनीतिक साझेदारी के लिए उत्प्रेरक साबित होगा।
आईटीबी इंडिया 2025 में कई बेहतरीन विशेषताओं पर प्रकाश डाला जाएगा, जिन्हें क्यूरेटेड यात्रा के रुप में अपने विषय को जीवंत बनाने के लिए ख़ास तौर पर डिज़ाइन किया गया है। इसमें अनुभव के मुताबिक इमर्सिव शोकेस पेश किया जायेगा। यहां उपस्थित लोग स्थानीय व्यंजनों का भी स्वाद ले सकेंगे। यहां स्वास्थ्य उपचारों का पता लगा सकेंगे और इसके साथ आभासी वास्तविकता के माध्यम से गंतव्यों का अनुभव कर सकेंगे।
इस आयोजन में एडीटीओआई, एटीओएआई, एनआईएमए और टीआईए जैसे प्रमुख संघों द्वारा समर्थित क्रेता अभिजात वर्ग कार्यक्रम प्रदर्शकों और उच्च-गुणवत्ता वाले खरीदारों के बीच लक्षित मिलान की सुविधा प्रदान करेगा। इसमें भारतीय फिल्म पर्यटन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिसमें पैनल चर्चाएँ, बी2बी बैठकें और सिनेमा से प्रेरित प्रोडक्शन हाउस के साथ साझेदारी के अवसर शामिल होंगे।
अर्ली बर्ड ऑफर: प्रदर्शक 15 जुलाई 2025 तक विशेष छूट का आनंद ले सकते हैं, वहीं व्यापारिक आगंतुक 25 जुलाई 2025 तक सुपर अर्ली बर्ड पर आधारित किफायती दरों का लाभ उठा सकते हैं।
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दिल्ली: संगठन सृजन अभियान के तहत प्रत्येक जिला कांग्रेस कमेटी में प्रशिक्षण शिविर संगठन को मजबूत बनाने और कार्यकर्ताओं को नए दिशा निर्देश देने के लिए आयोजित किए जा रहे हैं ताकि विभिन्न मुद्दों पर स्पष्ट रुख रखकर पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों को प्रचारित करके संगठन की जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ बनाई जा सके। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के अनुसार इन प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी के दृष्टिकोण और विजन सहित लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी तथा कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा वर्तमान माहौल के विभिन्न मुद्दों पर जारी पार्टी के संघर्ष से अवगत कराया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में क्षेत्र की जनता जनता को वास्तविक स्थिति से परिचित कराया जा रहा है ताकि भाजपा सरकार की भ्रमित करने की जानकारी एवं झूठे प्रचार का प्रभावी मुकाबला सशक्त होकर किया जा सके। आज तिलक नगर जिला कांग्रेस कमेटी में आयोजित प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जिला अध्यक्ष श्री धर्मपाल चंदेला द्वारा मेहक बैंक्वेट हॉल, प्लॉट नंबर 43, वेस्ट पंजाबी बाग, मेट्रो पिलर 145 के सामने, मुख्य रोहतक रोड पर किया गया। सभी जिलों में कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त विशेषज्ञों और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सहयोग से संचालित किए जा रहा है, संगठन सृजन अभियान के तहत प्रशिक्षण शिविर का उदेश्य प्रत्येक ब्लॉक के अंतर्गत मंडल और सेक्टर के गठन करने के बाद पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने का है। तिलक नगर जिला प्रशिक्षण शिविर में मुख्य रुप से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी काजी निजामुद्दीन, पूर्व मंत्री डा नरेन्द्र नाथ, एआईसीसी के सचिव प्रभारी श्री सुखविन्द्र सिंह डैनी, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज, जिला अध्यक्ष धर्मपाल चंदेला, लोकसभा आर्ब्जवर श्री कमलकांत शर्मा, जिला आर्ब्जवर राजेश यादव, एआईसीसी के पूर्व के सचिव सी.पी. मित्तल, लीगल सेल चेयरमैन एडवोकेट सुनील कुमार और जे पी पंवार भी मौजूद थे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने बाबरपुर जिला कांग्रेस कमेटी में पहले प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया। जिला प्रशिक्षण शिविर तीन सत्रों में आयोजित किए जा रहे है। जिसमें जिला कार्यकारिणी, ब्लॉक अध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों ने भाग लिया। कांग्रेस के विजन, कांग्रेस के गौरवशाली इतिहास, बूथों, मंडलों, सेक्टरों, ब्लॉक अध्यक्षों, जिला पदाधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियों पर विस्तृत चर्चा हुई, ताकि पार्टी के आदर्शो, कार्यक्रमों और नीतियों को जमीनी स्तर तक प्रचार प्रसार किया जा सके। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता जनता के कल्याण और विकास के कार्यां पर पार्टी लाईन पर काम करके भाजपा भाजपा द्वारा धर्म, जाति एवं समुदाय के आधार पर लोगों को बांटने के खिलाफ एकजुट होकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण शिविर में भाजपा के देश की एकता और अखंडता के हानिकारक एजेंडा लागू करने के लिए संवैधानिक पदों पर कब्जा करने की खतरनाक रणनीतियों का मुकाबला करने पर भी विचार-विमर्श किया गया। सभी जिलों में प्रशिक्षण शिविर न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की नीतियों और विचारधारा को घर-घर जाकर लोगों तक पहुंचाने के लिए आयोजित किए जा रहे है बल्कि प्रत्येक ब्लाक अध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे शिविर आयोजित करके कार्यकर्ताओं को जागरूक बूथ और जमीनी स्तर मजबूत बनाने में भी मदद मिलेगी।

दिल्ली : एक राजनीतिक पार्टी के रूप में भाजपा का हर कार्यकर्ता डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारो को अनुसरण करता है और भाजपा विचार आधारित पार्टी है। इसलिए उन विचारो को जन जन पहुंचाने के लिए पिछले एक महीने से दिल्ली भाजपा द्वारा तैयारी की जा रही है और कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी की उपस्थिति में कमानी ऑडिटोरियम में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर आधारित नाटय मंचन का आयोजन किया गया है भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 8 जुलाई को शाम 4 बजे होने वाले नाटय मंचन में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से जुड़े पहलु देखने को मिलेंगे - बाल्या अवस्था में उनका स्वभाव, कॉलेज जीवन से लेकर युवा कुलपति बनने तक का सफर, राजनीतिक प्रवेश से लेकर देश की एकता के लिए नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा देना और फिर जम्मू कश्मीर यात्रा और शेख अब्दुल्ला से मिलना है इन सभी विषयों को हमने दिखाने की कोशिश की है। इसमें भाग लेने वाले कलाकार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से हैं।
डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हमेशा सिर्फ ध्येय के लिए काम किया कभी पद के लिए काम नहीं किया इसलिए उन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सर्वप्रथम के विचार से आगे बढ़ना उनका एक मात्र लक्ष्य था और आज उन्होंने जो बीज लगाया था वह भारतीय जनता पार्टी के रूप में एक वटवृक्ष बनकर विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने का सौभाग्य प्राप्त कर चुका है।
दिल्ली: प्रदेश कांग्रेस अनुशासनात्मक कमेटी ने सर्वसम्मति से कृष्णा नगर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुरचरण सिंह राजू की पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 6 वर्ष के लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया।दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अनुशासनात्मक कमेटी के चेयरमैन डा नरेन्द्र नाथ के अनुसार पार्टी से बड़ा कोई नही, पार्टी से उपर कोई नही, हम सभी पार्टी के सिपाही है और पार्टी के नीति नियम और आदर्शों को पालन करना हमारा कर्तव्य है। पार्टी विरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नही, देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी की परम्परा है।
कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन के अनुसार अनुशासनात्मक कमेटी में सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय की सूचना अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अनुशासनात्मक कमेटी के चेयरमैन तारिक अनवर और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी महासचिव संगठन को भेज दी गई है।
दिल्ली:हरियाणा के फतेहाबाद के पास बिगड़ क्षेत्र में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के नाम पर जो तीन सौ एकड़ ज़मीन दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की है, जब दिल्ली की संगत ने हमें दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के ज़रिए सेवा संभालने का मौका दिया, उस समय हमने सिख पंथ के दरवेश नेता शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्कालीन प्रधान, पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा जी के हाथों इस ज़मीन का योग्य इस्तेमाल करते हुए, हमारे बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए इस ज़मीन पर श्री गुरु तेग बहादुर इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की नींव 11 जुलाई 1996 को रखवाई और यहां एक शानदार इमारत तैयार की गई। इस स्कूल के साथ एक इंजीनियरिंग कॉलेज भी सफलतापूर्वक चलाया गया।
शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना के अनुसार जब वो कल इस संस्था को देखने गए, तो यह देखकर बहुत दुख हुआ कि दिल्ली कमेटी में बैठा भ्रष्टाचारी गिरोह, जिसने दिल्ली की सिख संस्थाओं को बर्बाद किया है, वही हाल इस हरियाणा स्थित संस्था का भी कर दिया है, जो अब खंडहर बनती जा रही है। पहले मनजिंदर सिंह सिरसा जैसे लोगों ने इस संस्था को अपने हितों के लिए बर्बाद किया और अब हरमीत सिंह कालका और उसकी टोली यह काम कर रही है। आज जब पूरी कौम नवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी शताब्दी मना रही है, उस समय दिल्ली कमेटी नवें पातशाह जी के नाम पर बनी ऐतिहासिक संस्थाओं को बर्बाद कर बेचने के रास्ते पर चल पड़ी है। दिल्ली कमेटी को बताना चाहिए कि वह किस मुंह से शहीदी शताब्दी के समागम मना रही है, जब गुरु साहिब के नाम पर बनी संस्थाओं को वह खुद नष्ट कर रही है।
दिल्ली कमेटी के सरकारी सरपरस्ती से बने वर्तमान प्रधान ने कृतघ्नता की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। जिस जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा की बदौलत वह राजनीति में आया, उसी टोहड़ा जी के लगाए हुए पौधे को आज वह उजाड़ने पर तुला हुआ है। अगर आज दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का वित्तीय प्रबंधन डगमगा गया है, तो इसके लिए मनजिंदर सिंह सिरसा, हरमीत सिंह कालका और जगदीप सिंह काहलों जैसे लोग जिम्मेदार हैं। इस कारण ज़रूरी है कि इन लोगों ने गुरु की गोलक से जो संपत्तियाँ बनाई हैं, उन्हें नीलाम कर नुकसान की भरपाई की जाए। लेकिन ये लोग गुरु घर की संपत्तियाँ बेचने के रास्ते पर चल चुके हैं।
कमेटी के कुप्रबंधन के कारण जो बकाया केस कमेटी पर खड़े हुए हैं, उनमें यह सारी संपत्ति, जिसकी कीमत कई हजार करोड़ रुपए बनती है, अटैच की जा चुकी है। अब दिल्ली कमेटी इसे अपने चहेतों को कौड़ियों के भाव बेचकर खा जाना चाहती है। लेकिन शिरोमणि अकाली दल किसी भी कीमत पर यह बर्दाश्त नहीं करेगा। यह सारी संपत्ति कौम की पूंजी है और कौम के पास ही रहेगी। यदि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी इसकी देखरेख नहीं कर सकती, तो वह संगत को लिखकर दे कि वह इसके योग्य नहीं है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वो श्री अकाल तख्त साहिब पर जाकर इस संस्था की देखभाल और प्रबंधन के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से सहयोग लेने की अपील करेंगे।

दिल्ली: एमसीडी की विभिन्न जोनों विशेषकर सेंट्रल जोन में फैली गंदगी के मद्देनजर नेता विपक्ष एवं आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद अंकुश नारंग के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के निगम पार्षदों ने दिया मेयर आफिस के सामने धरना प्रदर्शन । हाथों में स्लोगन लिये पार्षद नारे लगा रहे थे भाजपा की 4 इंजन की सरकार फिर भी दिल्ली वासी कचरे के ढेर से बेहाल । स्थिति से निपटने में असफल होने के कारण दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह से की इस्तीफे की माँग । स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में भी सफाई के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई । कुछ जोनों में 15 दिन में एक बार टिप्पर आता है जो कि कचरा उठाने में अपर्याप्त है । मेयर ने एक महीने पहले आश्वासन दिया था कि वह दो दिन के अंदर स्थिति को नियंत्रण में ले आयेंगे लेकिन जब एक महीने बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया तो वे आज अपॉइंटमेंट लेकर मेयर से मिलने आए लेकिन मेयर कार्यालय में उपलब्ध नहीं थे ।
