
दिल्ली/अमृतसर: श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी जयंती पर दिल्ली में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा आयोजित भव्य सेमिनार में बंदी सिखों की रिहाई की मांग वाला एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया, जिसका उपस्थित लोगों ने हाथ उठाकर और जयकारे लगाकर समर्थन किया। इंडिया हैबिटेट सेंटर के स्टाइन ऑडिटोरियम में ‘गुरु तेग बहादुर साहिब जी धरम की चादर’ विषय पर आयोजित इस सेमिनार में एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी, श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गढ़गज्ज, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष स. सुखबीर सिंह बादल, बाबा दविंदर सिंह बड़ू साहिब और शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने संबोधित किया, जबकि प्रसिद्ध विद्वान डॉ. जसपाल सिंह पूर्व कुलपति, डॉ. मनमोहन सिंह पूर्व आईपीएस, पूर्व राजदूत केसी सिंह, प्रो. हिमाद्री बनर्जी, डॉ. परमवीर सिंह, प्रो. राज कुमार हंस, प्रो. धरम सिंह और डॉ. हरिंदर सिंह ने अपने शोध-समृद्ध पत्र पढ़े। इस अवसर पर बोलते हुए एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने दूसरों के धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, जो विश्व के इतिहास में अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब के इसी बलिदान के कारण भारत की संस्कृति जीवित है। दिल्ली के लाल किले पर देश का झंडा सिख गुरुओं के बलिदान की देन है। उन्होंने कहा कि नौवें पातशाह की शहादत धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए थी, लेकिन दुखद पहलू यह है कि आज अपने ही देश में सिखों के साथ अन्याय हो रहा है। तीन दशक जेल में बिताने के बाद भी सिख कैदियों को रिहा नहीं किया जा रहा है। एडवोकेट धामी ने कहा कि जेल में बंद सिखों की रिहाई की मांग कोई भीख मांगने जैसा काम नहीं है, बल्कि संविधान के अनुसार यह जायज मांग है, इसलिए सरकार को तुरंत उनकी रिहाई की घोषणा करनी चाहिए। अपने विचार साझा करते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गढ़गज्ज ने कहा कि 350वीं शहीदी शताब्दी को समर्पित दिल्ली में आयोजित विशेष सेमिनार एक सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने उस समय के दबे-कुचले पक्ष के तिलक और जंजू की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी और धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा का अनूठा संदेश दिया, जो समस्त मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत है। परन्तु आज 350 वर्षों के बाद जब हम दिल्ली की इसी धरती पर, जहाँ गुरु साहिब जी शहीद हुए थे, गुरु साहिब की शहादत को याद कर रहे हैं, तो यह दुःख की बात है कि हमारे बंदी सिंह आज भी तिहाड़, पटियाला और बुड़ैल जेलों में कैद हैं। मानवाधिकारों के मद्देनजर, केंद्र सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह बंदी सिंहों को रिहा करके गुरु साहिब को सम्मान दे। जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने सिखों के धार्मिक मामलों और संस्थाओं में सरकारों के हस्तक्षेप की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे सिख धर्म के प्रचार के केंद्र हैं और इनका प्रबंधन पंथक लोगों के हाथों में रहना चाहिए, न कि सरकारी नुमाइंदों के पास। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय अपने धार्मिक मामलों में किसी भी प्रकार का राजनीतिक हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेगा। इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष स. सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि सिख समुदाय का इतिहास अद्वितीय बलिदानों से भरा पड़ा है, जिसमें श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यदि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने अपना बलिदान न दिया होता तो देश की स्थिति कुछ और होती। सरदार बादल ने कहा कि सिख कौम हमेशा अपने गुरुओं की शिक्षाओं से प्रेरणा लेती है और मानवता के लिए आगे रहती है। देश के स्वतंत्रता संग्राम में सबसे अधिक बलिदान सिखों ने दिए, जो गुरुओं के आदर्शों पर आधारित है। परन्तु यह दुःख की बात है कि देश के लिए बलिदान देने वाली सिख कौम की महान संस्थाओं को निशाना बनाया जा रहा है। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि सिख कौम की ताकत गुरमत और राष्ट्रीय एकता की प्रेरणा में निहित है। जब तक सिख कौम गुरुओं के सिद्धांतों पर अडिग रहेगी, कोई भी ताकत उसे कमजोर नहीं कर सकती। उन्होंने संगत से अपील की कि वह गुरु साहिब के शहीदी शताब्दी वर्ष के संबंध में शिरोमणि कमेटी द्वारा आयोजित समागमों में अधिक से अधिक भाग लें। इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष स. रघुजीत सिंह विर्क, सदस्य स. बलदेव सिंह कायमपुर, स. हरभजन सिंह मसाना, बाबा गुरमीत सिंह तिलोकेवाला, स. गुरमिंदर सिंह मथारू, स. हरमनजीत सिंह, निजी सचिव स. शहबाज सिंह, उप सचिव स. जसविंदर सिंह जस्सी, स. हरभजन सिंह वक्ता, पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर, दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष स. मनजीत सिंह जीके, सदस्य स. करतार सिंह चावला, स. तजिंदर सिंह, स. जतिंदर सिंह, स. सतनाम सिंह खालसा, स. अमरीक सिंह विकासपुरी, स. सुरिंदर सिंह, स. जतिंदर सिंह साहनी, स. मोहिंदर सिंह, स. गुरुमीत सिंह शंटी, हरियाणा कमेटी के अध्यक्ष स. जगदीश सिंह झींडा, सदस्य स. मोहनजीत सिंह पानीपत, रविंदर सिंह फरीदाबाद, सिख मिशन प्रभारी स. मनमीत सिंह, स. सुखविंदर सिंह, स. सुरिंदरपाल सिंह समाना, स.जसबीर सिंह लोंगोवाल, स.मनप्रीत सिंह, स.रमनदीप सिंह, स.अमनजीत सिंह, स.परमजीत सिंह, स.हरदीप सिंह चंदर विहार आदि उपस्थित थे।
