बिहार में इलेक्शन ऑफ इंडिया द्वारा स्पेशल इंटेंसिव रवीजन ऑफ इलेक्टोरोल की प्रक्रिया के बारे में कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु का मानना है कि जितने भी आंकड़े इलेक्शन कमीशन द्वारा उपलब्ध करवाये जा रहे हैं वे बिहार की जमीनी हकीकत से परे हैं । 26 24 जून को इलेक्शन कमीशन द्वारा जारी आदेश की खुले आम अवहेलना हो रही है । उन्होंने बिहार की जानता की तरफ से चुनौती देते हुए कहा कि चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार बिहार की हर असेंबली से एक हजार लोगों को रेंडमली चुने और देखे कि प्रक्रिया का अनुपालन हुआ है कि नहीं । यदि 25 फीसदी भी सही है तो हम मान लेंगे
उन्होंने बताया कि बीएलओ द्वारा मतदाता का नाम जोड़ने के बाद आवेदन को किसी प्रकार की रसीद नहीं दी जा रही है । इस प्रक्रिया की सबसे बड़ी खामी यह है कि अंत में यह ईआरओ के अधिकार क्षेत्र में है कि वह किसका नाम मतदाता सूची में शामिल करे या निकेले । उनकी पार्टी इस मामले को सड़क से लेकर बिहार विधान सभा एवं लोकसभा में लेकर जाएगी और यदि जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जा सकता है ।