78 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन का केंद्र बिंदु विकास के साथ महिला उत्पीड़न से संबंधित अपराधों के साथ बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा रहा । प्रधान मंत्री ने सबंधित कानूनों का सख्ती से अनुपालन के लिए राज्य सरकारों के सहयोग पर बल दिया ।
दिल्ली के लाल किले से लेकर देश के हर कोनों से स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने के समाचार मिले हैं । विशिष्ट एवं अति विशिष्ट द्वारा लालकिले पर ध्वजारोहण समारोह देखकर तो आम ने टेलीविजन पर ध्वजारोहण समारोह देखकर एवं घर की छतों से पतंग उड़ाकर स्वतंत्रता दिवस का आनंद उठाया ।
राज्य सरकारों, सरकारी निकाओं एवं राजनीतिक दलों के मुख्यालय से भी ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने के समाचार मिले हैं । सीमांत इलाके भी नहीं थे अछूते । वहां पर भी सेना एवं अर्ध सैनिक बलों के जवानों ने ध्वजारोहण किया ।
जहां पूरा देश जश्न के माहौल में डूबा हुआ था वही पश्चिम बंगाल की राजधानी आर जी कर अस्पताल में हिंसक वारदातों के समाचार मिले । महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार एवं हत्या के लिए इंसाफ मांगते डॉक्टर एवं चिकित्सा कर्मी और उसी अस्पताल में उपद्रवियों द्वारा जमकर तोड़ फोड़ l कहीं न कहीं सोचने को मजबूर कर देता है कि देश किस और बढ़ रहा है ।