दिल्ली: प्रदेश भाजपा द्वारा आयोजित दिवाली मिलन समारोह के मंच पर दिखाई दी सीएम रेखा गुप्ता एवं केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा सहित पार्टी के केंद्र एवं प्रदेश स्तर के छोटे बड़े नेता । प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा की अगुवाही में पत्रकारों के लिए आयोजित इस समारोह की शुरुवात दीप प्रज्वलन के साथ हुई । मुख्य मंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता उपस्थित पत्रकारों एवं अमो-खास को आस्वासन दिया कि वह एवं उनकी सरकार प्रदेशवासियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। उनका कहना है कि सभी प्रदेशवासी मिलकर इस दीपावली को ग्रीन और गौरवमयी बनाएंगे। यह केवल उत्सव नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक चेतना और जिम्मेदारी का प्रतीक होगा। मुख्यमंत्री ने कहा माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सबको एक बार फिर से बधाई है और कहा कि इस बार दिवाली में माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय ने हर घर में खुशियां लौटाई हैं और पर्यावरण के प्रति सजगता का नया अध्याय भी खोला है। उन्होंने दिल्ली की जनता से अपील की कि उत्सव की चमक में प्रकृति की शांति को भी स्थान दें और एक हरित एवं खुशहाल दिल्ली के निर्माण में सहभागी बनें।
पार्टी के प्रदेश ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आठ सालों में पुरानी सरकार ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के सामने तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर रखा ताकि दिवाली में पटाखे जलाने पर रोक में लगी रहे। इस वर्ष भाजपा की सरकार ने ग्रीन पटाखों के साथ दिवाली मनाने की बात को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष रखी और न्यायालय ने मान लिया है और इस बार दिल्ली में संस्कृति के साथ साथ पर्यावरण का भी समन्वय नज़र आएगा। उन्होंने कहा सनातन ही सरकार ने इस बार दिल्ली को पटाखों के साथ दिवाली मनाने का मौक़ा दिया है और साथ ही साथ इस बार केंद्र सरकार द्वारा GST में राहत दे कर एक बड़ी सौग़ात दिल्ली वालों को ही नहीं पूरे देशवासियों को दी है। 738 करोड़ रुपए से ज़्यादा रिफंड के साथ यहाँ के व्यापारी डबल दिवाली मना रहे हैं और साथ ही साथ आज कर्तव्य पथ पर दिल्ली की मुख्यमंत्री डेढ़ लाख से ज़्यादा दिए जलाकर एक इतिहास बनाने का काम कर रही है।
और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी का कहना है कि इक्कीसवीं सदी का सूरज उगने के बाद दिल्ली में पहली बार दिवाली आयी है अगर ऐसा कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि इससे पहले कि दिवाली उजाला लेकर ज़रूर आती थी लेकिन सरकार की अंधकारमय प्रयासों ने लोगों को आस्था के साथ खिलवाड़ करने का काम किया। आज दिल्ली में वो सनातन सरकार है जो भारतीय संस्कृति के विकास के साथ ही सभी के समग्र विकास में विश्वास रखती है।

दिल्ली ने देखा एक ऐतिहासिक पल, जब हजारों फैंस बने Maddock Horror Comedy Universe (MHCU) की नई परंपरा का हिस्सा — फिल्म ‘थम्मा’ की पहली झलक के साथ! भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार किसी फिल्म की शुरुआती 20 मिनट की स्क्रीनिंग फैंस के लिए विशेष रूप से आयोजित की गई। निर्देशक दिनेश विजान और मैडॉक फिल्म्स ने अपनी आने वाली हॉरर-कॉमेडी ‘थम्मा’ का यह अनोखा अनुभव दर्शकों को दिया — वह भी दुनिया से पहले!
कार्यक्रम का संचालन मशहूर कॉमेडियंस बिस्वा कल्याण रथ और दिव्य अग्रवाल ने किया, जिन्होंने अपनी चुटीली कॉमेडी और मजेदार बातों से माहौल को जोश से भर दिया। वहीं MHCU के किरदार भेड़िया और स्त्री के सरप्राइज़ एंट्री ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इस मौके पर निर्देशक-निर्माता दिनेश विजान ने कहा कि यह सिर्फ एक इवेंट नहीं, एक परंपरा की शुरुआत है। अब हर बार फैंस फिल्म की झलक सबसे पहले देखेंगे। हम एक ऐसा यूनिवर्स बना रहे हैं जो अपने फैंस का है।
बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार परेश रावल, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, रश्मिका मंदाना, आयुष्मान खुराना, निर्देशक आदित्य सर्पोतरदार और निर्माता दिनेश विजान एक मंच पर नजर आए।
फिल्म के शुरुआती 20 मिनट ने दर्शकों को हंसाया, डराया और तालियों से गूंजा दिया। लेकिन जब नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी स्क्रीन पर दिखाई दिए, तो हॉल तालियों और शोर से गूंज उठा — मानो कोई फैन फेस्ट शुरू हो गया हो।
