दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने पंजाब से विभिन्न ठिकानों से तीन अभियुक्तों को गिरफतार कर कनाडा एवं दुबई में नौकरी के लिये वीजा के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को किया नेस्तनाबूद।
गिरफतार अभियुक्तों में तरूण कुमार उम्र 43 साल कुराली (मोहाली), विनायक उर्फ बिन्नी उम्र 29 साल प्रोफेसर कालोनी सरहिंद डिस्ट्रिक्ट फतेहगढ एवं जगमोहन सिंह उम्र 25 सील रोड बहादुरगढ पटियाला का रहने वाला है।
इनका नेटवर्क देशभर में फैला था। इनके ज्यादातर शिकार केरल से हैं। ये लोग वीजा दिलवाने के लिये एडवांस के नाम पर 50000 से 200000 रूपये ऐंठ लेते थे। कुल मिलाकर वीजा के नाम पर 1500000 से 2000000 रुपये ऐंठ लिये जाते थे। यह रेट कंट्री टू कंट्र वेरी करते हैं। ये बिड़ला जी, फास्केट वीजा, वर्ल्ड वाइड फ्यूचर,ओवरसीज मास्टरमाइंड, रायल वीजा आदि कंपनियों के नाम से फर्जीवाड़ा चलाते थे। उनके सेक्टर 34A स्थित कार्यालय में 20 के लगभग कर्मचारी थे।
इनके कब्जे से 6 पासपोर्ट जिनपर फर्जी वीजा स्टेंप लगी थी, स्टेंप, सील, स्वाइप मशीन, लेपटॉप, फाइलें, लेमिनेशन मशीन, बारकोड प्रिंटर, बारकोड रोल आदि बरामद हुये। आरंभिक जांच से पता चला है कि ये लोग 1000 से भी अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं।मामले पर तहकीकात जारी है।