नई दिल्ली 25, Dec 2025

लेख

1 - धर्मेंद्र हुए पंचतत्व में विलीन

2 - बिहार की जानता ने फिर एक बार साबित कर दिया कि हथेली में सरसों नहीं उगाया जा सकता

3 - जेट सिक्योरिटी के साथ विसर्जन के लिए निकला लाल बाग का राजा

4 - खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे

5 - एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिये योग

6 - ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा

7 - देश के लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिए बाबा साहिब का अमूल्य योगदान

8 - दिल्ली सरकार के 100,000करोड़ से क्षेत्र में उन्नति की संभावनाओं को मिलेगी मजबूती

9 - दशक के बाद बिखरा झाड़ू 27 साल बाद खिला कमल फिर एक बार

10 - स्वर्णिम भारत,विरासत और इतिहास पर आधारित इस बार का गणतंत्र दिवस समारोह

11 - महाराष्ट्र में फिर एक बार लहराया बीजेपी का परचम

12 - तमाम कवायदों के बावजूद बीजेपी तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने को अग्रसर

13 - श्रॉफ बिल्डिंग के सामने कुछ इस अंदाज से हुआ लाल बाग के राजा का स्वागत

14 - प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही शुरू हुआ बीजेपी का सदस्यता अभियान

15 - देश के सीमांत इलाकों में तैनात सैनिकों में भी दिखा 78 वें स्वतंत्रता दिवस का जज्बा

16 - २०२४-२५ के बजट को लेकर सियासत विपक्ष आमने सामने

17 - एक बार फिर तीसरी पारी खेलेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी

18 - केजरिवाल के जमानत पर रिहा होने पर शुरु हुई नई कवायदें

19 - मतदान की दर धीमी आखिर माजरा क्या

20 - क्यूं चलाना चाहते हैं केजरीवाल जेल से सरकार

21 - 2004-14 के मुकाबले 2014-23 में वामपंथी उग्रवाद-संबंधित हिंसा में 52 प्रतिशत और मृतकों की संख्या में 69 % कमी

22 - कर्तव्य पथ दिखी शौर्य की झलक

23 - फ़ाइनली राम लल्ला अपने आशियाने में हो गये हैं विराजमान

24 - राजस्थान का ऊँट किस छोर करवट लेगा

25 - एक बार फिर गणपति मय हुई माया नगरी मुंबई

26 - पत्रकारिता की आड़ में फर्जीवाड़े के खिलाफ एनयूजे(आई) छेड़ेगी राष्ट्रव्यापी मुहीम

27 - भ्रष्टाचार, तुस्टिकरण एवं परिवारवाद विकास के दुश्मन

28 - एक बार फिर शुरू हुई पश्चिम बंगाल में रक्त रंजित राजनीति

29 - नहीं होगा बीजेपी के लिऐ आसान कर्नाटक में कांग्रेस के चक्रव्यूह को भेद पाना

30 - रद्द करने के बाद भी नहीं खामोश कर पायेंगे मेरी जुबान

31 - उत्तर-पूर्वी राज्यों के अल्पसंख्यकों ने एक बार फिर बीजेपी पर जताया भरोसा

32 - 7 लाख तक की आमदनी टैक्स फ्री

33 - गुजरात में फिर एक बार लहराया बीजेपी का परचम

34 - बीजेपी आप में काँटे की टक्कर

35 - सीमित व्यवस्था के बावजूद धूम-धाम से हो रही है छट माइय्या की पूजा

36 - जहाँ आज भी पुजा जाता है रावण

37 - एक बार फिर माया नगरी हुई गणपतिमय

38 - एक बार फिर लहराया तिरंगा लाल किले की प्राचीर पर

39 - बलवाइयों एवं जिहादियों के प्रति पनपता सहनभूतिक रुख

40 - आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी के रूप में मनाया जा रहा है 8 वाँ विश्व योग दिवस

41 - अपने दिग्गज नेताओं को नहीं संभाल पाई कांग्रेस पार्टी

42 - ज्ञान व्यापी मस्जिद के वजु घर में शिवलिंग मिलने से विवाद गहराया

43 - आखिर क्यूँ मंजूर है इन्हे फिर से वही बंदिशें.....

