चुनाव की तारीख मुकरर होने के साथ ही शुरू हुई सत्ता के महाभोज की तैयारी । 543 सीटों वाली इस 17 वीं लोकसभा की दावेदारी तय करेंगे देश के 90 करोड़ मतदाता । आगामी 11 अप्रेल से 19 मई के बीच 7 चरण में क्रमवार मतदान वा गणना 23 मई को मुकरर है ।
सत्ता के इस महाभोज में होगा बीजेपी के नेतृत्व में गठित एनडीए अलायंस का सामना होगा कांग्रेस के नेतृत्व में 17 राजनीतिक दलों के महागठबंधन से जिनका वन टाइम प्रोग्राम है भाजपा मुक्त भारत और नारा है मोदी लाओ देश बचाओ ।
आपसी मतभेद के चलते महागठबंधन के दावेदारी का खुलासा तो आने वाले समय के साथ हो ही जायेगा । फिलहाल दौर है मतदाताओं के आगे खुद को साबित करने का । टीवी चेनल्स वा सोशल मीडिया के माघ्यम से खुद को सही साबित करने के लिये आरोपों और प्रत्यारोपों का सिलसिला जारी है ।
जहाँँ मौजूदा सरकार ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद हुई सर्जिकल स्ट्राइक और अभिनंदन की वापसी को उपलब्धि माना है वहीं कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने इसे मात्र चुनावी जुमला माना है । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रश्न चिंह तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सबूत तलब किये हैं ।
सोशल मीडिया और मीडिया की सुर्खियों के मध्य-नजर अन्य बुनियादी मुददों के साथ इस बार का चुनावी मुददा राम मंदिर की बजाय सेना और रफेल रहेगा । इसमें दो राय नहीं कि प्रधान-मंत्री नरेंद्र भाई मोदी के नेतृत्व में भारत का दर्जा बढ़ा है और व्यवस्था को नया मुकाम मिला है । सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब अंतरिक्ष स्ट्राइक ।
तमाम कवायदों और अटकलों के बीच कैसी होगी महागठबंधन की रणनीति क्या कर पायेंगे राहुल गाँधी मोदी मुक्त भारत की व्युहरचना ।
विपक्ष द्वारा मौजूदा सरकार की खामियाँ गिनाते हुए हो रही नादानियों के मध्य-नजर कया फिर सेे नरेंद्र मोदी खेलेंगे एक नई पारी...