दिल्ली: इंडी गठबंधन के चुनाव आयोग से मिलने जा रहे सांसदों को बीच में रोककर गिरफ्तार किए जाने पर बोले लोकसभा के नेता विपक्ष एवं कांग्रेस के शीर्षस्थ नेता राहुल गांधी आज वोट की सच्चाई अब देश के सामने है । उनकी लड़ाई राजनीतिक नहीं लोकतंत्र, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार की रक्षा की लड़ाई है। इंडी गठबंधन का एकजुट विपक्ष एवं देश का हर मतदाता की माँग साफ-सुथरी वोटर लिस्ट है । वयवस्था के मद्देनजर चुनाव आयोग ने केवल 30 प्रतिनिधियों को मिलने की इजाजत दी थी ।
संसद के मकर द्वार से लेकर निर्वाचन सदन तक मार्च निकालता हुआ राज्य सभा एवं लोक सभा के इंडी गठबंधन के सांसदों का समूह निर्वाचन आयुक्त को ज्ञापन सौंपने जा रहा था । कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित गठबंधन के विभिन्न घटकों के शीर्षस्थ नेता शामिल थे । निर्धारित संख्या से अधिक होने के कारण समूह को बीच रास्ते में रोक दिया गया । जबरदस्ती किए जाने पर गिरफ्तार कर लिया गया ।
नेता विपक्ष का तर्क है कि यदि चुनाव आयोग सभी सांसदों को बुलाता, तो वे मीटिंग में अपना-अपना पक्ष रखते ।