44 - पाँच में से चार राज्यों में लहराया कमल का परचम

45 - पेट्रोलियम, फर्टिलाइजर एवं खाद्य सामाग्री पर मिलने वाली राहत में लगभग 27 फीसदी की कटौती

46 - जे&के पुलिस के सहायक उप निरीक्षक बाबूराम शर्मा मरणोपरांत अशोक चक्र से संमानित

47 - आखिर कौन होंगे सत्ता के इस महाभोज के सिकंदर

48 - ठेके आन फिटनेस सेंटर ऑफ छा गए केजरीवाल जी तुस्सी

49 - मुख्य सुरक्षा अधिकारी हुए पंचतत्वों विलीन

50 - दिल्ली में यमुना का पानी का बीओडी लेवेल 50 के पार

अटल जी जैसा आत्मविश्वास आज के समय की राजनीति में बहुत कम लोगों में दिखता है

दिल्ली: पूर्व प्रधान मंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्म शताब्दी वर्ष के अंतर्गत दिल्ली भाजपा के सभी जिलों में विधानसभा स्तर पर "अटल स्मृति सम्मेलन" आयोजित किए जा रहे हैं और इसी श्रृंखला में आज नई दिल्ली जिले के कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र के "अटल स्मृति सम्मेलन" का आंध्रा एसोसिएशन भवन, लोधी रोड़ में आयोजन हुआ।भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष  नितिन नवीन ने आज कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा, सांसद सुश्री बाँसुरी स्वराज, नई दिल्ली जिलाध्यक्ष श्री रविन्द्र चौधरी की उपस्थिती में स्थानीय विधायक श्री नीरज बसोया की अध्यक्षता में आयोजित "अटल स्मृति सम्मेलन" को सम्बोधित किया। विधानसभा के स्थानीय निगम पार्षद श्री शरद कपूर एवं श्रीमती अनीता बसोया और पूर्व पार्षद श्री भूपेंद्र मलिक भी मंचासीन रहे।
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष  ने कहा की भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी अपनी वाक़ पटुता के साथ लोगों तक अपनी बातें साफ़ तौर पर रखते थे। अगर वह सत्ता पक्ष पर हमला करते थे तो गलती करने पर वह विपक्ष के साथियों को भी नहीं छोड़ते थे। जब उनकी सरकार एक वोट से जा रही थी तो उस वक्त दिया गया उनका भाषण एक नए संदेश का परिचायक था और सबके लिए प्रेरणा स्रोत है। अटल जी जैसा आत्मविश्वास आज के समय की राजनीति में बहुत कम लोगों में दिखता है। जिन विचार को लेकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने पार्टी बनाई उसके वाहक अटल जी एवं अडवाणी जी थे। भाजपा के सफ़र को अगर आप समझ लेते हैं तो भाजपा के विचार और संस्कार अपने आप समझ आ जाते हैं। आज राजनीति में पार्ट टाइम पॉलिटिशियन बहुत हैं जिनका लंबा भविष्य नहीं होता। अटल जी के सिद्धांतों के कारण ही आज भाजपा यहां तक पहुंची है।
अटल जी का यू.एन. में दिया वह भाषण भी हमें सुनना चाहिए, जब अटल जी ने हिंदी में भाषण दिया था तो एक एक भारतीयों को अपने भाषा पर गर्व हुआ और स्वामी विवेकानंद के बाद जो हिंदी भाषा कहीं खो गई थी उसको उजागर करने का काम अटल जी ने विश्व पटल पर किया। पं. दीनदयाल उपाध्याय का अंत्योदय सिद्धांत हो या अटल जी का सुशासन संदेश इन दोनों का लाभ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने करोड़ो लोगों तक अपनी योजनाओं के माध्यम से पहुँचाने का काम किया है। गरीबों को मुख्य धारा में लाकर अंतिम व्यक्ति को आगे बढ़ाने का काम किया है।  जब इंफ्रास्ट्रक्चर की बात होती है तो शेरशाह सूरी की बात होती है लेकिन आज प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना हो या अन्य प्रोजेक्ट जिसके तहत लगातार सड़क निर्माण हो रहा है।