गुस्साये निगम पार्षदों ने मेयर ऑफिस के सामने फैला दिया कचरे का ढेर । इनका कहना था कि राजा इकबाल सिंह भी उसी तरह बदबू झेलें जिस तरह दिल्ली वासी गंदगी की बदबू से बेहाल हैं । नेता विपक्ष का कहना है कि यदि मेयर ने कोई एक्शन नहीं लिया तो सड़क से लेकर सतह तक होगा धरना प्रदर्शन ।

दिल्ली : भारत मंडपम में अयोजित प्रदर्शनी आपराधिक कानूनों की झलक में दिल्ली पुलिस ने किया क्राइम से लेकर न्याय प्रक्रिया का मंचन । आधुनिक तकनीक एवं आईटी से लेस प्रक्रिया के विभिन्न आयामों की बारीकियों को समझाने के लिए सरलीकृत ढंग से किया गया प्रस्तुत । सूचना दर्ज होने के बाद क्राइम स्पॉट पर पड़ताल जिसमें फॉरेंसिक पहलू भी शामिल है से लेकर अदालत में पेश करने तक और अंत में न्यायालय द्वारा मामले का निपटारा यह सारी प्रक्रियायें आईटी टेक्नोलॉजी की मदद से अब ऑनलाइन एवं सरल हो गई हैं ।
संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध सुरेंद्र कुमार ने कानून एवं जाँच प्रक्रिया में आये बदलावों की बारीकियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 7 साल से अधिक सजा के प्रावधान वाले आपराधों की जाँच के लिए अपराध स्थल पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम को शामिल किया जाना जरूरी है । जाँच अधिकारी गिरफ्तारी के 60 दिन के अंदर किसी भी समय पुलिस कस्टडी की माँग कर सकता है । अदालत में ऑनलाइन चार्जशीट का दाखिल किया जाना , वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गवाह के बयान एवं जेल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपराधी की कोर्ट में पेशी समय और खर्चे की बचत के साथ तय मियाद में मामले के निपटारे में सहायक होंगी ।
1 जुलाई से लेकर 6 जुलाई तक भारत मंडपम के हाल नंबर 14 में लगाई गई यह प्रदर्शनी प्रशिक्षु अन्वेषकों, कानून के छात्रों एवं न्याय एवं जाँच प्रक्रिया से जुड़े लोगों को नई प्रक्रिया एवं क़ानून में आये बदलावों की बारीकियों को समझने में सहायक होगी । इन बारीकियों की सतही तौर पर जानकारी सामान्य नागरिकों के लिए भी जरूरी है ।

दिल्ली: म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के 12000 अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई किए जाने का प्रस्ताव-फरवरी मार्च के हाउस में पास होने के बावजूद भी नहीं हो पाए हैं स्थाई । हालांकि तत्कालीन आम आदमी पार्टी के कार्यकाल में इनको वेतन देने के लिए 800 करोड़ रुपए के बजट का भी प्रावधान कर दिया गया था। म्युनिसिपल कारपोरेशन के नेता विपक्ष ने आरोप लगाया है कि बीजेपी शासित एमसीडी जानबूझ कर इन कर्मचारियों को पक्का नहीं कर रही है, क्योंकि दलालों की बीजेपी नेताओं और अफसरों से सेटिंग है। ये चाहते हैं कि कर्मचारी मजबूर होकर दलालों के पास जाएं और पक्का होने के लिए लाखों रुपए दें।
एमसीडी के कई जोनों में 1998 में नियुक्त सफाई कर्मचारी अभी तक पक्के नहीं हो पाए, उनको काम करते हुए 27 वर्ष हो गए। जब कर्मचारी को पक्का करने की फाइल जाती है, तो अपनी उपस्थिति दिखाने को कहते हैं। ये कर्मचारी दिल्ली की जनता के लिए रोज सड़कें साफ करते हैं। फिर भी ये लोग उनसे हाजिरी मांग रहे हैं। कर्मचारी अपनी अटेंडेंस रखेगा या नियोक्ता यानी एमसीडी कर्मचारी का अटेंडेंस का रिकॉर्ड अपने पास रखेगी। अगर ये पक्का नहीं होंगे तो रिटायरमेंट के बाद इनको कोई लाभ नहीं मिलेगा। अभी 60 कर्मचारी रिटायर हुए हैं। उनको रिटायरमेंट लाभ, कैशलेस मेडिकल योजना किसी का लाभ नहीं मिला।
नेता विपक्ष के एमअनुसार 2021-22 में 82 कर्मचारियों को पक्का किया गया, जबकि 2004 में पक्का होना था। इन 84 कर्मचारियों का कहना है कि उनके बाद पक्के हुए 94 कर्मचारियों को 2004 से पक्का माना जा रहा है तो उन्हें भी 2004 से पक्का माना जाए। डम्स विभाग ने 25 कर्मचारी लिया और उन्हें कस्तूरबा गांधी अस्पताल में भेज दिया। अब ये कर्मचारी पक्का करने की मांग कर रहे हैं। हेल्थ विभाग इन्हें डम्स भेज रहे हैं, जबकि डम्स वाले उनहें हेल्थ विभाग में भेज रहे हैं। इन कर्मचारियों को समझ ही नहीं आ रहा है कि उन्हें जाना कहां है।सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि अगर किसी कर्मचारी की एक साल में 240 दिन की हाजिरी है, तो उसे पक्का किया जा सकता है। बीजेपी की एमसीडी सुप्रीम कोर्ट की इस गाइडलाइन को भी नहीं मानती है। एमसीडी किस नियम से चलती है और भाजपा इसे किस तरह चलाना चाहती है? 15 साल भाजपा शासन में एमसीडी अंधकार में गई और अब फिर से बीजेपी इसे अंधकार में ले जा रही है।
शिक्षा विभाग में 1995 से 2002 की वरिष्ठता सूची बनाई है। भाजपा सत्ता पर काबिज तो हो गई, लेकिन उसके पास कर्मचारियों के लिए कोई योजना नहीं है। उन्होंने बीजेपी शासित एमसीडी से मांग है कि वह एक सिंगल विंडो सिस्टम बनाए, जहां कर्मचारी पक्का होने का आवेदन दे और सारे दस्तावेजों की जानकारी वहीं मिले।
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दिल्ली: नेशनल प्रेस्टिज अवॉर्ड 2025 का भव्य आयोजन इस वर्ष राजधानी में यूनिवर्सल मीडिया के सौजन्य से किया गया, जहां देशभर की उत्कृष्ट प्रतिभाओं को उनके क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड बॉलीवुड की लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री और विशिष्ट अतिथि ईशा देओल के हाथों प्रदान किया गया। ईशा देओल ने अपने करिश्माई अंदाज़ में मंच पर उपस्थित सभी कलाकारों, उद्यमियों और पेशेवरों को बधाई देते हुए कहा कि यह मंच प्रतिभा और परिश्रम का वास्तविक उत्सव है। उन्होंने 'क्लासी क्लिक्स' की फोटोग्राफी की तारीफ करते हुए कहा कि हर तस्वीर जैसे भावनाओं को जीती हुई प्रतीत होती है।
