
गुजरात में पिछले चार साल के दौरान करीब 16,000 करोड़ कीमत की ड्रग्स पकड़ी गई, लेकिन इन मामलों में कोई भी दोषी नहीं पाया गया है । कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल जी देसाई ने किया खुलासा कहा कि गुजरात में ज्यादातर ड्रग्स अडानी के मुंद्रा पोर्ट से जब्त होती है, लेकिन ड्रग्स को भेजने वाले के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं होती और ना ही कोई कार्रवाई होती है । उनका कहना है कि गुजरात के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, करीब 17.35 लाख युवा नशे के चुंगल में फंसे हैं। स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के बगल में स्थित शराब और ड्रग्स के ये अवैध अड्डे चिंता का विषय हैं। वह इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस के राष्ट्रीय मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे ।
गुजरात में हर महीने 3500 करोड़ रुपये का अवैध धंधा चलता है। शराब तस्करी के लिए बड़ी गाड़ियों का लाखों का हफ्ता फिक्स है। जब गाड़ी का मालिक एक जगह पर रिश्वत देता है, तो उसे एक टोकन दिया जाता है, जिससे वह अपना वाहन बाकी जगहों पर भी बिना रोक-टोक ले जा पाता है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस की सक्रियता दिखाने के लिए 100 ट्रकों में से पांच ट्रकों को पकड़वा दिया जाता है, जबकि 95 ट्रक धड़ल्ले से शराब लेकर घूमते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि केवल बनासकांठा जिले से पुलिस को 45 लाख रुपये की हफ्ता वसूली होती है।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के उस बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में राजस्व के बाद दूसरा सबसे भ्रष्ट विभाग गृह मंत्रालय है।