यह स्पष्ट है कि अगर अटल जी के सपनों का भारत का निर्माण कोई कर रहा है तो वह प्रधामंत्री श्री नरेंद्र मोदी हैं। कारगिल विजय युद्ध के बाद सैनिकों के लिए खड़ा होने की बात हुई तो अटल जी पूरी दृढ़ता से उनके सम्मान के लिए खड़े हुए। अगर किसी के जीवन में संघर्ष नहीं आया तो उसको बड़ा मुकाम नहीं हासिल होगा। देश के सर्वोच्च स्थान पर पहुँचकर हमेशा देश को आगे रखना का विचार मन में था तभी अटल जी इतनी बड़ी शख़्सियत बन पाए हैं।  यदि 2047 तक भारत का अगर विकासित राष्ट्र के रूप में निर्माण करना है तो उसके लिए हमे परिश्रम करना होगा और अगर हमे भारत का स्वर्णिम युग लाना है तो हमे मेहनत करनी पड़ेगी और अटल जी की जो दृढ़ इच्छाशक्ति रही है उसके अनुसरण करते हुए हमें आगे बढ़ना होगा।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि इस सम्मेलन में राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री नितिन नवीन जी हमारे बीच में हैं, इससे बड़ी बात कुछ नहीं हो सकती। उन्होने कहा की उच्च राजनीतिक मूल्यों, विचारों से परिपूर्ण होने के साथ ही अटल जी ने एक साहित्यकार और एक कवि के रूप में अपने जीवन में कई ऐसे कार्य किये जिसके लिए देश उनका हमेशा ऋणी रहेगा। उनके नेतृत्व को पूरे विश्व ने सम्मान किया और यह कहते हुए कोई संकोच नहीं है कि हमारे युग में वह इकलौते ऐसे राजनेता थे जिन्हें उनके समर्थकों के अलावा उनके विरोधियों ने भी स्वीकारा।
उनकी वाक्य शैली और लेखनी ने लगातार विरोधियों को भी अपना बनाने का काम किया। पत्रकार के रूप में पहला वनवास जेल में काटा तो उस वक्त उनकी उम्र महज 16 साल था और उस वक्त जो लौ जगी वह आगे तक देश के लिए काम आई और अगर भारतीय राजनीति को समझना है तो उसके लिए आपको उनके द्वारा किए गए कार्य को पढ़ने की ज़रूरत है।  अटल जी पहली बार 1957 में संसद पहुंचे तो उस वक्त रेल की दुर्घटना बहुत हो रही थी तत्कालीन रेल मंत्री जगजीवन राम थे उनके ऊपर कटाक्ष करते हुए कहा लोग रेल की टिकट लेते हैं तो जग और जीवन का टिकट लेकर चढ़ते हैं और फिर राम का नाम लेते है।  
पोखरण का परीक्षण के वक्त संसद में विरोध करते हुए विपक्ष को उन्होंने करारा जवाब दिया।  भारतीय राजनीति का अगर कोई सितारा है तो वह अटल बिहारी बाजपेयी जी हैं और हमें उनसे सीखने की जरूरत है। इसलिए प्रदर्शनी और वीडियो क्लिप के माध्यम से भी हम लोगों तक अटल जी के संदेशों को पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने जो सपना देखा था आज प्रधानमत्री श्री नरेंद्र मोदी पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।  

06:38 pm 25/12/2025

संपादक

डा. अशोक बड़थ्वाल

Mobile : 91-9811440461

editor@dhanustankar.com

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समाचार

1 - अटल जी जैसा आत्मविश्वास आज के समय की राजनीति में बहुत कम लोगों में दिखता है

2 - जब रे और रूमी एक इंटरनेशनल हॉलीडे पर अचानक मिलते हैं

3 - बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ती जिहादी हिंसा पर विश्व हिंदू परिषद का कड़ा प्रतिवाद