शाम का अंत थम्मा की पूरी टीम के मंच पर आने के साथ हुआ — और यह साफ था कि यह सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि एक फैन फिनॉमेनन का जन्म था। ‘थम्मा’ 21 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
दिल्ली: आम आदमी पार्टी नेता गोपाल राय द्वारा हाल ही में की गई प्रदूषण को लेकर प्रेस वार्ता पर निशाना साधते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने इसे भ्रम फैलाने का प्रयास बताते हुए कहा कि जब आम आदमी पार्टी सरकार में थी तो दिवाली के वक्त दिल्ली की जनता को प्रदूषण का भ्रम देकर ग्रीन पटाखों पर भी बैन लगवाती थी और न्यायालय में सही आंकड़े पेश ना करके भी न्यायालय को दिल्ली में प्रदूषण के नाम पर गुमराह करने का प्रयास करती थी। न्यायालय द्वारा दिल्ली में ग्रीन पटाखे चलाने का आदेश देने के बावजूद एक बार फिर से प्रदूषण का बहाना कर आम आदमी पार्टी के नेता ग्रीन पटाखों को बैन करवाने का प्रयास कर रहे हैं।
दिल्ली का मौसम बिल्कुल साफ़ है और प्रदूषण भी पहले को तुलना में बहुत कम है, इस बार दिल्ली में संस्कृती और पर्यावरण का समन्वय रहेगा। न्यायालय के इस आदेश का स्वागत करते हुए इसे एक सकारात्मक संदेश बताया और कहा कि विकास, परंपरा और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चल सकते हैं। आम आदमी पार्टी एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए लगातार तुष्टिकरण की राजनीति करती है और यही कारण है कि आज दिल्ली में वह अपने वजूद के लिए लड़ रही है।
दिल्ली: त्योहारों के मौसम में ग्राहकों को खुशियों की सौगात देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट, भारत का अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेल ब्रांड, ने आयोजित किया दशहरा फेस्टिव बंपर ड्रॉ, जिसमें एक भाग्यशाली विजेता को मिला 20 लाख रुपये का नकद पुरस्कार। दिल्ली-एनसीआर में आयोजित इस विशेष समारोह में बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्रियां रूखसर ढिल्लों और मालवी मल्होत्रा ने बंपर ड्रॉ का लकी कूपन निकाला और विजेता का नाम घोषित किया। कार्यक्रम के दौरान उत्साह और खुशी का माहौल देखने लायक था। ड्रॉ में कूपन नंबर 25128702 को विजेता घोषित किया गया, जिसने 20 लाख रुपये का शानदार इनाम जीता।
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट ने इस अवसर पर अपने ग्राहकों के लिए “इंडिया का सबसे बड़ा फेस्टिव ऑफर” की भी घोषणा की, जिसके तहत ग्राहकों को कुल 1 करोड़ रुपये तक के कैश प्राइज जीतने का मौका मिल रहा है। कंपनी का उद्देश्य इस ऑफर के माध्यम से ग्राहकों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना और उनके विश्वास के प्रति आभार व्यक्त करना है।
अभिनेत्रियों रूखसर ढिल्लों और मालवी मल्होत्रा ने विजेता को बधाई देते हुए कहा कि यह त्योहार खुशियां और सौभाग्य लेकर आया है। उन्होंने उपस्थित ग्राहकों से कहा कि वे इस सीजन में इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट से शॉपिंग जारी रखें और आकर्षक इनाम जीतने का मौका पाएं।
इस मौके पर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के सीईओ श्री करण बजाज ने कहा,
“दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हमारी शुरुआत को ग्राहकों ने जिस तरह से सराहा है, वह हमारे लिए गर्व की बात है। इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट ने बहुत ही कम समय में लोगों का विश्वास जीता है। बंपर ड्रॉ हमारे लिए ग्राहकों का आभार व्यक्त करने का माध्यम है। हम आगे भी अपने ग्राहकों के साथ इस रिश्ते को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि कंपनी आने वाले समय में और भी रोमांचक ऑफर और इनाम लेकर आने वाली है, जिससे ग्राहकों का त्योहार और भी खास बन सके।
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट ने अपने पारदर्शी और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के कारण इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेल सेक्टर में अपनी अलग पहचान बनाई है। कंपनी का यह बंपर ड्रॉ ग्राहकों के लिए न केवल उत्सव का कारण बना, बल्कि त्योहारों के इस मौसम में खुशियों का जश्न भी बढ़ा गया।

दिल्ली: विश्व स्काउट मूवमेंट संगठन (World Organization of the Scout Movement – WOSM) के एशिया-प्रशांत क्षेत्र की “स्ट्रैटेजिक ट्रांसफॉर्मेशन कमेटी” के अध्यक्ष के रूप में डॉ. के. के. खंडेलवाल (आईएएस-सेवानिवृत्त) की नियुक्ति भारत के लिए गर्व का विषय है। डॉ. खंडेलवाल, जो वर्ष 2017 से भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के मुख्य राष्ट्रीय आयुक्त हैं, को यह दायित्व उनकी पाँच दशक से अधिक की स्काउटिंग यात्रा और संगठन के प्रति समर्पण के लिए सौंपा गया है।
एशिया-प्रशांत क्षेत्र, जिसमें 33 देश और 3.7 करोड़ से अधिक स्काउट्स एवं स्वयंसेवक शामिल हैं, विश्व स्काउटिंग का सबसे बड़ा क्षेत्र है। भारत का स्काउट्स एंड गाइड्स संगठन वर्तमान में 68 लाख से अधिक सक्रिय सदस्यता के साथ इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। डॉ खंडेलवाल का मानना है कि यह सम्मान भारतीय स्काउटिंग के प्रत्येक सदस्य का है ।उन्होंने कहा कि यह भारत की युवाशक्ति और सेवा-भावना पर विश्व का विश्वास दर्शाता है। वह इस दायित्व को सभी स्काउट्स और गाइड्स को समर्पित करते हैं जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए कार्यरत हैं। यह समिति एशिया-प्रशांत क्षेत्र में संगठनात्मक नवाचार, डिजिटल परिवर्तन, सुशासन, युवा सशक्तिकरण और स्थायित्व पर विशेष कार्य करेगी।
