देश ने किया राजकीय संमान के साथ राजनीति के सितारे को अलविदा । जी हाँ बात कर रहे हैं गोवा के मुख्य-मंत्री मनोहर पार्रीकर की । गत रात अग्नाशय में केसर के चलते उनका निधन हुआ । वो एक साल से इस बिमारी से झूझ रहे थे ।
भूतपूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रीकर चार बार गोवा के मुख्य-मंत्री रहे हैं । उनकी छवि एक सुलझे हुए राजनायक की रही है जो विपक्ष के लिये भी प्रिय थे । प्रधान-मंत्री नरेंद्र भाई मोदी का नाम प्रघान-मंत्री पद के लिये सर्व-प्रथम अनुमोदन उन्हीं ने ही किया था ।
13 दिसंबर 1955 मापुशा गोवा मे जन्मे पार्रीकर आईआईटी मुंबई से स्नातक थे । उन्के व्यवसायिक जीवन की शुरूवात पुश्तेनी कारोबार से हुई । मात्र 26 वर्ष में वो संघ के संघचालक बने । राम जन्म भूमि आंदोलन में पार्रीकर की भूमिका सक्रिय रही ।
सदा जीवन और उच्च विचार उन्के जीवन का मूल-मंत्र था । एक बार वो पूणे की एक केंटीन में आम नागरिक की तरह भोजन कर रहे थे । आस-पास बैठे हुए लोगों को महसूस भी नहीं हुआ कि उन्के साथ खा रहा व्यक्ति रक्षा-मंत्री मनोहर पार्रीकर हैं ।
खुलास किसी द्वारा वायरल किये गये फोटो से हुआ । ओकसीजन सिलेंडर की पाइप नाक में लगी हुई थी और वो काम कर रहे थे । एैसे थे हरदिल अजीज मनोहर पार्रीकर । घनुष टंकार परिवार की दिवंगत नेता मनोहर पार्रीकर को भाव-भीनी श्रधांजली.....