क्लासी क्लिक ने शादी जैसे विशेष और व्यक्तिगत क्षणों को जिस बारीकी, कलात्मकता और तकनीकी दक्षता से कैमरे में कैद किया है, वह उन्हें इस क्षेत्र में अग्रणी बनाता है। उनकी तस्वीरों में न केवल दृश्य सौंदर्य होता है, बल्कि हर फोटो एक कहानी बयां करती है। उनकी फोटोग्राफी में परंपरा, आधुनिकता और भावनाओं का सुंदर संगम देखा जा सकता है। सम्मान ग्रहण करते हुए क्लासी क्लिक्स के निदेशक सुजान सिंह ने कहा यह सम्मान केवल उनका नहीं, उनकी पूरी टीम का है जो हर समारोह को एक यादगार अनुभव बनाने में जी-जान से जुटती है। यह अवॉर्ड हमें और बेहतर करने की प्रेरणा देगा। नेशनल प्रेस्टीज अवॉर्ड 2025 का यह संस्करण भारतीय रचनात्मकता, कला और व्यावसायिक उत्कृष्टता को मंच देने वाला साबित हुआ। फोटोग्राफी जैसी रचनात्मक विधा को इस तरह सम्मानित करना देश में बढ़ती पेशेवर गुणवत्ता और सौंदर्य बोध का प्रमाण है। यूनिवर्सल मीडिया की ओर से यह घोषणा भी की गई कि अगले वर्ष अवार्ड वितरण समारोह का आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगा , जिसमें भारत के साथ-साथ अन्य देशों की प्रतिभाएं भी शामिल होंगी।
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दिल्ली: विपक्ष के शीर्षस्थ नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि आज देश के पास दो मॉड्यूल हैं । पहला भ्रष्टाचारी एवं परिवारवादी विपक्ष का हिमांचल प्रदेश एवं कर्नाटक म्ड्यूअल दूसरा विकास । विकास का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि आज विश्व की 50 फीसदी ग्लोबल ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भारत में होती है । देश के 95 फीसदी गांव इंटरनेट से कनेक्टेड हैं । कांग्रेस एवं भाजपा शासनकाल का तुलनात्मक विश्लेषण करते हुए उन्होंने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में 27 करोड़ लोग इंटरनेट से कनेक्टेड जबकि आज 90 करोड़ लोग इंटरनेट से कनेक्टेड हैं । सियाचिन में भी 5 G नेटवर्क पहुंच गया है ।
कोविड काल में कोविन पोर्टल के माध्यम से 100 करोड़ से भी अधिक लोग वैक्सीनेटेड हुए । भारत की एआई मार्किट का साइज आज 1 ट्रिलियन डॉलर है ।

दिल्ली: स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया इंडिया में कथित 400 करोड़ के घोटाले को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद अजोय कुमार ने साधा केंद्र की भाजपा शासित सरकार पर निशाना कहा कि पालिसी के तहत 100 इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों को डिस्काउंटेड रेट पर 1.1 मिलियन टन स्टील सप्लाई किया गया जिसकी वैल्यू 7500 करोड़ के लगभग है । इस मामले को राजीव भाटिया जो कि स्टील अथॉरिटी में महा प्रबंधक के पद पर तैनात थे और कोलकाता में पोस्टेड थे प्रकाश में लाया और उनके द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर जाँच एजेंसियों ने संज्ञान लिया । दोषी पाए गए 26 सस्पेंड हुए बाद में उन्हें बहाल कर दिया गया । केवल राजीव भाटिया का सस्पेंशन बर्खास्तगी में तब्दील हुआ ।
इन 100 कंपनियों में से एक कंपनी वेंकटेश इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड जिसकी निर्देशक एकता अग्रवाल हैं का हवाला देते हुए एक्स सांसद ने बताया कि 1 अक्टूबर 2020 में यह कंपनी स्थापित हुई मात्र 10 दिन में याने के 12 अक्टूबर 2020 में स्टील अथॉरिटी द्वारा इस कंपनी को 750 करोड़ मूल्य का स्टील सप्लाई किया गया डिस्काउंटेड रेट पर । इस कंपनी का नाम एपको इंफ्रास्ट्रक्चर ने सितंबर 2020 में स्टील अथॉरिटी को रिकमेंड किया था । पूर्व सांसद का कहना है कि स्टील अथॉरिटी ने वेंकटेश इंफ्रा द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों को डायरेक्ट स्टील की सप्लाई कर दी । इस सप्लाई में वेंकटेश इंफ्रा को दलाली के रूप में 90 करोड़ का मुनाफा हुआ । पूर्व सांसद का आरोप है कि एपको इंफ्रा ने सियासी पार्टी को 30 करोड़ की डोनेशन दी थी । इस कंपनी को दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे का ठेका, जम्मू कश्मीर में टनल के निर्माण एवं मुंबई में रोप ब्रिज के निर्माण का ठेका मिला था । राजीव भाटिया ने इस बाबत प्रधान मंत्री को दो खत भी लिखे थे ।
लगाये गए आरोपों के मद्देनजर संबंधित विभाग एवं केंद्र जरूरी है चाहिए कि वह मामले की गहराई में जाकर उचित कार्यवाही करे ...

दिल्ली : एमसीडी के शिक्षा विभाग द्वारा जारी अध्यापकों की वरीयता की सूची पर लगाये एमसीडी के नेता विपक्ष एवं आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद अंकुश नारंग ने लगाये सवालिया निशान कहा कि मानदंडों को ताक पर रख कर तैयार की गई है यह सूची । यह सूची निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध है एवं फाइनलाइजेशन के लिए सुझाव भी मांगे गए हैं । नेता विपक्ष का मानना है कि यह सूची 2002 तक की है एवं इससे पहले वरीयता सूची 1995 में तैयार की गई थी । क्यूंकि वरीयता के आधार पर अध्यापकों का प्रमोशन होता है इसलिए 2002 की लिस्ट में 1995 की लिस्ट को भी मर्ज किया जाना था । एक अध्यापक मुकेश कुमार मीणा जिसने लिखित में दरखास्त की है कि उनकी डेट ऑफ जॉइनिंग 01 अगस्त 2002 है का नाम इस वरीयता सूची में नहीं है । नेता विपक्ष ने सूची में अनियमितताओं का भी खुलासा किया है । एक अध्यापिका जिसका नाम गीता ग्रोवर है जिसकी डेट ऑफ़ जॉइनिंग 14 जुलाई 1995 है का नाम दूसरी अध्यापक विजय कुमार जिनकी डेट ऑफ़ जॉइनिंग 11 जुलाई 1995 है इस वरीयता सूची में ऊपर है । इस प्रकार की बहुत सी अनियमिताओं का खुलासा नेता विपक्ष ने किया । उनका आरोप है कि डाक नंबर के आधार पर सूची बनाई गई है। जिसमें जॉइनिंग की तारीख और जन्म तिथि तो शामिल है, लेकिन डीएसएसबी की मेरिट रैंक नहीं है। अगर किसी की नौकरी 20 तारीख को लगी और जॉइनिंग 21 तारीख को हुई, जबकि किसी अन्य की नौकरी 22 तारीख को मिली और जॉइनिंग 23 तारीख को हुई, लेकिन 23 तारीख को ज्वाइन करने वाली की डाक 24 तारीख को गई और 22 को ज्वाइन करने वाली की डाक 25 तारीख को गई। ऐसे में डाक तारीख के आधार पर वरिष्ठता तय करना गलत है। जॉइनिंग की तारीख के आधार पर वरिष्ठता तय होनी चाहिए, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट और डीओपीटी के आदेश में स्पष्ट है। डाक की रैंक से वरिष्ठता सूची बनाई और डीएसएसबी की रैंक नहीं दिखाई। अपने लोगों को वरिष्ठता में शामिल कराने के लिए अधिकारियों से मिलकर यह सब हो रहा है।