दिल्ली: पिछले 16 दिनों से समान वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे MTS-CFW कर्मचारियों के समर्थन में आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने एमसीडी के सदन में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष अनुश नारंग के नेतृत्व में "आप" पार्षदों ने कर्मचारियों की हड़ताल के चलते दिल्ली में लगातार बढ़ रहे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के केस को लेकर भाजपा सरकार से जवाब मांगा। इस दौरान अंकुश नारंग ने कहा कि दिल्ली में डेंगू-मलेरिया के केस ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, फिर भी भाजपा को दिल्लीवालों की चिंता नहीं है। चार इंजन की भाजपा सरकार दिल्ली को लूटने और मेहनतकश कर्मचारियों के हक़ का वेतन चुराने का काम कर रही है। भाजपा सरकार और महापौर ने निगम को अपनी लूट का अड्डा बना दिया है, कर्मचारी सड़क पर हैं और सफाई ठप है। मैने कर्मचारियों की मांगे तत्काल पूरी करने को लेकर निजी बिल पेश किया, लेकिन भाजपा ने स्वीकार नहीं किया।
भाजपा सरकार एमटीएस कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं कर रही है, जिसके खिलाफ सदन में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया। कर्मचारियों का दशहरा, करवा चौथ और नवरात्रि की अष्टमी सड़क पर काली हो गई। अगर भाजपा ऐसी ही चली तो उनकी दिवाली भी काली रहेगी।उन्होंने कहा कि एमटीएस व सीएफडब्ल्यू कर्मचारी पिछले 16 दिनों से सड़कों पर धरना दे रहे हैं। वे भूख हड़ताल पर हैं, जहां आठ-आठ कर्मचारी एक साथ रोजाना उपवास कर रहे हैं। लेकिन भाजपा का कोई नेता इनकी बात सुनने को तैयार नहीं है।
26 सितंबर को सदन में चेतावनी दी गई थी कि कर्मचारी 29 सितंबर से हड़ताल पर जाएंगे, लेकिन महापौर का अहंकार इतना बड़ा है कि इनकी समस्याएं सुनने के लिए मात्र 10 मिनट भी नहीं निकाल पाए।
एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि कर्मचारियों की महज तीन मांगें हैं, जिन पर आम आदमी पार्टी लगातार प्रदर्शन स्थल जाकर चर्चा करती है, लेकिन भाजपा वाले आंखें बंद कर सत्ता के नशे में चूर हैं। इसका खामियाजा दिल्ली की जनता भुगत रही है। पिछले हफ्ते की रिपोर्ट में मलेरिया के पांच साल में अब तक के सबसे ज्यादा केस हैं, चिकनगुनिया के भी केस बढ़ रहे हैं,, जबकि डेंगू के 81 नए केस सामने आए और अब तक कुल 840 हो चुके हैं। भाजपा द्वारा इस हफ्ते की रिपोर्ट छिपाई जा रही है। दिल्ली की जनता मौसमी बीमारियों से परेशान हैं, लेकिन भाजपा 5200 कर्मचारियों की बात सुनने को तैयार नहीं है।
महापौर द्वारा समिति बनाने के वादे पर अंकुश नारंग ने कहा कि उन्होंने इसे मिनट्स में दर्ज नहीं करवाया और समिति बनेगी, फिर बैठेगी, फिर कर्मचारी आएंगे, असमंजस बनेगा और तब तक तो कर्मचारी भूख से मर जाएंगे। कर्मचारी बेसिक वेतन में डीए और न्यूनतम ग्रेड पे 27,900 रुपये समान वेतन की मांग कर रहे हैं, जो एक ही पद के लिए जायज है। सदन में हल न निकालना भाजपा की मानसिकता दर्शाता है कि वह केवल जनता व कर्मचारियों को धोखा दे रही है।
भाजपा की चार इंजन सरकार फेल साबित हो रही है। जलभराव के दौरान भयंकर बाढ़ आई, फिर भी कोई हल नहीं था। नाले साफ करने का दावा है, एमसीडी के 82 फीसद और पीडब्ल्यूडी के 100 फीसद, लेकिन जमीनी हकीकत में जलभराव ही दिखता है। प्रदूषण का प्रकोप आएगा, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया बढ़ रहे हैं, लेकिन कोई प्लान नहीं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल “10 हफ्ते, 10 रविवार, 10 मिनट डेंगू पर वार” जागरूकता अभियान चलाते थे, जिससे जनता घरों की सफाई करती थी। भाजपा के पास न कैंपेन है, न अनुभव। दिल्ली सरकार व एमसीडी की कथनी-करनी में जमीन-आसमान का फर्क है, गवर्नेंस करना ही नहीं है । एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि उन्होंने प्राइवेट बिल पेश किया, जिसमें कर्मचारियों की मांगें तुरंत पूरी करने की बात की, लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि एमसीडी कमिश्नर के जरिए बिल लाना मुश्किल होने से प्राइवेट बिल लाना पड़ा, फिर भी पास न हुआ। यह साफ करता है कि भाजपा की नियत न कर्मचारियों के हक में है, न दिल्ली को मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया से बचाने की है।
आज एमसीडी की सदन बैठक में 5200 डीबीसी व एमटीएस कर्मचारियों की जायज़ मांगों को लेकर भाजपा सरकार और महापौर के ख़िलाफ़ सर पर काली पट्टी बांधकर विरोध करते हुए डीबीसी कर्मचारियों के हक़ में आवाज़ बुलंद की। दिल्ली में भाजपा सरकार के चारों इंजन मिलकर, देश की राजधानी को चारों तरफ से लूटने और मेहनतकश कर्मचारियों का हक़ और वेतन चुराने का काम कर रही है। जनता के टैक्स से चलता है दिल्ली का निगम, लेकिन भाजपा सरकार और महापौर ने निगम को अपनी लूट का अड्डा बना दिया है। कर्मचारी सड़क पर हैं, सफाई ठप है, और भाजपा नेताओं के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही!

