केजरीवाल के इस्तीफ़े की माँग कर रहे प्रदर्शनकारियों को दिल्ली पुलिस वाटर कैनन चला रोका
दिल्ली गेट के पास आज श्री वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में हजारों दिल्ली भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित हुए और फिर वहां से दिल्ली सचिवालय की ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा की मांग को लेकर बढ़े लेकिन उनको पुलिस ने वाटर कैनन मारकर रोक दिया। कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस द्वारा लगाये बैरिकेड्स को तोड़ने पर डिटेन किया गया। आई.टी.ओ. मेट्रो स्टेशन के पास बैरिकेड्स तोड़ के बाद श्री वीरेंद्र सचदेवा ने स्वयं पुलिस के तीसरे बैरिकेड्स पर खड़े होकर वाटर कैनन का सामना किया।
श्री वीरेंद्र सचदेवा और आज के प्रदर्शन कॉर्डिनेटर श्री आशोक गोयल के साथ सहस्रों कार्यकर्ता डिटेन किए गए जिन्हे केन्द्रीय जिला पुलिस द्वारा कमला मार्केट पुलिस स्टेशन ले जाया गया। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सरदार एम.एस. सिरसा, सांसद डॉ. हर्षवर्धन, श्री मनोज तिवारी और श्री रमेश बिधूड़ी, विधानसभा में विपक्षी नेता श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी सहित वरिष्ठ दिल्ली भाजपा नेता श्री पवन शर्मा, श्री हर्ष मल्होत्रा, श्री योगेंद्र चंदोलिया, सुश्री बांसुरी स्वराज, श्री विजेंद्र गुप्ता, श्री आदेश गुप्ता, श्री अजय महावर, श्री मोहन सिंह बिष्ट, श्री अभय वर्मा, श्री अनिल बाजपाई, श्री जितेंद्र महाजन, श्री आशीष सूद, श्री प्रवीण शंकर कपूर, श्री जय भगवान यादव, श्रीमती योगिता सिंह, श्री विनय रावत, श्री गजेंद्र यादव, श्री विष्णु मित्तल, श्री विनोद बचेटी, श्री किशन शर्मा, श्री बृजेश राय, श्री नीरज तिवारी, श्री मोहन लाल गिहारा, श्री विनोद सहरावत, श्री सी.एल. मीना, श्री अनीस अब्बासी, श्री सागर त्यागी, श्री अमित गुप्ता सहित सभी 14 जिला अध्यक्षों ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए उनके समक्ष उठाया मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए नारे लगाए।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेव ने प्रदर्शन करने वालों को संबोधित करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार अब एक पूर्णतः अवैध सरकार है, जो पुरानी हिंदी कहावत "चोरी और सीना जोरी" को सिद्ध कर रही है। केजरीवाल जेल से मुख्यमंत्री के रूप में जारी रहने की दिशा में जो रास्ता बना रहे हैं, वह न केवल नैतिक राजनीतिक उदाहरणों का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि यह भी दिखा रहे हैं कि उन्हें सरकार और पार्टी को अपनी व्यक्तिगत साम्राज्य समझते हैं। केजरीवाल को भ्रष्टाचार के आरोपों पर गिरफ्तार किया जाना पहला मामला नहीं है, महाल ही में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पुराने समय में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री जयललिता के उदाहरण हैं। अंतरराष्ट्रीय रूप में, हमें जापान, इटली और पाकिस्तान के विभिन्न देशों के प्रधानमंत्रियों के उदाहरण हैं। विदेशों के पी.एम. हों या भारत में सी.एम. सबने भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत इस्तीफा दिये हैं।
राष्ट्रीय सचिव सरदार मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल पहले यह कहते थे, "जब कोई घोटाला नहीं हुआ, तो साक्ष्य कहाँ से आयेंगे" और जब उच्च न्यायालय ने कहा, "जब साक्ष्य है, तो गिरफ्तारी क्यों नहीं?" तब कोर्ट के आदेश के बाद ही केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया। वकीलों की भीड़ के बावजूद, उन्हें जमानत नहीं मिली। यह वही केजरीवाल है जो कहते थे कि उन्हें सीएम की कुर्सी की कोई फ़िक्र नहीं है लेकिन आज वे शक्ति और पद के लिए पूरी तरह से पागल दिखाई देते हैं। आज, दिल्ली के हर बच्चे को पता है कि केजरीवाल भ्रष्ट हैं, और जल्द ही उनका पूरी तरह से पर्दा फाश होगा।
सरदार एम.एस. सिरसा ने कहा कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल पहले ही शराब घोटाले के लिए गिरफ्तार हैं और अब पंजाब में भी शराब घोटाले की जांच की मांग बढ़ रही है। जल्द ही हम पंजाब के सीएम को भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करते हुए भी देख सकते हैं।
06:11 pm 26/03/2024