इतना ही नहीं एमसीडी ने 46 शिक्षकों का तबादला किया है। यह तबादला ऑनलाइन होना चाहिए। एमसीडी के शिक्षा विभाग ने बीजेपी से मिलकर ट्रांसफर चाहने वाले अपने खास 23 लोगों को सेट करने के लिए उन शिक्षकों को हटा दिया जो तबादले के लिए आवेदन ही नहीं दिए थे। इन हटाए गए शिक्षकों ने स्पष्ट लिखा था कि उन्होंने तबादले के लिए कोई आवेदन नहीं दिया। बीजेपी ने अपने लोगों को सेट करने के लिए कैंसर से पीड़ित एक शिक्षक का तबादला कर दिया। शिक्षक दर्शना वर्मा स्पॉन्डिलाइटिस की मरीज हैं। उन्हें ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती है। दर्शना वर्मा ने लिखा है कि उनकी रीढ़ लगभग खराब हो चुकी है और 20 जुलाई 2004 को उनके पति का स्वर्गवास हो चुका है, फिर भी उनका तबादला कर दिया गया। यह सब भ्रष्टाचार के लिए और चंद नोटों के लिए किया गया। हाल ही में डिप्टी मेयर ने कहा था कि महिला शिक्षकों का तबादला उनके घर के पास होना चाहिए, लेकिन उन्होंने कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित महिला शिक्षकों का तबादला 30-35 किलोमीटर दूर कर दिया। 15 सितंबर 2023 की मौजूदा तबादला नीति को नजरअंदाज किया गया। उन्होंने पूछा कि 23 शिक्षकों के तबादले का आधार क्या था? क्या तबादला नीति लागू की गई या ऑनलाइन प्रक्रिया दिखाई गई? उन्होंने इसे भाजपा और शिक्षा विभाग की मिलीभगत करार देते हुए कहा कि यह तबादला भ्रष्टाचार और पैसे लेकर अपने लोगों को सेट करने के लिए किया गया। बताया जा रहा है कि इन 23 तबादलों में 13 लोग भाजपा के और 10 लोग शिक्षा विभाग अधिकारियों के हैं। शिक्षक यूनियन ने धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। नरेला जोन में 6.60 करोड़ रुपए की 60,000 बच्चों की यूनिफॉर्म 10 साल तक गोदाम में धूल फांकती रही। यह यूनिफॉर्म 2013-14 में बीजेपी शासित एमसीडी ने खरीदी थी। इसमें एक जांच कमेटी बनी और उसने 31 मार्च 2025 को शिक्षा निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपी और 6 जून 2025 को निदेशक ने डिप्टी कमिश्नर को रिपोर्ट भेजी। अभी तक किसी पर कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारियों को बचाया जा रहा है। 6 करोड़ 60 लाख रुपए के आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार कौन है। इसका भुगतान कौन करेगा।
दिल्ली : सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में बढ़ते सरकारी हस्तक्षेप के खिलाफ आज शिरोमणी अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में अरदास की। अकाली दल दफ्तर से सैकड़ों की संख्या में आईं संगतों ने दरबार हाल में गुरू चरणों में माथा टेकने के बाद निशान साहिब के आगे बरामदें में पंथ की चड़दीकला के लिए अरदास की। गुरुद्वारा बंगला साहिब में अरदास की पिछले हफ्ते शुरू हुई इस श्रृंखला के तहत अब प्रत्येक रविवार को किसी गुरुद्वारा साहिब में अरदास करने का कार्यक्रम शिरोमणी अकाली दल नेतृत्व के द्वारा पिछले हफ्ते दिया गया था।
कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने इस मौके संगतों को संबोधित करते हुए कहा कि गूंगी-बहरी सरकार सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बाज नहीं आ रही। पहले हमारे दो निर्वाचित दिल्ली कमेटी सदस्यों की सदस्यता समाप्त की गई। उसके बाद आम चुनावों की जगह कानूनी प्रक्रिया का मज़ाक़ बनाते हुए आंतरिक चुनाव करवाएं गए। सरकार की कार्य प्रणाली ने गुरुद्वारा के स्वतंत्र प्रबंध में अड़चनें खड़ी कर दी है। मौजूदा काबिज पक्ष सरकार को किसी मसले पर बोलने की ताकत तथा इच्छा शक्ति गंवा चुका है। यहीं कारण है कि सिख मसलों के हल की बात तो दूर सरकार की आंख में आंख डालकर बात करने की बातें अब हवा हो गई है। क्योंकि जब सारे दुनियावी रास्ते बंद हो जाए, तो सिख के पास केवल 'अरदास' का विकल्प बचता है। इसलिए हमने गुरू चरणों में विनती की है कि सिख कौम को स्वतंत्र तथा स्वायत्त प्रबंध बख्शें। जीके ने महाराजा रणजीत सिंह की आज बरसी होने का हवाला देते हुए सिख राज के दौरान सभी धर्मों को पूर्ण अधिकार तथा आज़ादी प्राप्त होने का हवाला दिया।
इस मौके दिल्ली कमेटी के सदस्य परमजीत सिंह राणा ने सरकार के आगे दिल्ली कमेटी प्रबंधकों की समर्पणकारी नीतियों की निंदा की। अकाली नेता डॉ परमिंदर पाल सिंह ने अरदास करने की जरूरत तथा मौजूदा पंथक हालातों की समीक्षा की। इस मौके प्रमुख नेताओं में बीबी मनदीप कौर बख्शी, कई दिल्ली कमेटी सदस्य तथा बड़ी संख्या में अकाली दल के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता मौजूद थे।


दिल्ली : आम आदमी पार्टी द्वारा जंतर-मंतर में आयोजित रैली में दिखा जनसैलाब । पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार अब दिल्ली चुप नहीं बैठेगी। गरीबों का हर उजड़ा घर, हर टूटी दीवार चीख-चीखकर कह रही है - उन्हें इंसाफ़ चाहिए।माओं की रसोई उजाड़ी गई, बुज़ुर्गों की छत छीनी गई, गरीब परिवारों को सड़कों पर ला दिया गया। ये केवल घरों का नहीं, गरीबों की उम्मीदों का भी विनाश है। उनकी पार्टी द्वारा उठाई गरीब की आवाज है और अब ये आवाज़ हर गली, हर मोहल्ले से उठेगी, BJP के बुलडोज़र के सामने दीवार बनकर खड़ी होगी।

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बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी की दिल्ली के झुग्गी झोपड़ी निवासियों के लिए आयोजित इस रैली को फ्लॉप शो बताते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल वो दोहरे चेहरे वाले नेता हैं जो आज गरीब झुगगीवालों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं पर कोविड़काल में इन्ही झुग्गीवासी गरीबों को संरक्षण देने की जगह गांव भगाया था । इनकी पार्टी का नेतृत्व लगभग एक माह से भ्रम फैला रहा था पर दिल्ली के झुग्गी ने "आप" के इस झूठे अभियान को ना सिर्फ नाकार दिया बल्कि झुग्गीवासी "आप" नेताओं से सवाल पूछ रहे हैं की दस साल की सरकार ने झुग्गी वासियों को बेहतर जीवन देने के लिए क्या किया ? 5 माह पूर्व चुनाव हारी आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, गोपाल राय आदि जब झुग्गी वालों के नाम पर एकत्र अपने कार्यकर्ताओं को प्रधान मंत्री आवास में घुसने के लिए भड़का रहे थे उस वक्त दिल्ली का आम झुग्गीवासी पूछ रहा था की केजरीवाल बतायें उन्होने दस साल में खुद के लिए शीशमहल बनाया पर गरीबों को नरेला बवाना में बने फ्लैट्स आवंटित क्यों नही किए ?
आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों पर ही कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। भाजपा गरीबों की बस्तियां को उजाड़ने का काम कर रही है और आज उन झुग्गीवासियों के लिए आम आदमी पार्टी घड़ियाली आंसू बहा रही है ।
दिल्ली: ढाई साल बाद हुई एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी की पहली बैठक से जनता से जुड़े जरूरी मुद्दे गायब होने पर आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी तो स्टैंडिंग कमेटी बनाने की पक्षधर भी नहीं थी, लेकिन ‘‘आप’’ ने इसे बनवाया। ‘‘आप’’ के प्रयास से ढाई साल बाद शुक्रवार को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक हुई, लेकिन बीजेपी स्टैंडिंग कमेटी अध्यक्ष श्रीमती सत्या शर्मा ने जनता के मुद्दे गायब कर दिए। सत्या शर्मा ने सफाई व्यवस्था, कंसेशनरी समेत किसी भी समस्या का एजेंडा शामिल नहीं किया। एमसीडी के चारों जोन में सफाई व्यवस्था बदहाल है। फिर भी बीजेपी टिंपर की संख्या लगातार कम करती जा रही है।
ढाई साल बाद स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग हो रही है। भाजपा नहीं चाहती थी कि स्टैंडिंग कमेटी बने, लेकिन आम आदमी पार्टी ने इसे बनवाया। जब से “आप” विपक्ष में आई है, उसने सकारात्मक भूमिका निभाई है। पहले भाजपा सदन में सिर्फ हंगामा करती थी और ऐसी हरकतें करती थी, जिनका दिल्ली की जनता से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने हाउस और स्टैंडिंग कमेटी को चलने नहीं दिया, लेकिन “आप” विपक्ष में रहते हुए भी सकारात्मक भूमिका अदा कर रही है।
आज स्टैंडिंग कमेटी की पहली मीटिंग में यह उम्मीद थी कि सैनिटेशन, कंसेशनरी और जोनों में सफाई व्यवस्था की समस्याओं पर चर्चा होगी। लेकिन एजेंडे में न तो सैनिटेशन का मुद्दा शामिल किया गया, न कंसेशनरी का और न ही एजेंसी के कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूअल का। सेंट्रल, साउथ और वेस्ट जोन की स्थिति बदहाल है, जहां सड़कों पर कूड़ा ही कूड़ा पड़ा है। कूड़ा उठाने के लिए गाड़ियां नहीं आ रही हैं और सड़कों पर कूड़ा बिखरा हुआ है।
नेता विपक्ष ने कहा कि उन्होंने सदन में सेंट्रल जोन की कूड़े की समस्या उठाई थी और मेयर ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि स्टैंडिंग कमेटी बनने के बाद यह मुद्दा हल हो जाएगा। लेकिन अब स्टैंडिंग कमेटी बनने और पहली मीटिंग होने के बावजूद इस मुद्दे को एजेंडे में शामिल नहीं किया गया। पहले भी चेतावनी दी थी कि अगर स्टैंडिंग कमेटी की पहली मीटिंग में भी यह मुद्दा उठाया गया, तो समाधान में तीन महीने लग सकते हैं। लेकिन इस बार तो एजेंडा में यह मुद्दा लाया ही नहीं गया, जो बहुत शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
सेंट्रल, वेस्ट, साउथ और अब सिविल लाइन जोन में टिपर की संख्या दिन- प्रतिदिन कम होती जा रही है। सेंट्रल जोन में जहां पहले 10 टिपर हुआ करते थे, वहां अब केवल दो हैं और जहां 15 टिपर थे, वहां अब सिर्फ तीन हैं। सिल्ट उठाने वाली टाटा 407 गाड़ियां सभी वार्डों से हटा ली गई हैं। नालियों की सफाई के बाद निकलने वाली सिल्ट को उठाने के लिए कोई वाहन या टिपर उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण सेंट्रल जोन में सफाई व्यवस्था बदहाल है।
वेस्ट जोन में भी टिपर बहुत पुराने हो चुके हैं। ये टिपर एक-डेढ़ घंटे चलने के बाद खराब होकर खड़े हो जाते हैं। दिल्ली की जनता पार्षदों से सबसे पहले यही अपेक्षा करती है कि सफाई व्यवस्था दुरुस्त हो। चारों जोनों, खासकर सेंट्रल जोन में, जहां दो वर्षों से कोई एजेंसी नहीं है, इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया जाए। कमिश्नर से अनुरोध है कि इस समस्या को प्राथमिकता दी जाए। सेंट्रल जोन में 25 में से केवल सात पार्षद “आप” के हैं। इसके अलावा दो कांग्रेस के और बाकी भाजपा के हैं। भाजपा सहित सभी पार्षदों को दिक्कत हो रही है।
जब आम आदमी पार्टी सत्ता में थी, तब उन्होंने हर काउंसलर के लिए 1.55 करोड़ रुपये का बजट पास कराया था, लेकिन अब केवल 25 लाख रुपये दिए जा रहे हैं, जो पर्याप्त नहीं है। काउंसलर जनता के लिए सबसे ज्यादा सुलभ होता है और जनता उनसे ही सड़क, सफाई और अन्य समस्याओं के समाधान की उम्मीद करती है। लेकिन 25 लाख रुपये का बजट इन जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। दिल्ली, केंद्र, उपराज्यपाल और एमसीडी, सभी भाजपा की है, फिर भी स्वीकृत कॉलोनियां, अनधिकृत कॉलोनियां और जेजे झुग्गियों व कॉलोनियों के लिए कोई बजट नहीं आया।

दिल्ली: कांग्रेस पार्टी पंजाब के अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा ने रुस में लापता दो युवकों के भाई बहन की मौजूदगी में 24 लापता युवाओं को वापिस लाने के लिए लगाई केंद्र की मोदी सरकार से गुहार । फरजीवाड़े के तहत दिसंबर 2023 युवाओं को सिंगापुर,मलेशिया एवं इटली में रोजी रोटी दिलाने के नाम पर मॉस्को लेजा कर जबरन रूसी सेना में भर्ती कर दिया गया । पंजाब के लापता युवक मनदीप के भाई जगदीप के अनुसार पंजाब से पाँच लोगों ने पैकेज के तहत कोलकता स्थित एजेंटों को 35 लाख 40 हजार रुपये दिए थे । यूपी के आजमगढ़ से जोगिंदर यादव की बहन खुशबू के अनुसार उन्होंने आजमगढ़ के एक एजेंट को 1 लाख रुपये दिए थे । एजेंट के खुद के पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज इनके कब्जे में है वह स्वयं शिकार है ।