दिल्ली: चांदनी चौक के बदहाली को लेकर आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र के "आप" विधायक के विरूद्ध मोरी गेट के पास धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया है। मोरी गेट से प्रदर्शन कर शीशगंज गुरुद्वारा के सामने विधायक कार्यालय की ओर जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने बलपूर्वक क्लाथ मार्किट, फतेहपुरी के समीप रोक दिया।धरने का नेतृत्व जिलाध्यक्ष पूर्व पार्षद अरविंद गर्ग ने किया। प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर, जिला प्रभारी श्री राजेश भाटिया, मंडल अध्यक्ष रोहित शर्मा, जिला महामंत्री लता सोढ़ी, जिला पदाधिकारी सुनील शर्मा, अशोक शर्मा गुड्डन, अशोक तोमर, गोपाल गर्ग, दीपक महेन्द्र, आदि प्रमुख थे।
पूर्व जिला अध्यक्ष के अनुसार वर्तमान "आप" विधायक एवं उनके पिता 1998 से चाँदनी चौक का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, अधिकांश समय सत्ता में रहे हैं पर आज 27 साल बाद भी चाँदनी चौक के नागरिक एवं व्यपारी सब बेसिक सुविधाओं के लिए परेशान हैं एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी का कहना है कि चाँदनी चौक में आम नागरिक पीने के साफ पानी के लिए त्रस्त हैं, गरीब आदमी स्वरोजगार के मौके के लिए परेशान हैं क्योंकि "आप" विधायकों ने पटरियों पर मुस्लिम समाज को ठिये लगवा दिए हैं तो वहीं क्षेत्र की अर्थ व्यवस्था की नींव व्यपारी सीलिंग से परेशान हैं पर "आप" के चारों विधायक मदमस्त हैं।

दिल्ली: हाल ही में अदालत द्वारा की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पटना से लोकसभा सदस्य जो कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं ने तंज कसते हुए कहा कि चले हैं तेजस्वी बिहार बदलने लगे हैं चार सौ बीसी के आरोप । अपने शासन काल के दौरान लालू परिवार चारा घोटाला, सरकारी जमीन के आवंटन में घोटाला और अंत में जमीन के बदले नौकरी के कारण सुर्खियों में बना रहा है । पूर्व केंद्रीय मंत्री का कहना है कि रांची और पुरी में ब्रिटिश शासन कालीन दो होटलों का आवंटन पटना की एक फर्म सुजाता ऑपरेशनस को कर दिया गया जिसकी एवज में विभिन्न चेनलस से गुजरकर एक 3 एकड़ का लैंड पार्सल जिसकी कीमत 93 करोड़ के लगभग है इन यादव बंधुओं के नाम हो गया ।दिलचस्प बात यह है कि इस डील के दौरान तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री थे ।
तेजस्वी यादव का जन्म 1990 में हुआ था और 1993 से लेकर 2007 तक उनके नाम पटना एवं गोपाल गंज में खेती की एवं 3 रियायसी जमीनें थी । स्वयं लालू यादव के नाम 14 जमीनें और यदि बात राबड़ी देवी की की जाए तो उनके नाम तीन खेती की 10 रिहायसी एवं व्यवसायिक जमीनें हैं । पूर्व मंत्री ने लालू परिवार को लिया सवालों के घेरे में कहा कि बिहार में नौकरी देने का झाँसा देकर किस बिना पर उनकी ज़मीन पर कब्ज़ा किया जा रहा है ? नौकरी तो मिलेगी नहीं मगर ज़मीन ज़रूर जाएगी । उन्होंने बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की किताब लालू लीला का हवाला देते हुए कहा कि आखिर 17 सालों में 11 प्रॉपर्टी बढ़ी तो बढ़ी कैसे...

दिल्ली : मेयर राजा इकबाल सिंह ने इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित धनवंतरी जयंती समारोह में शामिल हुए । दिल्ली के मेयर ने घोषणा की कि एमसीडी शासित क्षेत्रों में आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति के औषधालयों की संख्या बढ़ाई जाएगी । उनका मानना है कि ऐसा कोई भी रोग नहीं हैं जिसका निदान आयुर्वेदिक पद्धति में ना हो । इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन अपनी 49 वीं वर्षगाँठ मना रहा है । मध्य दिल्ली स्थित एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता डॉ एम बी गौड (निदेशक चौधरी ब्रह्म प्रकाश चरक संस्थान दिल्ली) ने की। डॉ पी के प्रजापति निदेशक ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (ए आई आई ए) एवं डॉ के डी पाठक (मुख्य रिपोर्टर दैनिक वीर अर्जुन), डॉ विद्यावती (डीन, एस जी टी, यूनिवर्सिटी,गुरुग्राम) सहित आमों-खास ने समारोह में शिरकत की । चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ भीमा भट्ट को आयुर्वेद चिकित्सा और प्रो.(डॉ) हकीम मो. मज़ाहिर आलम जी को यूनानी चिकित्सा के लिए एसोसिएशन द्वारा धनवंतरि अवॉर्ड से सम्मानित किया गया । लाइफ़ टाइम अचीवमेंट अवार्ड संस्था के हित में सराहनीय योगदान के लिए डॉ एस पी पाण्डे को मिला ।
संस्था के मीडिया प्रभारी डॉ पंचाल द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार आई एम ए आयुष ने पिछले 40 साल में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के विकास और प्रचार में क्या क्या उपलब्धियां प्राप्त कि और हमारी संस्था एक गैर सरकारी संगठन है लेकिन अपने प्रैक्टिशनर के अधिकारों के लिए लड़ती आ रही है। संस्था ने दिल्ली भारतीय चिकित्सा परिषद के चुनाव के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय से जीत कर चुनाव फिजिकल कराने का आदेश पारित करवाया, सुप्रीम कोर्ट में भारतीय चिकित्सा पद्धति का इंटीग्रेशन अधिकार पर स्टे करवाया, राष्ट्रीय आयोग, भारतीय चिकित्सा पद्धति, भारत सरकार में आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति के चिकित्सकों को इंटीग्रेशन का अधिकार दिलवाया, दिल्ली में आई एस एम के डाक्टरों के मेडिकल सर्टिफिकेट को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा अनुमोदित करवाया,दिल्ली में आयुर्वेद और यूनानी के चिकित्सकों के लिए राष्ट्रीय सी एम ई का आयोजन करवाया जो हर साल होने वाले रिन्यूअल के लिए आवश्यक है ।

