नेश्नल ग्रीन ट्रिब्युनल के फैसले से भले ही पाल्युशन फ्री दिल्ली न बने मगर आटोमोबाइल मन्युफेक्चरस को होगा फायदा और साथ ही होगी चांदी फाइनेंस के कारोबार से जुडे़ लोगों की । ट्रिब्युनल के इस फैसले के चलते, अब नहीं चल सकेंगे दिल्ली की सड़कों पे 15 साल से अधिक पुराने वाहन । चाहें वो फिटनेस के साथ पाल्युशन के मानदंड पर भले ही खरे क्यों न हों ।
इसका सीधा असर 22 लाख से भी ज्यादा वाहनों पर पड़ेगा इनमें से ज्यादातर दुपहिया हैं । जिसके चलते उछाल आयेगा नये वाहनों की खरीद पे और साथ ही साथ बडे़गा फाइनेंस का करोबार । क्यो है न दोहरा मुनाफा और वो भी इतने पापड़ बेलने व लंबे अर्से बाद । याने अपना फायदा बस मनी-मनी । सबका सपना मनी-मनी
दिल्ली होगी पाल्युशन फ्री या फिर कटेगी केवल आटोमोबाइल और फाइनेंश के कारोबार से जुड़े लोगों की चांदी यह तो आने वाला समय ही बतायेगा । आवश्यक्ता है एक सुलझी सोंच और सही नजरिये की ।