दोनों ही परिजनों के अनुसार पिछले एक साल से वे दोनों युवकों के संपर्क में नहीं हैं । वो इनकी तलाश में मॉस्को भी गए एवं लगातार विदेश मंत्रालय एवं पीएमओ के संपर्क में हैं लेकिन कोई समाधान नहीं मिला। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष के अनुसार फिजिकल इंजरी के कारण 126 में से 100 युवकों को वापिस प्रत्यर्पित कर दिया गया । लेकिन 24 अब भी लापता हैं एवं परिजनों के संपर्क में नहीं हैं । प्रदेश अध्यक्ष ने मामले की संवेदशीलता के मद्देनजर केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की गुजारिश की । साथ ही साथ कहीं ना कहीं कसी जानी चाहिए पंजाब से हो रही कबूतरबाजी पर नकेल ।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले के दौरान आने वाली समस्याओं को लेकर छात्रों को अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन एसैप ने ऐसे छात्रों की मदद के लिए डीयू के ऑर्ट्स फैकल्टी के बाहर एक एडमिशन हेल्प डेस्क लगाया है, जहां छात्रों को उनकी हर समस्या का समाधान कराया जाएगा। इसके अलावा, दिल्ली से बाहर के राज्यों से आकर डीयू के कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले छात्रों को भी अपनी आशंकाओं-सवालों के जवाब के लिए कहीं भटकने की जरूरत नहीं है। इनके लिए एसैप ने जोन वार हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इन नंबरों पर कॉल कर छात्र अपने सवालों के जवाब पा सकते हैं। गुरुवार को ‘‘आप’’ मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर एसैप के सदस्य ईशना गुप्ता और दीपक बंसल ने यह जानकारी दी।
“आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एसैप को लॉन्च कर देश के छात्रों को एक नया विजन दिया है। एसैप के कर्मठ सदस्य 24 घंटे छात्रों के साथ खड़े हैं। छात्रों का एक-एक दिन कीमती होता है। इसी के मद्देनजर एसैप ने अब तक कई सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया है। जब भी छात्रों की कोई मुश्किल घड़ी आई, एसैप की इकाइयों ने अन्य कॉलेजों के प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई और जीत हासिल की। यदि छात्रों के साथ अन्याय कोई मुद्दा एसैप के सामने आया, तो हमने उसे राष्ट्रीय स्तर पर उठाया।
ईशना गुप्ता ने बताया कि हाल ही में चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में जो घटना हुई, उस मुश्किल घड़ी में एसैप ने छात्रों का साथ दिया और आर्थिक मदद भी प्रदान की। जब एसैप के छात्रा वहां गए तो देखा कि छात्र साथी कॉलेज के गेट के बाहर धूप, गर्मी और बारिश में संघर्ष कर रहे थे। एसैप को लगा कि छात्रों को खानपान में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। यह तो बस शुरुआत है। इसी जज्बे को आगे बढ़ाते हुए एसैप ने बुधवार को एक नई पहल लॉन्च की है। इसके तहत एसैप ने दिल्ली यूनिवर्सिटी की आर्ट्स फैकल्टी के बाहर एक एडमिशंस हेल्प डेस्क तैयार किया है, जो छात्रों को यूजी और पीजी के दाखिले में मदद करेगा।
जब एक छात्र 12वीं पास करता है, तो उसके बड़े सपने होते हैं। वह चाहता है कि अच्छी यूनिवर्सिटी और कॉलेज में जाए। लेकिन कई छात्र आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं और सही जानकारी के अभाव में पीछे रह जाते हैं। ऐसे छात्रों की मदद के लिए एसैप प्रतिबद्ध है और सभी छात्रों के लिए एक सपोर्ट सिस्टम बनाना चाहती है। कई छात्र हेल्प डेस्क तक नहीं पहुंच सकते, क्योंकि वे दूर दराज के इलाकों से यात्रा नहीं कर सकते। ऐसे छात्रों के लिए संगठन ने अपने विभिन्न सोशल मीडिया पेज के जरिए जोन-वाइज हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि इन हेल्पलाइन नंबरों के जरिए छात्र यूजी और पीजी एडमिशंस के लिए तत्काल सहायता ले सकते हैं, अपने डाउट और क्वेरीज पूछ सकते हैं। इस हेल्प डेस्क और हेल्पलाइन के लॉन्च का मकसद हर छात्र को आत्मनिर्भर महसूस कराना है। उनकी एडमिशन की यात्रा को आसान बनाया जाए। एसैप सभी छात्रों के साथ 24 घंटे खड़ा है, क्योंकि संगठन का मानना है कि जब छात्रों की शुरुआत अच्छी होती है, तभी वे आगे चलकर देश और समाज में बदलाव ला सकते हैं।
एसैप डीयू प्रशासन से मांग करती है कि सभी कॉलेजों में ठंडे पानी के कूलर लगाए जाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारा जाए, फायर सेफ्टी और फायर एग्जिट गेट सुनिश्चित किए जाएं। साथ ही, डीयू और हॉस्टलों में फीस बढ़ोतरी बंद होनी चाहिए। एसैप का मानना है कि सरकारी विश्वविद्यालयों में शिक्षा निशुल्क होनी चाहिए, जैसा कि “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर, पानी, स्विमिंग पूल और खेल परिसर की व्यवस्था करके दिखाया। एसैप ने कहा कि यदि डीयू प्रशासन उनकी मांगों को पूरा नहीं करता, तो वे जल्द ही डीयू के कुलपति को ज्ञापन सौंपेंगे और प्रदर्शन करेंगे।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों के चुनाव में आज सरदार हरमीत सिंह कालका को फिर से अध्यक्ष और सरदार जगदीप सिंह काहलों को दोबारा महासचिव चुना गया। गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब स्थित दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के दफ्तर के कॉन्फ्रेंस हॉल में, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में और गुरुद्वारा चुनाव निदेशक टीम की निगरानी में यह चुनाव हुआ। इसमें सरदार हरविंदर सिंह के.पी. को उपाध्यक्ष, सरदार आत्मा सिंह लुबाना को जूनियर उपाध्यक्ष और सरदार जसमेंन सिंह नोनी को संयुक्त सचिव चुना गया।
इसके अलावा कार्यकारिणी समिति में अमरजीत सिंह पिंकी, अमरजीत सिंह पप्पू, बीबी रंजीत कौर, सरबजीत सिंह विरक, बलबीर सिंह विवेक विहार, जसबीर सिंह जसी, गुरमीत सिंह भाटिया, सुरजीत सिंह जीतती, रमिंदर सिंह स्वीटा और भूपिंदर सिंह भुल्लर को शामिल किया गया। मौके पर ज्ञानी दिलबाग सिंह, हेड ग्रंथी गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब ने अरदास की और हुकमनामा तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह ने लिया। नई टीम को ज्ञानी बलदेव सिंह और ज्ञानी गुरदयाल सिंह ने सिरोपा देकर सम्मानित किया।