केंद्रीय सूचना आयोग में 11 स्वीकृत पदों के मुकाबले केवल दो आयुक्त कार्यरत है और यह आश्चर्यजनक है कि सितम्बर 2025 के बाद मुख्य आयुक्त का पद भी रिक्त है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों को नियुक्तियों की समयबद्ध और पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने का निर्देश दिया था। लेकिन सरकार इस संबध में कोई संवेदनशीलता नही दिखा रही है। उन्होंने कहा कि पदों की कमी के आरटीआई में लंबित मामले बढ़ रहे है और जानकारी उपलब्ध नही की जा रही हे। जून 2024 तक देशभर के 29 आयोगों में लगभग 4,05,000 अपीलें और शिकायतें लंबित थीं, जो 2019 की तुलना में लगभग दोगुनी हैं। यही नही नवंबर 2024 तक केवल केंद्रीय सूचना आयोग में ही लगभग 23,000 लंबित मामले हैं।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज ने निशान साधते हुए कहा कि डा.मनमोहन सिंह के नेतृत्व और यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी के दूरदर्शी मार्गदर्शन में 12 अक्टूबर 2005 को बने ऐतिहासिक सूचना के अधिकार (आरटीआई) को भाजपा की मौजूदा सरकार भी पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की तरह लगातार कमजोर करने का काम कर रही है।परंतु 2014 के बाद मौजूदा भाजपा की मोदी सरकार आरटीआई एक्ट को लगातार कमज़ोर कर रही है, जिससे हमारे देश की प्रशासनिक पारदर्शिता और लोकतांत्रिक ढांचे पर आघात पहुॅच रहा है। यही नही आरटीआई कानून पर संशोधन करके इसके प्रभाव को कम किया जा रहे है। भाजपा ने 2019 में कई संशोधन करके इस कानून की स्वतंत्रता को कमज़ोर किया जिससे सरकार के दखल बढ़ने के कारण कार्यपालिका के काम पर भी प्रभाव बढ़ा। उन्होंने कहा कि आरटीआई में 2019 के संशोधन ने सूचना आयोगों की स्वायत्तता को कमज़ोर कर दिया और आयुक्तों का कार्यकाल जो 5 वर्ष का तय था और उनकी सेवा शर्तें सुरक्षित थीं। संशोधन करने बाद केंद्र सरकार ने आयुक्त के कार्यकाल और सेवा शर्तें तय करने का अधिकार अपने पास रख लिया।
2023 डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम और धारा के तहत डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम ने आरटीआई की धारा में संशोधन किया, जिसके द्वारा यह तय किया कि “कोई भी ऐसी जानकारी जो व्यक्तिगत जानकारी से संबंधित हो, प्रकट नहीं किया जाऐगा।

दिल्ली:आईएन10 मीडिया नेटवर्क के वैश्विक डॉक्यूमेंट्री प्लेटफ़ॉर्म डॉक्यूबे ने अपनी नई और साहसिक ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्री ‘डर्टी एंटरटेनर्स: द बिज़नेस ऑफ़ इंडियन इरोटिका’ रिलीज़ की है। हीना डी’सूजा के निर्देशन और ह्यूमरा मूवी (HumaraMovie) के निर्माण में बनी यह फ़िल्म भारत के भूमिगत इरोटिका उद्योग की उस हकीकत को सामने लाती है, जो अब तक परदे के पीछे रही है।डॉक्यूमेंट्री में इस उद्योग से जुड़े कलाकारों और निर्माताओं की निजी कहानियों के ज़रिए यह दिखाया गया है कि सेंसरशिप, सामाजिक कलंक और ओटीटी प्रतिबंधों के बीच यह इंडस्ट्री कैसे अपने अस्तित्व को बनाए रखती है। फ़िल्म में शेक्सपीयर, माया जाफ़र और राजसी वर्मा जैसे नामचीन कलाकारों के साक्षात्कार शामिल हैं, जो इस दुनिया की सच्चाई और संघर्ष को खुलकर सामने रखते हैं।
आईएन10 मीडिया नेटवर्क के प्रबंध निदेशक आदित्य पिट्टी ने कहा, “हमारी कोशिश हमेशा से ऐसे विषयों पर काम करने की रही है, जिन पर लोग खुलकर बात नहीं करते। ‘डर्टी एंटरटेनर्स’ एक ऐसा ही प्रयास है जो बोल्ड, प्रासंगिक और वास्तविक है।”DocuBay के मुख्य परिचालन अधिकारी समर खान ने कहा, “यह डॉक्यूमेंट्री सिर्फ इरोटिका की दुनिया नहीं दिखाती, बल्कि उसके आर्थिक पक्ष, कंटेंट और सेंसरशिप के जटिल रिश्ते को भी उजागर करती है।”निर्माता अभिषेक गौतम ने बताया, “हमने उन कलाकारों को मंच देने की कोशिश की है जो इस उद्योग में वर्षों से काम कर रहे हैं लेकिन कभी अपनी बात खुलकर नहीं कह पाए। DocuBay के माध्यम से यह कहानी वैश्विक दर्शकों तक पहुँचेगी।”निर्देशक हीना डी’सूजा के अनुसार, “इस फ़िल्म का मक़सद इस दुनिया को इंसानियत की नज़र से दिखाना था — बिना निर्णय के, सिर्फ़ सच्चाई के साथ।”
‘डर्टी एंटरटेनर्स: द बिज़नेस ऑफ़ इंडियन इरोटिका’ अब DocuBay Originals पर विशेष रूप से स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है।

दिल्ली:उत्तर प्रदेश की बरेली विधानसभा में 40 वर्षीय गरीब दलित युवक हरी ओम वाल्मीकि की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना की सच्चाई का पता लगाने के लिए एवं मौके पर ही जांच कराने के लिए एक उच्च स्तरीय दल नियुक्त कराने के संबध में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के चेयरमैन नामित ज्ञापन देकर दलित युवक की सार्वजनिक रुप से हत्या करने की शिकायत दर्ज कराई।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग सदस्य डा. (जस्टिस) बिद्युत रंजन सारंगी ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की शिकायत को गंभीरता से सुना और प्रदेश अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि मामले पर पूरी समीक्षा करके आपके अनुरोध पर उचित निर्णय लिया जाएगा। दलित युवक पर घोर अत्याचार और हत्या की कोई अकेली घटना नहीं है। पिछले दिनों से देश भर में इस तरह की चौंकाने वाली घटनाएं हो रही हैं, जैसे विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमूला की संस्थागत हत्या, मध्य प्रदेश में एक दलित युवक पर पेशाब करना, उड़ीसा और मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार, उत्तर प्रदेश में अखलाक और हरियाणा में पहलू खान की नृशंस हत्या, उत्तर प्रदेश में हाथरस और उन्नाव में महिलाओं पर चौंकाने वाले हमले है, जो हर देशवासी की आत्मा को झंकझोर कर रख देते है। असहाय, गरीब लोगों के खिलाफ हिंसा किसी भी तरह से एक सभ्य समाज की छवि को ठेस पहुँचाती है और देश के प्रत्येक सही सोच रखने वाले नागरिकों को दलितों और हाशिए पर पड़े लोगों के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं के बारे में अत्यधिक चिंतित होना चाहिए।
