दिल्ली: विधानसभा परिसर में 9 अगस्त 2022 को दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उद्घाटन किए गए फांसी घर की प्रमाणिकता पर नियम 271 के अंतर्गत चर्चा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने किया नया खुलासा परिसर में कथित फांसीघर बनवाने पर 1,04,49,279 रूपए खर्च कर इस हेरिटेज बिल्डिंग की विरासत को बदला गया, इतिहास के साथ छेड़खानी कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की गई ।
दिल्ली को भारत की राजधानी बनाये जाने के बाद सन 1912 में 40 लाख डॉलर की लागत पर इस परिसर का निर्माण हुआ था । जिसका नक्शा तत्कालीन आर्किटेक्ट मिस्टर थॉमस द्वारा तैयार किया गया था। इस नक्शे को भी सदन में दिखाया गया । नक्शे में स्पष्ट उल्लेख है कि सदन के दोनो तरफ लिफ्ट चैंबर थे जिनका इस्तेमाल ऊपर के माले में भोजन ले जाने के लिए किया जाता था।मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सदन में बताया कि उन्होंने अन्य विधायकों के साथ दोनों चैंबरों का मुआयना किया है । उनका मानना है कि ढाई फिट की दीवार पर किसी को फांसी दिया जाना असंभव है ।
जल्द ही दिल्ली में याने कि 24 एवं 25 अगस्त को अखिल भारतीय स्पीकर सम्मेलन संभावित है। जाहिर है कि सम्मेलन में दिल्ली सरकार दिल्ली विधान सभा के पूर्ण डिजिटलीकरण एवं सौर्य ऊर्जा के उपयोग को मॉड्यूल के रुप शमिल विधानसभाओं के अध्यक्षों को दिखाया जायेगा । सम्मेलन से पहले विवाद की इस पोटली का निपटारा होना जरूरी है।