आगामी विधान-सभा चुनावों के लिये केजरीवाल की नई रण-नीति । अब आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार में शामिल होंगे एन.आर.होगा होगा आई याने कि नान रेजिडेंट इंडियन । सुनने में आया है कि अब विदेशों में बसे भारतीय याने कि एन.आर.आई की मदद ली जायेगी । यह टीम पंजाब के विभिन्न इलाकों में घूम-घूम कर आगामी चुनावों के लिये आम आदमी का प्रचार करेंगे ।
भा.ज.प. से खफा पोलिटीशियन वा भूतपूर्व क्रिकेट प्लेयर नवज्योत सिद्धू ने बदला आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने का इरादा और थामा कांग्रेस का दामन । टिकट और सत्ता के लिये पार्टी बदलना आम है । कुछ टूट के इधर तो कुछ टूट के उधर । केजरीवाल पंजाब के मामले में सेंसिटिव हैं और कोई रिस्क भी नहीं लेना चाहते ।
फिलहाल भगवंत मान के साथ मिलकर सभाओं का दौर है । दिल्ली के उप मुख्य-मंत्री मनीष सिसोदिया ने तो केजरीवाल को पंजाब के मुख्य-मंत्री के रुप में प्रोजेक्ट कर दिया है । प्रचार सभाओं का ऐजेंडा ड्रगज मुक्त पंजाब । अब क्या फरक पड़ता है कि वोटों की खातिर पंजाब के कठित ड्रगज माफिया बिक्रम सिंह मजीठा को देश के प्रधान-मंत्री नरेंद्र भाई मोदी से जोड़ दिया जाये ।
पंजाब में 117 विधान-सभा सीटों पर चुनाव संभावित हैं । शिरोमणी आकाली दल और भा.ज.पा. एनडीए गठबंधन की सीधी टक्कर है कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से । इसमें दो राय नहीं कि अपने पोलिटिकल स्टंटस के चलते आम आदमी पार्टी पंजाब में तीसरी शक्तिशाली पार्टी के रुप में उभर कर आई है ।
पंजाब में तिकोना संघर्ष के परिणाम जो भी हो विचारणीय है तो बस जीत की स्थिति में क्या होगा केजरीवाल का निर्णय और कैसा होगा पंजाब का भविष्य.....