दिल्ली 10 मई: शिरोमणी अकाली दल दिल्ली के युवा नेता जसमीत सिंह पीतमपुरा ने दिखाये कौम से खिलाफात करने वालों के लिये तीखे तेवर I कहा कि खिलाफात करने वालों को नहीं बख्शेगी पंथक I पंजाब के जालंधर का उदाहरण देते हुये कहा कि गुरु घर से निकलकर भाजपा में शामिल हुये ऐसे ही एक नेता को उप चुनावों के दौरान गद्दार कहकर संबोधित किया I उन्हे मजबूरन वहां से भागना पड़ा। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन में रहते हुये इस नेता की कारगुजारियों से पंथक वाकिफ I
युवा नेता ने अपने तीखे तेवर दिखते हुये किया भाजपा हाई कमान को कहा कि ऐसी कारगुजारियाँ करने वालों को शीग्र ही चलता करने में भलाई है । जो शख्स शिरोमणी अकाली दल का नहीं हुआ जिस पार्टी ने उसे सब कुछ दिया, मामूली वर्कर से सीधा पार्षद, युवा अकाली दल अध्यक्ष, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी में बतौर महासचिव से लेकर अध्यक्ष तक के पद पर बिठाया पर उसने पार्टी से विष्वासघात कर अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति हेतु आज भाजपा में शामिल है I क्या भरोसे के काबिल है ।