दिल्ली: विधान सभा के मानसून सत्र के पहले दिन सोलर से प्रकाशमान एवं ई-विधान एप्लिकेशन से लेस विधान सभा के नए स्वरूप के लिए आभार प्रकट करते हुए ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तृत रूप से चर्चा का प्रस्ताव पेश किया गया । विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में दिनांक 22 अप्रैल 2025 को आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या को देश की राष्ट्रीय एकता,अखंडता एवं सार्वजनिक सुरक्षा के विरुद्ध सुनियोजित और संगठित आतंकवाद की कुटिल मानसिकता का परिचायक बताया । इस हमले में दिवंगत आत्माओं के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतृप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त की । साथ ही जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना की भूमिका की तारीफ करते हुए प्रधान मंत्री का आभार प्रकट किया ।
अभय वर्मा द्वारा पेश किए गए इस चर्चा प्रस्ताव को विधायक अजय महावर, तरविंदर सिंह मारवाह एवं अरविंदर सिंह लवली ने आगे बढ़ाया एवं सदन में उपस्थित सभी विधायक चर्चा का हिस्सा बने एवं अपने विचार प्रगट किए । चर्चा के दौरान बीच बीच में पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हुई । आम आदमी पार्टी के बुराड़ी से विधायक संजीव झा को सदन की अवमानना का आरोप लगाकर मार्शलस की सहायता से सदन से बाहर कर दिया । जिसको लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ । विधायक संजीव झा का कहना है कि विधानसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान उन्होंने एक सवाल किया था कि जब हमारी सेना पाकिस्तान के ऊपर हमला कर रही थी तो बढ़त होने के बाद भी सीजफायर क्यों किया गया, वो भी पहले अमेरिका ने अनाउंस करने पर ? उन्हें सदन से बाहर निकाल दिया गया। उनका कहना है कि आज उन्हें तो सदन से बाहर निकाल दिया लेकिन देश की 140 करोड़ की जनता और उनके सवालों को कैसे बाहर निकालोगे? कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में रही एवं सदन की कार्यवाही निर्बाध चली ।