दिल्ली:बॉलीवुड अभिनेता बॉबी देओल ने हाल ही में स्माइल फाउंडेशन का दौरा किया, जहां उन्होंने बच्चों के साथ समय बिताया और उनके चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी। यह दोपहर प्यार, हंसी और उत्साह से भरपूर रही।
जैसे ही बॉबी देओल कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, बच्चों में खुशी और उत्साह की लहर दौड़ गई। उनका स्वागत करने के लिए बच्चों ने जोश और मासूमियत से भरे डांस परफॉर्मेंस पेश किए। बच्चों ने देशभक्ति गीत “रंग दे बसंती चोला” पर नृत्य किया और बॉबी देओल की प्रसिद्ध फिल्म “सोल्जर” के सुपरहिट गाने “सोल्जर सोल्जर” पर भी प्रस्तुति दी। यह पल भावनाओं और यादों से भरा था, जब बॉबी बच्चों की परफॉर्मेंस पर ताली बजाते और मुस्कुराते दिखे।
एक बच्चे ने अपनी खुशी जताते हुए कहा, “जब बॉबी सर आए तो मैं बहुत खुश हुआ। हमने ‘रंग दे बसंती चोला’ पर डांस किया और उन्होंने बहुत आनंद लिया।” वहीं एक अन्य बच्चे ने कहा, “उन्होंने हमें सलाह दी कि पढ़ाई ईमानदारी से करनी चाहिए, क्योंकि मेहनत से ही जीवन में कुछ हासिल किया जा सकता है।”
बॉबी देओल ने भी बच्चों के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “मैं यहां आकर बहुत खुश हूं। बच्चों को अच्छी शिक्षा और सही दिशा दी जा रही है। मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं और स्माइल फाउंडेशन को दिल से शुभकामनाएं देता हूं।”
यह मुलाकात केवल एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि यह प्रेरणा और अपनत्व का पल था। बच्चों के लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा अनुभव था, वहीं बॉबी देओल के लिए यह मानवीय संवेदना और समाज के प्रति योगदान का सुखद अवसर।
फिल्म इंडस्ट्री में तीन दशकों से अधिक का सफर तय कर चुके बॉबी देओल का जीवन संघर्ष, धैर्य और पुनर्निर्माण की मिसाल है। उनकी यह यात्रा बच्चों के लिए प्रेरणा बन गई कि “धैर्य, मेहनत और विश्वास से हर सपना पूरा हो सकता है ।
दिल्ली: एमसीडी मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे हुए एमसीडी के जन-स्वास्थ्य विभाग के 5200 MTS कर्मचारियों की जायज मांगों के समर्थन में एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग शामिल हुए । एमसीडी प्रशासन एवं मेयर के खिलाफ हुई जमकर नारेबाजी । इस समय दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियां तेजी से फैल रही हैं। एमसीडी प्रशासन को न ही दिल्ली की चिंता है और न ही इन 5200 कर्मचारियों और उनके परिवारों की पीड़ा की कोई परवाह!
नेता प्रतिपक्ष ने दिल्ली में भाजपा की चार इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चार इंजन सरकार होने के बावजूद, भाजपा शासित MCD अपने MTS कर्मचारियों के लिए महज़ 5 करोड़ रुपये प्रति माह की सैलरी की व्यवस्था तक नहीं कर पा रही है ।

दिल्ली: मध्य जिला पुलिस के साइबर द्वारा गठित टीम ने डिजिटल अरेस्ट के झांसे से लाख ठगने वाले 5 अपराधियों को धर दबोचा । इन्होंने फर्जी सरकारी अफसर बनकर पीड़िता को फोन कॉल कर उसका आधार कार्ड आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने के नाम पर धमका कर अपने बैंक खाते में 19 लाख जमा करवाकर ठगी की । इनके कब्जे से 1 लक्ज़री कार, अपराध के लिए इस्तेमाल 14 स्मार्ट फ़ोन, 33 सिम कार्ड, 40 चेक बुक्स, 15 मोहरें व बैंक खातों से जुड़े अन्य दस्तावेज़ बरामद हुए ।
इंस्पेक्टर संदीप पंवार के नेतृत्व में गठित इस टीम ने तकनीकी ट्रेसिंग की मदद से दिल्ली व उ प्र के ठिकानों पर छापा मार कर लोकेश गुप्ता, मनोज कुमार चौधरी, मोहित जैन, केशव कुमार एवं सैफी अली को धर दबोचा । आरंभिक जाँच से पता चला है कि इन लोगों ने मुंबई पुलिस का डीसीपी बनकर शिकायत करता को फ़ोन किया एवं उसपर नशीले पदार्थों के मामले में एल लिप्त होने का दबाव बनाया ।यहाँ तक कि उसके डॉक्यूमेंट्स के आधार पर लोन तक ले लिया । देशभर में 473 से अधिक साइबर अपराध के मामलों में इनकी भागीदारी खुलकर आई है । अभियुक्त फिलहाल हिरासत में हैं एवं मामले पर तहक़ीक़ात जारी है ।
2023 की एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेन्द्र पाल गोतम ने जानकारी दी कि टोटल एट्रोसिटी के 57,789 केस 2023 में रिपोर्ट हुए। उनमें से अकेले उत्तर प्रदेश के में 15,130, यानी कि 26.2% केस रजिस्टर्ड हुए। और आप देखेंगे रेट ऑफ क्राइम अगेंस्ट एससी पर लाख, यानी प्रति 1 लाख पर 28.7 दलितों के साथ उत्पीड़न की घटनाएं हो रही हैं और उसमें नेशनल एवरेज में भी उत्तर प्रदेश टॉप पर है। राजस्थान में 8,449, मध्य प्रदेश में 8,232, बिहार में 7,159, तो ये असॉल्ट, सेक्सुअल वायलेंस, मर्डर, लैंड डिस्प्यूट, सोशल बॉयकॉट, अब्यूज, इंटिमीडेशन, इस तरह की घटनाएं लगातार उत्तर प्रदेश के अंदर घट रही हैं। यह किस तरह गर्दन पर पैर रखकर और हरिओम नामक एक दलित युवक को गत 2 और 3 की रात को रायबरेली के अंदर बुरी तरीके से मारा गया और जब उसने अपने मुंह से राहुल गांधी नाम बोला, तो उसका मजाक उड़ाते हुए कहते - ओहो राहुल गांधीवादी, यहां तो सब बाबावादी हैं।
अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में बाबावादियों ने पूरी तरीके से संविधान को खत्म करके न्याय करने की भी प्रक्रिया अपने हाथ में ले ली है। वो किसी को भी खुलेआम मार सकते हैं। इन सवालों का जवाब सरकार को तुरंत देना चाहिए एवं प्रदेश के सीएम योगी जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए। पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ मुआवजा देना चाहिए, एक-एक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए और ऐसे मामलों पर एसआईटी बनाकर टाइम बाउंड मैनर में इंक्वायरी करके, फास्ट ट्रैक कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करके, फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से ऐसे खुलेआम हत्या करने वाले जालिम लोगों को तुरंत सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए, ताकि लोगों को आंख हो सके, ताकि हम लोग कह सके कि हमारे देश में संविधान का राज है।
पार्टी से अमेठी के सांसद के.एल शर्मा जी ने भी पीड़ित परिवार से मिलकर और राहुल गांधी जी ने भी पीड़ित परिवार से बात की। आज उत्तर प्रदेश के हमारे अध्यक्ष अजय राय जी भी पीड़ित परिवार से मिलकर आए हैं और हम यूपी में तमाम होने वाली इन दलित उत्पीड़न की घटनाओं के ऊपर बहुत जल्द अपने कुछ सांसद... और अपनी एक फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाकर पूरे विस्तार से इस तरह की घटनाओं की जांच करेंगे और एक रिपोर्ट भी उसकी हम जारी करेंगे।
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दिल्ली: एमसीडी के जन-स्वास्थ्य विभाग के DBC/CFW (MTS) कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 29 सितम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। आज 6वें दिन भी हड़ताल जारी है, लेकिन भाजपा मेयर और निगम आयुक्त ने अभी तक कोई सामाधान नहीं निकला।एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार निगम प्रशासन के साथ हुई बैठक में भी कर्मचारियों की 30 वर्षों पुरानी समस्याओं का समाधान करने की जगह, सिर्फ़ हड़ताल खत्म करने का दबाव बनाया गया।उनका कहना है कि एमसीडी के मेयर राजा इकबाल सिंह का समाधान वाला मीडिया बयान सिर्फ़ जुमला साबित हुआ, क्योंकि मेयर साहब खुद बैठक में शामिल तक नहीं हुए। क्योंकि भाजपा कर्मचारियों की मांग पूरी करना चाहती ही नहीं है।एक ओर दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन भाजपा सरकार को न दिल्ली की जनता की परवाह हैं, न इन मेहनतकश कर्मचारियों की।
वह और उनकी पार्टी इन कर्मचारियों के हक की न्यायपूर्ण लड़ाई में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
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दिल्ली: लव कुश रामलीला में नौ वें चरण में हाथी की चिंघाड़ एवं सिंह की दहाड़ से चिर निद्रा से जागे कुंभकरण । 131 किलो वजन का भारी भरकम शरीर बुलंद आवाज वाले नगर निगम के पूर्व मेयर भाजपा नेता जत्थेदार अवतार सिंह के कुंभकरण के दमदार अभिनय देख मैदान पर बैठे सभी दर्शकों ने तालिया बजाई । स्टीरियो डिजिटल साउंड की आवाज में कुंभकर्ण को चिर निद्रा से उठाने के लिए 8 ट्रेक साउण्ड, जमीन हिला देने वाली आवाज से, हाथी की चिघाड़, शेर की दहाड़, सौ से ज्यादा मटके फोडे गये, तीर, भाले से भेदकर, ढोल, नगाडे के नाद से जगाया गया, खाने के लिए 120 किलो मिठाई, खाना, सैकड़ो लीटर पानी पिलाया गया।
गणेश वंदना से शुरू हुए लीला के नौ वें चरण में कुंभकरण वध,लक्ष्मण मेघनाद युद्ध मेघनाद वध का मंचन हुआ । केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी लीला का आनंद लेते दिखाई दिए। लव कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार के अनुसार दशहरा पर्व के लिए रावण कुंभकरण, मेघनाद के पुतले बहुत ही आर्कषक बनाए गए है, जब रावण के पुतले पर तीर चलेगा तो नाभी से अमृत गिरेगा, आंखे मटकेंगी, आंखो से खून के आंसु निकलेंगे, हाथ में तलवारें घुमती नजर आयेंगी, रावण के गले में पहनी दस मालाएं रंग- बिरंगी अलग अलग रंगों में नजर आयेंगी, मुंह से हे राम, हे राम का उदघोष करते हुए पुतले का दहन होगा। वही लीला स्थल पर रावण, कुंभकरण, मेघनाद के पुतले लगाने की व्यवस्था शुरू हो गई।
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दिल्ली:दशहरे के दिन लाल किला मैदान में आयोजित लव कुश रामलीला में सिने स्टार बॉबी देओल करेंगे वध का मंचन। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बॉबी देओल फिल्म इंडस्ट्री के उन चुनिंदा सितारों में शामिल हैं, जिन्होंने अपने करियर के तीन दशक पूरे कर लिए हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी अदाकारी और अनोखे स्टाइल से दर्शकों का दिल जीता है और वे एक बार फिर सुर्खियों में हैं।
जब बॉबी देओल को दशहरे पर रावण वध करने का आमंत्रण दिया गया तो उन्होंने इसे पूरे उत्साह के साथ स्वीकार कर लिया। समिति का मानना है कि बॉबी देओल का इस ऐतिहासिक मंच पर आना रामलीला को और भी भव्य और यादगार बना देगा।
दशहरे की इस संध्या को देखने के लिए राजधानी समेत देशभर से लाखों दर्शक लाल किले पर जुटते हैं। इस बार बॉबी देओल की मौजूदगी से कार्यक्रम की शोभा और बढ़ने वाली है।