दिल्ली: कांग्रेस की अगुवाई में इंडी गठबंधन के घटकों ने प्रेस वार्ता के माध्यम से भारतीय चुनाव आयोग की भूमिका पर लगाया प्रश्न चिह्न मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की गत रविवार हुई प्रेस वार्ता का हवाला देते हुए कहा कि विपक्ष द्वारा बिहार में एसआईआर की प्रक्रिया पर उठाये गए सवालों पर चर्चा ना कर अपनी जिम्मेदारी से भागने की कोशिश कर रहा है चुनाव आयोग । उनका कहना है कि आम आदमी देने के मतदान के अधिकार पर जीवित है लोकतंत्र । सुप्रीम कोर्ट ने भी प्रक्रिया के दौरान मतदाता सूची से हटाए गये 65 मतदाताओं का क्रमवार ब्योरा तलब किया है । कांग्रेस के सांसद गौरव गोगई की अगुवाई में आयोजित इस प्रेस वार्ता में समाजवादी पार्टी से रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस से महुआ मोईत्रा, आम आदमी पार्टी से संजय सिंह, शिव सेना उद्धव से अरविंद सावंत, आरजेडी से मनोज झा सहित 9 दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए ।
इंडी गठबंधन के उपस्थित प्रतिनिधियों का मानना है कि चुनाव आयोग को कानून के दायरे में लेकर जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए । आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के अनुसार इस प्रक्रिया के दौरान बिहार में 65 लाख वोट काटे गए लेकिन हैरानी इस बात की है कि एक भी नया वोट ऐड नहीं किया गया । घटक दलों के उपस्थित प्रतिनिधियों का मानना है कि यह एसआईआर नहीं है वोट काटो योजना है । इसके खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा । उनके पास विकल्प हैं जिनका अख्तियार परिस्थितियों के अनुसार होगा ।