देवरिया में किसान खाप बुलवाने के पीछे आयोजकों की परिकल्पना यू.पी. की नब्ज अब होगी कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष राहुल गांधी के हाथ । आगामी विधान-सभा चुनाव में कांग्रेस की कुर्सी पक्की । किंतु खाप का नजारा ही कुछ और था । जुटाई गई भीड़ का ध्यान राहुल की बातों से ज्यादा खाटों की रखवाली में नजर आया।
जी हां यह वही खटें थी जिनपर बैठकर किसानों की खाप पंचायत हुई थी । पंचायत के बाद यह खाटें किसानों की होने वाली थी । समाप्ति के बाद इन खाटों को कबजियाने के लिये दिखी जमकर जोर अजमाईश । अब आदमी क्या और औरत क्या ।
और खाप पंचायत के साथ शुरु हुआा 2500 किलोमीटर की पदयात्रा के माध्यम से जन संपर्क अभियान । आयोजकों का एजेंडा डेढ लाख सक्रिय कार्यकर्ताओं का समूह राहुल की अगवाही मे मिलेगा दो करोड़ लोगों से । यात्रा का समापन होगा 2 अक्टूबर को दिल्ली में महापंचायत के साथ ।
14 साल के राजनैतिक केरियर में शायद यह राहुल गांधी का सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान है । किसानों के लिये हैं लुभावने आफर 50 प्रतिशत बिजली बिल में कटौती साथ ही ऋण पर 50000 रुप्ये की छूट । बस एक मिस्ड काल कीजिए और जुड़ जाइये कांग्रेस की विचार धारा से ।
खाप की राजनीति और खाट के लिये दंगल के बीच घर-घर मोदी की जगह हर घर कांग्रेस की परिकल्पना का खुलासा तो वक्त के साथ हो ही जायेगा । जनसंपर्क के इस दौर में कहीं न कहीं ना कहीं फिर से संभावित है खाट का दंगल । और इन सबके बीच जरुरी है मतदाताओं में जागरुकता....