यमुना जल में अमोनिया की मात्रा 10.12 पीपीएम है जो कि निर्धारित पैमाने से अधिक है । जल में अमोनिया की इतनी अधिक मात्रा के कारण कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए खतरा हो सकता है। दिल्ली सरकार के स्वयं के अध्ययन में यह पाया है कि वर्ष 2020 में 33 दिन अमोनिया का स्तर उच्चतम मानक से अधिक रहा जिसके कारण ओखलाए चंद्रवाल व वजीराबाद प्लांट जो दिल्ली की एक तिहाई सप्लाई के कारक हैए पूर्णतः प्रभावित हुई। दिल्ली मे बढ़ते पीने के पानी के संकट को लेकर मुख्यमंत्री के पूर्व संसदीय सचिव एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाजए दिल्ली बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष चौ0 मतीन अहमदने साधा दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर साधा निशाना ।उनका मानना है कि सरकार द्वारा यमुना की सफाई के नाम पर करोड़ों रूप्या खर्च करने के बाद भाी हालात बदस्तूर हैं ।