या तो पाकिस्तान आतंक की फेक्ट्री बंद करे नहीं तो भारत बंद कर सकता है पाकिस्तान का हुक्का पानी बंद । उत्तर भारत के सीमांत इलाके जम्मू-कश्मीर में आये दिन होते आतंकी हमलों से खीजकर भारत ने रखा अपना पक्ष । जेहन मे है बस एक ही सवाल यदि पाकिस्तान अपनी आतंकी गतिविधियों से बाज नहीं आता तो क्या वास्तव में भारत उसका पानी बंद कर देगा ।
गौर फरमाने की बात यह है कि पाकिस्तान मे बहने वाली बहुत सी नदियां भारत से होकर गुजरतीं हैं उसी प्रकार भारत में भी नदियों का रुख चीन से होता है । यदि भारत पाकिस्तान का पानी बंद करता है तो क्या होगा चीन का रुख । पाकिस्तान और चीन आंतरिक मित्र है और कहीं न कहीं उसे चीन का आंतरिक समर्थन प्राप्त है ।
भारत से पाकिस्तान की ओर 6 नदियों का रुख है । व्यास,चिनार,इंडस,झेलम,रावी और सतलुज । 1960 में इुई इंडस वाटर ट्रीटी के अनुसार तीन नदियां भारत के हिस्से में हैं और तीन नदियां इंडस ,झेलम और चिनाव पाकिस्तान के हिस्से । यानी की भारत को इन तीन नदियों का पानी संग्रहित करने का अधिकार नहीं । उसी प्रकार चीन से भारत की और ब्रहम पुत्र नदी का रुख है । इस नदी का पानी चीन,भारत और बंगलादेश सांझे में इस्तेमाल करते हैं ।
सुना है पाकिस्तान ने वल्ड बैंक मे गुहार लगाई है । हालांकि भारत,बर्मा और बांगलादेश ने पाकिस्तान मे होने वाली सारक मीटिंग का बाहिष्कार करने का फैसला किया है । पाकिस्तान भी अपने पक्ष में अन्य राष्ट्रों से समर्थन के लिये प्रयासरत है ।
नहीं होगा आसान भारत के लिये पाकिस्ताान का पानी रोकना अपने हिस्से की तीन नदियों का । एक तो चीन का हस्ताक्षेप दूसरा सहानभूती के वोट बटोरने के लिये पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र संघ का समर्थन हासिल कर सकता है । आतंकवाद का सफाया करने के लिये अंतरराष्ट्रीय समर्थन के साथ भारत ने अब तलाश लिया है दूसरा विकल्प। विकल्प और परिणाम का खुलासा भी समय के साथ हो ही जायेगा...