सिख की मांगों को पूरा करने का वादा करने वाले ही सिख वोटों के हक़दार होंगे: सरना
राजधानी में वोटिंग के लिए लगभग 20 दिन बचे हैं, दिल्ली से अकाली दल के प्रधान सरदार परमजीत सिंह सरना ने स्पष्ट किया है कि सिर्फ वही सियासी पार्टी या उम्मीदवार को सिख समर्थन देंगे जो सिख कौम की मांगों को पूरा करने का वादा स्पष्ट तौर पर करेंगे।
दिल्ली पंजाब से बाहर किसी भी शहर में सिखों की सबसे अधिक आबादी वाला घर है।सरना ने भाईचारे की मांगों को निम्नलिखित अनुसार सूचीबद्ध किया:
1) तीस सालों से जेल में बंद रहने वाले बंदी सिंहों ने बहुत लंबे समय से बेइंसाफी का सामना किया है। यह आवश्यक है कि नई सरकार बनने पर उन्हें न्याय दिया जाए और उन्हें रिहा किया जाए।
2) किसान हमारे देश की रीढ़ की हड्डी है। देश भर के किसान अपनी मांगों की आवाज़ उठा रहे हैं। यह जरूरी है की औधा सभलने के बाद, नई सरकार को उनकी शिकायतों को सर्गरमी सुनकर इन मुद्दों का समाधान करे। किसानों को किसी भी लालच के बिना किसी भी देश या क्षेत्र को अपनी उपज बेचने की इजाज़त दी जानी चाहिए।
3) श्री ननकाणा साहिब सिख कौम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हर सिख इसके दर्शन के लिए सुबह-शाम अर्दास करता है। नई सरकार के कार्यकाल में सिखों को श्री ननकाणा साहिब के दर्शन के लिए वीज़ा ऑन अराइवल दिया जाना चाहिए।
4) सिखों के धार्मिक मामलों में केंद्र या राज्य सरकारों द्वारा किसी भी दखल-अंदाज़ी नहीं की जाएगी, जैसे कि दिल्ली, तख़्त श्री पटना साहिब और श्री हज़ूर साहिब में हाल ही में कुछ महीनों और कुछ सालों में हुआ है।
अंत में, हम दिल्ली के सूझवान सिखों को अपील करते हैं कि 'देश में चल रहे आम चुनावों के दौरान कॉमी हित, किसानी, युवा और पंजाब के अच्छे-बुरे का विचार करके दिल्ली के सिख समुदाय की भावनाओं की अनुवाद करने के लिए अपने वोट का भुगतान करने से पहले गुरु पातशाह द्वारा दी गई विवेक बुद्धि का उपयोग करें। ताकि सिखी सिधांतों पर चलते हुए डर और नफ़रत रहित समाज और देश की तरक्की का मनुष्यता की रोशनी में टीका पूरा किया जा सके।
03:10 pm 08/05/2024