अब बहुत जल्द सड़कों पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक कार । महेंद्रा रीवा और टोयेटा केमरी हाइब्रिड सहित कई दिग्गज मैदान में उतरने की तैयारी में हैं । इतना ही नहीं पेट्रोल एवं डीजल चालित वाहन को प्लग इन हाइब्रिड कनवर्जन किट के माध्यम से बेट्री से चलाया जा सकता है । और खर्चा पेट्रोल ही नहीं सी.एन.जी. से भी लगभग 25 फीसदी कम । क्यों है ना कमर तोड़ मंहगाई में राहत की सांस ।
आटोमोटिव रिसर्च एशोसियेशन आफ इंडिया ने 2013 में इस तकनीक का अनुमोदन किया है । इस तकनीक के तहत मोटर को इंटिग्रेटेड इनवरटर के साथ जोड़ा जाता है । आवश्यक्ता होती है नियंत्रण के लिए इलेक्ट्रोनिक साफटवेयर और एक इनवरटर की जो कि ज्यादा भारी और मंहगा नहीं होता । यह तकनीक 800 सी. सी. से 3000 सी. सी. के वाहनों के लिए कारागर है ।
हस किट के लगाने लिए अपरुवल जरुरी है । सी.एम.वी.आर. की धारा 126 के तहत अपरुवल के लिए निर्धारित टेस्ट प्रक्रिया से गुजरना होगा । इसके लिए कुछ एजेंसियों को अप्रूव किया गया है आटोमोटिव रिसर्च एशोसियेशन आफ इंडिया इनमें से एक है ।भारत में इस तकनीक को लाने का श्रेय जाता है इलेक्ट्रिक विहिकल इंडिया को । देश में एक ही किट निर्माता है । हाल ही में इस किट के निर्माण के लिए भारत फोर्ज और केपीटीआइ क्यूमीन के बीच करार हुआ है ।
दिलचस्प बात यह है कि मोदी सरकार भी इस कनवर्जन के पक्ष में है और इसके इंस्टालेशन के लिए सब्सिडी पर विचार कर रही है । दिल्ली सरकार को भी हरी झंडी का इंतजार है । शुरुवाती दौर में यह सुविधा 3-4 पुराने वाहनों को ही मिलेगी ।
सौदा फायदे का है इंतजार क्यों.......