एबीपी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महात्मा गांधी पर की गई टिप्प्णी " रिचर्ड एटनबरो की फिल्म गांधी के बनने के बाद दुनिया की उनमें दिलचस्पी हुई" निशाना साधते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महात्मा गांधी को सारी दुनिया जानती है यूएनओ के सामने स्टेचू है। दुनिया के 80 90 देशों में उनका स्टेच्यू है । साथ ही प्रामर्श दिया की महात्मा गांधी की आटोबायोग्राफी और उसके बाद माई एक्सपेरिमेंट विद टरूथ को पढ़कर ठीक से गांधीयन हो जाए । सिर्फ विवेकानंद विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर जाकर बैठने से या समुद्र में डुबकी मारने से या गंगा में डुबकी मारने से यह काम नहीं आता, इसको पढ़ना भी पड़ता है, सोचना भी पड़ता है ।
उनके पिछले 15 दिन के भाषण अगर आप उठाकर देखेंगे, तो 15 दिन कें अंदर ही उन्होंने मुझको कितनी गालियां दी, मेरी पार्टी को, दूसरों को कितना बोले, अपने लिए क्या बोले, मैं थोड़ा आपको सैंपल बताता हूं। 15 दिन के भाषण में 232बार कांग्रेस का नाम लिया, 758 बार मोदी शब्द का प्रयोग किया गया। खुद के खुद के लिए, हमने बोला वो नहीं है। खुद उन्होंने ही अपने भाषण में यह शब्द इतने बार अपना नाम उन्होंने लिया। 573 बार इंडिया गठबंधन और विपक्षी पार्टियों की बात की, एक बार भी महंगाई और बेरोजगारी की बात नहीं की। यानी दूसरी चीजें उन्होंने बोली, मोदी का नाम हुआ, हमारा हुआ, गठबंधन का हुआ, लेकिन बेरोजगारी के बारे में एक शब्द भी अपने भाषण में उन्होंने नहीं बोला तो यह दर्शाता है कि मुद्दों को उन्होंने अलग कर दिया, सिर्फ अपना नाम लेना, प्रचार करना, यह काम वह करते रहे। उसके बाद यह कांग्रेस की सबसे बड़ी चुनौती थी चुनाव के ठीक पहले हमारी पार्टी के खाते बंद कर दिए और जो पैसा हमको डोनेशन के रूप में मिला था और हमारे रिटर्न को फाइल करने में जो थोड़ी सी देरी हुई। तो उन्होंने कम से कम 132 करोड़ रुपए हम पर सीधा उन्होंने केस किया और उसके अलावा उन्होंने हमारे अकाउंट भी बंद कर दिए, ताकि उसका इस्तेमाल इलेक्शन में हम नहीं कर पाएं।
यह हमारे साथ में ही नहीं, दूसरी पार्टियों के साथ भी उन्होंने ऐसा ही किया ।