4 - दिल्ली में प्रदूषण इतना ज्यादा है कि लोग हर रोज 16 सिगरेट के बराबर प्रदूषित हवा ले रहे हैं अपने अंदर

5 - अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में सुप्रीम कोर्ट के जज की देखरेख में सीबीआई जाँच की माँग

6 - नई विक्टोरिस को साल 2026 का इंडियन कार ऑफ द ईयर का अवार्ड

7 - अनाधिकृत कॉलोनियों में युमना सफ़ाई के नाम पर सेप्टिक टैंकों की सफाई पर करोड़ों रूपये बर्बाद

8 - सुनियो एमनेस्टी प्रोपर्टी स्कीम को 28 फरवरी 2026 तक बढ़ाने का अनुरोध

9 - कार्तिक और अनन्या की केमिस्ट्री ने बटोरी सुर्खियां

10 - महाराष्ट्र में फिर एक बार भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी

11 - तरुण मित्र परिषद ने की सेवा एवं समर्पण की मिसाल कायम

12 - अतिरिक्त फंड लेकर नर्सरी में एडमिशन की प्रक्रिया को नजरअंदाज करके पिछले दरवाजे से बुकिंग

13 - कभी कार्पेट सिटी कहलाने वाला भदोही आज बदहाली का शिकार

14 - मोहनलाल लौटे दमदार पिता–पुत्र गाथा के साथ

15 - इंटर-स्कूल एलुमनी गोल्फ टूर्नामेंट में ला मार्टिनियर, लखनऊ का शानदार प्रदर्शन

16 - डिजिटल अरेस्ट के नाम पर की गई ठगी का आंकलन 50 करोड़

17 - सांसों को बचाने की बजाय प्रदूषण का तुलनात्मक आंकलन करके अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते

18 - नितिन नवीन बने भाजपा के नये राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष

19 - शिलांग के सिखों के लिए न्याय दिलाने हेतु ज़रूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे

20 - जेन जी को मिला इंडियन सिनेमा की आइकॉनिक फिल्म ‘शोले’ को देखने का गोल्डन चांस

21 - संसद से बॉलीवुड तक - दिग्गजों ने दी धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि

22 - गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल फतेह नगर की ब्रांच बंद नहीं हुई है बल्कि उसे शिफ्ट किया गया है

23 - एमसीडी स्थाई समिति की बैठक में बिना फायर एनओसी चल रहे प्रतिष्ठानों का मुद्दा उठा

24 - मंदिरों के अधिग्रहण एवं बढ़ती मजहबी कट्टरता पर चिंतन के साथ शुरू हुई मार्गदर्शक मण्डल की बैठक

25 - गोवा की आग त्रासदी दिल्ली के लिए चेतावनी

26 - ऑनलाइन पुनः निवेश का झाँसा देकर 49.73 लाख की धोखाधड़ी की गुत्थी सुलझी

27 - बजट में कटौती करना बताता है कि एमसीडी फिर से कंगाल होने वाली है: आप निगम पार्षद

28 - तीखे संवाद, खून-खराबा और अद्भुत अभिनय का मिश्रण धुरंधर

29 - टिकटों में वितरण में हुई धांधली के कारण मुस्लिम वोट खिसकने की जिम्मेदारी से बचने का आप का प्रयास

30 - फिल्ममेकर और सोशल एक्टिविस्ट अशोक पंडित ने जया बच्चन के बयान की कड़ी आलोचना

31 - डॉ अंबेडकर का मुखोटा पहन संविधान बचाने का संकल्प

32 - मौलाना मदनी का बयान देश को विभाजन की और ले जाने की कुचेष्ठा: डॉ संबित पात्रा

33 - गुस्ताख इश्क आज की दौर की मुगल-ए-आजम