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दिल्ली: एमसीडी सदन की विशेष बैठक में आम आदमी पार्टी के सभी निगम पार्षदों ने भाजपा के दलित विरोधी फैसले का जोरदार विरोध किया।35 सदस्यीय अनुसूचित जाति समिति को घटाकर सिर्फ 21 सदस्यीय कर दिया। ताकि सिर्फ अपनी सत्ता की राजनीति खेली जा सके। यह सिर्फ एक संख्या नहीं, दलितों के हक, हिस्सेदारी और सम्मान पर सीधा हमला है। एमसीडी के नेता विपक्ष अंकुश नारंग के अनुसार भाजपा शासित एमसीडी बार-बार साबित कर रही है कि उसे ना संविधान की परवाह है, ना दलित समाज के अधिकारों की। उनकी पार्टी हर मंच पर दलितों की आवाज़ बनकर खड़ी रहेगी।