जीएचपीएस स्कूल के मामले में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान सरदार हरमीत सिंह कालका ने किया खुलासा I सारी देनदारियाँ उनके कार्यकाल से पहले की है इसलिए जबवाबदेही तत्कालीन प्रबंधन की हैं फिर भी मामले को निपटाने में करेंगे सहयोग I हरी नगर स्कूल की बात करते हुये उन्होने बताया कि जब इस स्कूल को जत्थेदार अवतार सिंह हित को स्कूल दिया गया था इसमे केवल 130 बच्चे पढ़ते थे जिनके लिए हित द्वारा 50 लोगों के स्टाफ की नियुक्ति की गई । तत्कालीन प्रधान सरदार मनजीत सिंह जी.के. के कार्यकाल ( 2013 से 2019) में 7 करोड़ 80 लाख 92 हज़ार 165 रुपये की राशि स्कूल के लिए दी गई I हरमीत सिंह कालका का आरोप है कि रकम निकलवा कर तत्कालीन प्रधान को हिस्से के रूप में पहुंचा दी गई । प्रबंधन की ट्रेजरी मे 130 करोड़ रुपये छोड़े जाने को बेबुनियाद बताते हुये वर्तमान प्रधान ने कहा वक्त आने पर संगत के सामने करेंगे खुलासा I
वर्तमान प्रधान के अनुसार अकाल तख्त साहिब के ज्ञानी जोगिंदर सिंह वेदांती ने भानू मूर्ति द्वारा गुरबाणी के किये अनुवाद के साथ गुरबाणी की हुई बेअदबी के मामले में जत्थेदार अवतार सिंह हित पूर्व अध्यक्ष, प्रहलाद सिंह चंडोक पूर्व अध्यक्ष, परमजीत सिंह सरना उस समय के अध्यक्ष व उनके अन्य साथियों को तनख्वाहिया करार दिया था। सपष्ट आदेश दिया था कि वे श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश हों तथा भूल बख्शायें।आज 17 वर्ष बाद भी जत्थेदार हित व परमजीत सिंह सरना ने श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का पालन नहीं किया तथा भूल नहीं बख्शाई।