
दिल्ली में भाजपा की चार इंजन की सरकार प्रदूषण के आंकड़े छिपाने के बाद अब डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के आंकड़े भी छिपाने लगी है। भाजपा की एमसीडी ने 6 अक्टूबर के बाद अब 3 नवंबर को मौसमी बीमारियों के आंकड़े जारी किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, डेंगू के 300, मलेरिया के 200 और चिकनगुनिया के 60 नए केस आए हैं। इसके साथ ही, एमसीडी मौसमी बीमारियों से होने वाली मौतों को छिपाने के लिए उसका आंकड़ा भी रिपोर्ट में नहीं दर्ज कर रही है। दिल्ली में बढ़ते डेंगू मलेरिया के केस को लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने मंगलवार को ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार एमटीएस कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने से रोक लेती तो डेंगू-मलेरिया के इतने केस नहीं आते।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व एमसीडी में नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने मंगलवार को कहा कि भाजपा ने तीन हफ्तों की रिपोर्ट छिपाई, जिसमें मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे थे। 6 अक्टूबर की आखिरी रिपोर्ट पेश करने के बाद अगली रिपोर्ट 3 नवंबर को जारी की गई। इस दौरान, जो एक महीने से भी कम समय है, मलेरिया के करीब 200 नए मामले, डेंगू के 300 नए मामले और चिकनगुनिया के 60 नए मामले दर्ज हो चुके हैं।
अंकुश नारंग ने कहा कि यह जानबूझकर जनता से जानकारी छिपाने का प्रयास है। इसके अलावा, भाजपा सरकार के पास इन बीमारियों के खिलाफ कोई जागरूकता अभियान भी नहीं चलाया गया। उन्होंने याद दिलाया कि अरविंद केजरीवाल '10 हफ्ते, 10 मिनट, 10 रविवार' अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करते थे, जिसमें पौधों, पशु-पक्षियों के आसपास एकत्र पानी निकालने, पानी की टंकियों को नियमित बदलने, बाल्टी-बाथरूम में पानी जमा न होने देने की सलाह दी जाती थी, ताकि लार्वा न पनपे। लेकिन भाजपा ने पूरे वर्ष कोई ऐसा अभियान नहीं चलाया, जिसका नतीजा यह हुआ कि केसों में तेजी से इजाफा हो रहा है। पांच सालों में मलेरिया और चिकनगुनिया के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
अंकुश नारंग ने एमसीडी के मल्टी-टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) कर्मचारियों की हड़ताल का जिक्र करते हुए कहा कि ये कर्मचारी, जो इन बीमारियों से बचाव का मुख्य कार्य करते हैं, 29 सितंबर से 1 नवंबर तक पूरे 33 दिनों तक हड़ताल पर रहे। स्ट्राइक खत्म होने के बावजूद रिपोर्ट छिपाई गई, ताकि सरकार की नाकामी उजागर न हो। दिल्ली की जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। इस हफ्ते दो मौतें हुई हैं, जिनकी जिम्मेदारी पूरी तरह भाजपा पर है।
अंकुश नारंग ने कहा कि कई मौतें और मामले छिपाए गए हैं, जो रिपोर्ट में दर्ज ही नहीं किए गए। रिपोर्ट छुपाने, जागरूकता अभियान न चलाने और कर्मचारियों की हड़ताल को नजरअंदाज करने पर भाजपा को शर्म आनी चाहिए। मेयर राजा इकबाल सिंह के पास न तो अभियान है, न जनता को जागरूक करने का कोई प्रयास है।