अकाल तख़्त के जत्थेदार से गुरु घर में वित्तीय घोटालों पर सज्ञान लर्नर की अपील
शिरोमणि अकाली दल के सार्वजनिक मंच से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं जिन्मे दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना,हरविंदर सिंह सरना एवं मनजीत जीके के नाम शामिल है , ने साधा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के पूर्व प्रधान मंज़िंदर सिंह सिरसा पर साधा निशाना कहा कि सिख के भेष में छिपे इस बहरूपिये के दिल में सिखों के लिए कोई दर्द नहीं है लेकिन वह अपने लालच के लिए कुछ भी कर सकते हैं । हाल ही में मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे के साथ मिलकर 10,000 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर किया गया है. और उससे भी बुरी बात यह है कि मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस काम के लिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसी प्रतिष्ठित संस्था बनाई। इससे हमारी बात पूरी तरह सत्यापित हो गई है.'

जो व्यक्ति किसान आंदोलन के दौरान खुद को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का अध्यक्ष साबित कर रहा था, वह किसान संघर्ष का सबसे बड़ा हितैषी था। वही व्यक्ति किसान संघर्ष के मुख्य प्रतिद्वंद्वी केंद्रीय कृषि मंत्री के बेटे के साथ दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष के रूप में कमेटी के खातों और उसके नाम का दुरुपयोग करके डील कर रहा था। अपने कार्यकाल का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि उनके समय तक यह प्रथा थी कि समिति का एक ही खाता होता था। लेकिन इन लोगों ने अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए न केवल समिति के छह खाते खोले बल्कि उनका दुरुपयोग भी किया. इन लोगों ने मनी लांड्रिंग का यह सारा पैसा कमेटी के खजाने में रख दिया और फिर उसे अपने लिए निकाल लिया. इन लोगों ने संगति से विश्वासघात कमाया है। जिनके लिए ये आशीर्वाद नहीं देना चाहिए. इस सिरसा कालका जुंडली ने न केवल गुरु घर और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की शिक्षा और अन्य संस्थाओं को नष्ट किया है, बल्कि उन्हें बदनाम भी किया है। जब हमने 2013 में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी छोड़ी थी, उस समय वार्षिक बजट 93 करोड़ था, लेकिन सिरसा होना 10 एक साल बाद अब भी वे सालाना बजट 90 करोड़ बताकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
श्री अकाल तख्त साहिब सर्वोच्च है।,जत्थेदार साहिब से अपील हैं कि वे गुरु घर में हुए इस बड़े वित्तीय घोटाले पर ध्यान दें क्योंकि सिरसा और उसके भ्रष्ट जंडली ने गुरु घर को अपने भ्रष्टाचार, अवैध और अनैतिक गतिविधियों के लिए एक साधन के रूप में इस्तेमाल किया है। इतना ही नहीं, सिरसा ने एक बार श्री अकाल तख्त साहिब के सामने स्वीकार किया था कि वह कभी भी अपनी दाढ़ी को डाई नहीं करेंगे, लेकिन उन्होंने सभी अनैतिक काम बार-बार किए। इसलिए सिरसा को पैंठ से हटाया जाए। इसके साथ ही ईडी और अन्य एजेंसियों को सिरसा, आहूजा और उनके अन्य साथियों से पूछताछ कर अभियोग दर्ज करना चाहिए. क्योंकि यह अपराध बेहद गंभीर है और किसी को भी कानून से छूट नहीं मिल सकती. सरकार को भी इन्हें सिखों का झंडाबरदार न कहकर इनसे दूरी बना लेनी चाहिए और इनके घोटालों, हवाला के जरिए चल रहे अवैध काले कारनामों से वैश्विक स्तर पर सरकार की बदनामी होने की आशंका है।
पलट में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कपका एवं महासचिव कहेलो ने सिरे से आरोपों का खंडन करते हुए किसी भी पप्रकार के अनैतिक लेन - देंन से इंकार किया है I
03:10 pm 17/11/2023