73 वें स्वतंत्रता दिवस की खासियत,आजादी के 72 साल बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर की ग्राम पंचायतों में भी फहराया गया तिरंगा । देश में जम्मू-कश्मीर ही अकेला राज्य था जिसका अलग झंडा, अलग संविधान और विशेष अधिकार ।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी का संकल्प एक राष्ट्र एक संविधान और समान अधिकार पूरा हुआ । दिल्ली के लाल किले पर ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री के संबोधन के इस बार के केंद्र बिंदू थे प्लास्टिक मुक्त भारत वा जल ही जीवन है ।
मात्र तीन महीनों में अपनी सरकार की उपलब्धियां ट्रिपल तलाक पर रोक,कश्मीर से धारा 370 का खात्मा और चांद्रायण का जिकर करते हुए आतंकवाद से निपटने एवं जनसंख्या पर नियंत्रण पर बल दिया ।
देश भर से 15 अगस्त मनाये जाने के समाचार मिले हैं । राजनीतिक दलों के मुख्यालयों, स्थाननीय निकायों वा सामाजिक संस्थानों ने भी ध्वजारोहण वा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया । आम नागरिकों ने पतंगबाजी कर आजादी का जश्न मनाया ।
आइये शामिल हो जायें आजादी के जशन में और गाऐं “मेरी शान तिरंगा है मेरी जान तिरंगा है”