वाहनों की भीड़ के चलते टोल नाके बने प्रदूषण के हॉटस्पॉट खामियाजा भुगत रही है दिल्ली की जनता

दिल्ली: ग़ाज़ीपुर टोल प्लाज़ा आज एक गंभीर प्रदूषण हॉटस्पॉट बन चुका है, जिससे आसपास के इलाकों में रहने वाले बच्चों, बुज़ुर्गों और आम नागरिकों का स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेशों के बावजूद, दिल्ली के अंदर सभी टोल प्लाज़ा पर टोल टैक्स वसूली पर रोक होने के बावजूद, दिल्ली सरकार और भाजपा शासित एमसीडी आज भी अवैध रूप से टोल टैक्स वसूल रही है। एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष एवं आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में आज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया जमकर प्रदर्शन ।
एमसीडी में नेता के अनुसार सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण बहुत ज्यादा हो गया है, इसलिए टोल प्लाजा पर गाड़ी रोककर टोल टैक्स न वसूला जाए, लेकिन भाजपा इस गाइडलाइन को मानने को तैयार नहीं है। सिर्फ चंद पैसों के कारण इन्होंने बच्चों और बुजुर्गों को इस प्रदूषण के अंदर मरने के लिए छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि टोल टैक्स नाके पर रोजाना एक से डेढ़ किमी लंबी भीड़ लगती है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि इससे कितना प्रदूषण होता होगा। यह जगह प्रदूषण का ‘हॉटस्पॉट’ बनकर रह गई है। दिल्लीवासी आज परेशान हैं और आंकड़े बताते हैं कि औसतन चार में से तीन लोग बीमार हैं। हमें भाजपा की लापरवाही की वजह से रोजाना 15 सिगरेट के बराबर धुआं अपने फेफड़ों में लेना पड़ रहा है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गाइडलाइन दिए जाने के बाद भी भाजपा के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। सिर्फ थोड़ी सी वसूली के लिए इन्होंने दिल्ली की उस जनता की जिंदगी खतरे में डाल दी है, जिसने इन्हें 70 में से 48 सीटें दीं, सातों लोकसभा सांसद दिए और एमसीडी में भी मौका दिया। आज वही जनता इस जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर है। एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष ने आम आदमी पार्टी की तरफ से मांग रखी कि टोल टैक्स प्लाजा तुरंत प्रभाव से बंद होने चाहिए और इस तरह वसूली नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में भाजपा की चार इंजन वाली सरकार है। इसलिए इन्हें फंड की तो कोई कमी नहीं होगी। यह राजस्व दिल्ली सरकार या केंद्र सरकार से भी लिया जा सकता है, लेकिन जनता की जान ज्यादा महत्वपूर्ण है। वह एवं उनकी पार्टी इस मुद्दे को न सिर्फ समिति के अंदर, बल्कि सदन तक लेकर जाएंगे। आम आदमी पार्टी गाजीपुर के साथ-साथ कालिंदी कुंज, टिकरी बॉर्डर और रजोकरी के सभी टोल टैक्स नाकों को बंद करवाएगी, ताकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन हो सके और दिल्ली की जनता खुली हवा में सांस ले सके।
एमसीडी के सह-प्रभारी प्रवीण कुमार के अनुसार टोल टैक्स प्लाजा पर भारी जाम और भीड़भाड़ होती है। रात के समय तो इतनी गाड़ियां और ट्रक आते हैं कि दिल्ली एक तरह से ‘गैस चैंबर’ बन जाती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को 15 दिन हो गए हैं, लेकिन ये टोल उसी तरह चल रहे हैं। चार इंजन वाली भाजपा सरकार को कोई शर्म नहीं आती। भाजपा शासित एमसीडी को दिल्ली के बच्चों की सांसों की फिक्र नहीं है, लेकिन अपनी कमाई की फिक्र जरूर है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग आम आदमी के तंदूर तो बंद कर सकते हैं, लेकिन अपनी कमाई के अड्डे बंद नहीं कर सकते क्योंकि टोल टैक्स के ठेकेदार इन्हें मोटा चंदा देते हैं।
दिल्ली पूरी तरह गैस चैंबर में तब्दील हो गई है। भाजपा का नारा था ‘400 पार’, लेकिन आज सीटों के बजाय एक्यूआई 400 के पार जा रहा है। यह बेहद शर्मनाक है। स्वास्थ्य समिति इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाएगी और इन टोल टैक्स नाकों को बंद कराकर रहेगी, क्योंकि जनता की सांसों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। एमसीडी की सह-प्रभारी प्रीति डोगरा का मानना है कि जब तक प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं हो जाता, तब तक टोल टैक्स को पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। लेकिन कुछ पैसा कमाने, भ्रष्टाचार करने और ठेकेदारों की जेबें भरने के लिए अभी तक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि न तो भाजपा शासित एमसीडी सुन रही है, न दिल्ली सरकार और न ही केंद्र सरकार। भाजपा के लोग सत्ता के नशे में इस कदर चूर हैं कि दिल्ली की जनता को भूल गए हैं। इनका मकसद सिर्फ वोट चोरी करना, सत्ता में आकर बैठ जाना और बुलडोजर चलाना था।
07:54 pm 29/12/2025