मौके पर बातचीत करते हुए अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका एवं महासचिव जगदीप सिंह काहलो ने कहा कि विरोधी पक्ष के सरदार परमजीत सिंह सरना और सरदार मनजीत सिंह जी के को पहले से पता था कि उनके पास जरूरी संख्या में सदस्य नहीं हैं इसलिए उन्होंने चुनाव का किया बहिष्कार ।
दिल्ली : शिरोमणी अकाली दल से संबंधित दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने आज हुए कार्यकारिणी चुनावों का बहिष्कार किया। साथ ही अकाली नेताओं ने उक्त चुनाव प्रक्रिया को अवैध और सरकारी संरक्षण में किया गया सरकार प्रायोजित तमाशा भी बताया है। इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना और मनजीत सिंह जीके ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को ज्ञापन सौंपकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और प्रवेश वर्मा द्वारा गुरुद्वारा प्रशासन में बेशर्मी से हस्तक्षेप करने की जानकारी दी है। सरना ने कहा कि दिल्ली कमेटी के आंतरिक चुनाव पंथ की सेवा के लिए नहीं बल्कि राजनीतिक नियंत्रण को मजबूत करने के लिए रची गई एक धोखाधड़ी प्रक्रिया है।
पिछले तीन वर्षों से पारंपरिक अकाली पक्ष को अस्थिर करने के लिए सिरसा द्वारा एक सुनियोजित अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए सरना ने कहा कि विपक्ष को तोड़ने और पारंपरिक अकाली आधार को कमजोर करने के लिए झूठे मामलों, रिश्वत और जबरदस्ती का जहरीला मिश्रण तैयार किया गया है। सरना ने भाजपा का नाम लिए बिना सख्त लहजे में कहा कि आपातकाल की दुहाई देने वाले तो इंदिरा गांधी के भी बाप निकले हैं। जिन्होंने गुरुद्वारा प्रबंध की लोकतांत्रिक हत्या की है। इसलिए इस द्रोह कमाने वाले नेस्तनाबूद जरूर होंगे। मरे हुए जमीर के लोगों को फूलों का हार पहनाकर बधाई देने वाले वास्तव में मरे हुए लोगों की अर्थी पर हार चढ़ा रहे हैं। दलबदल करने वाले कमेटी सदस्यों और सिरसा को चुनाव में तरजीह नहीं मिलने पर व्यंग्य करते हुए सरना ने कहा कि बिकाऊ लोगों को किनारे किया गया हैं। सरना ने सिरसा परिवार पर बीघड़ में दिल्ली कमेटी के संसाधनों की खुलेआम लूट करने का आरोप लगाते हुए जल्द बिघड़ जाने का ऐलान किया।
जीके ने पुराने पदाधिकारियों की पुनर्नियुक्ति पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या इस बार नए 5 पदाधिकारियों और 10 कार्यकारिणी सदस्यों के नाम वाला लिफाफा रेखा गुप्ता ने भेजा था या यह लिफाफा भाजपा कार्यालय से आया था? जीके ने कहा कि आपातकाल की पचासवीं वर्षगांठ के अवसर पर एक तरफ सरकार "संविधान हत्या दिवस" मना रही है लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली कमेटी के संविधान की मूल भावना की हत्या की जा रही है। इस कारण हमारे सदस्य जनरल हाऊस की मीटिंग में नहीं गए। हालांकि, सुरिंदर सिंह दारा और महिंदर सिंह, जिन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा वोट देने का अधिकार दिया गया था, बैठक में गए थे। जहां उन्होंने निदेशक गुरुद्वारा चुनाव को एक ज्ञापन सौंप करके मांग की कि हरमीत सिंह कालका और जगदीप सिंह काहलों की अयोग्यता का हवाला देते हुए उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देने की मांग की थी। क्योंकि कालका और काहलों को गुरु हरिक्रिशन पब्लिक स्कूलों के कर्मचारियों के लंबित वेतन के मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा अदालत के आदेश की अवहेलना करने का दोषी पाया गया था। इस कारण वे दोनों दिल्ली कमेटी एक्ट के अनुसार कमेटी सदस्य बनने के पात्र नहीं हैं। लेकिन रेखा सरकार और डायरेक्टर ने आरोपीयों को पदाधिकारी बनाकर गुरुद्वारा संविधान की हत्या की है। इसीलिए हम मौजूदा भ्रष्ट कमेटी के अवैध चुनाव में हिस्सा लेने नहीं गए। साथ ही इन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट के आम चुनाव करवाने के आदेश का भी उल्लंघन किया है। यह भी माना जा रहा है कि सरकारी मशीनरी ने चुनाव को एकतरफा बनाए रखने के लिए ईडी का भी इस्तेमाल किया है। इस मौके पर बड़ी संख्या में दिल्ली कमेटी के सदस्य और अकाली नेता मौजूद थे।

दिल्ली: गुरुद्वारा बंगला साहिब परिसर में किये गए चौपाई साहिब के पाठ को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका एवं महासचिव जगदीप सिंह काहिलो ने साधा शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना एवं जागो पार्टी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जी के पर साधा निशाना कहा कि ना गुरुग्रंथ साहिब के सामने और ना ही निशान साहिब मीडिया के सामने 20-25 लोगों को इकट्ठा करके अरदास करके पंथक को गुमराह करने की हो रही है कोशिश । क्यूंकि यह मामला पंथक की भावनाओं से जुड़ा है वे इस मामले को खत के माध्यम से जत्थेदारों के पास लेकर जायेंगे ।
मीडिया से रूबरू होकर उन्होंने बताया कि संभावित चुनावों पर स्टे लगाने की इन लोगों द्वारा कोर्ट में दाखिल की गई याचिका को दो जजों की बेंच ने आज खारिज कर दिया है । प्रबंधन कमेटी के चुनाव निर्धारित दिन याने की 25 जून को ही होंगे । साथ ही लाटरी सिस्टम के आधार पर 2022 में निष्कासित कमेटी के दो सदस्यों मलकीत सिंह एवं कश्मीर सिंह के बहाली के आदेश जारी हो चुके हैं । वो भी संभावित चुनावों में हिस्सा ले सकेंगे एवं अपना वोट भी डाल पायेंगे । गुरुद्वारा चुनाव निर्देशक एवं दिल्ली के उपराज्यपाल के निर्देश अनुसार आगामी 25 जून को अध्यक्ष, महासचिव एवं कार्यकारी समिति के चुनाव होंगे । यह प्रक्रिया लोकतांत्रिक तरीके से एवं शांतिपूर्ण होगी ।