रामचरित मानस पर समाजवादी पार्टी के केशव प्रसाद मोर्या की विवादस्पद टिप्पणी एवं उनके सहयोगियों द्वारा रामचरित मानस के पन्नों को सार्वजनिक तौर पर जलाये जाने को लेकर विश्व हिन्दू खटखटायेगी चुनाव आयोग का दरवाजा एवं समाजवादी पार्टी एवं राष्ट्रीय जनता दल पर बेन लगाने की मांग । राष्ट्रीय जनता दल के नेता एवं बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ चन्द्रशेखर द्वारा भी रामचरित मानस पर विवादस्पद टिप्पणी किये जाने के समाचार मिले हैं । विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार के अनुसार इस बाबत अपोइनमेंट के लिये निर्वाचन आयुक्त को पत्र भी भेजा गया है ।
उनके अनुसार परिषद का प्रतिनिधि मण्डल चुनाव आयुक्त से मिलकर उसे विहिप रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट 1951 की धारा 29 ए का हवाला देते हुए चुनाव आयोग को बताएगी कि हर राजनैतिक दल को अपनी पार्टी के मेमोरेंडम के प्रावधानों में विश्वास रखते हुए पंथ निरपेक्षता और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का निष्ठा के साथ पालन करना चाहिए। दोनो पार्टियों ने अपने उन संवैधानिक प्रावधानों और मूल तत्वों का उल्लंघन किया है, जिनके तहत इनका चुनाव आयोग के यहां पंजीयन हुआ। इसलिए इनका पंजीयन रद्द किया जाना चाहिए ।