राजनीति का स्वाद चखना है तो तरन तारन से चुनाव लड़ें ज्ञानी हरप्रीत सिंह :सरना
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान और शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली इकाई) के प्रधान परमजीत सिंह सरना ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर सियासी हमला करते हुए कहा कि अगर गियानी हरप्रीत सिंह को राजनीति का स्वाद चखना है तो उन्हें तरन तारन का उपचुनाव लड़ना चाहिए। सरना ने कहा कि तरन तारन का उपचुनाव क्षेत्र एक ऐसा हल्का है, जिसे पंथक हल्का कहा जाता है।
सरना ने कहा कि भले ही गियानी हरप्रीत सिंह ने कोई भी राजनीतिक चुनाव लड़ने से इंकार किया है, लेकिन इसके पीछे भी उनकी राजनीति झलकती है। क्योंकि गियानी हरप्रीत सिंह जानते थे कि पार्टी के सिर पर उपचुनाव आ खड़ा है। उन्हें यह भी पता था कि इस उपचुनाव के लिए पार्टी के प्रतिनिधि उनका नाम पेश कर सकते हैं, इसी लिए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने राजनीतिक खेल खेलते हुए खुद को चुनाव लड़ने से दूर रखने का ऐलान कर दिया।
सरना ने कहा कि अगर पार्टी राजनीतिक है, तो पार्टी प्रधान कैसे गैर-राजनीतिक हो सकता है? उन्होंने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह एक राजनीतिक धड़े के प्रधान हैं और बीबी सतवंत कौर को धार्मिक धड़े की चेयरपर्सन बनाया गया है। अगर बीबी सतवंत कौर यह ऐलान करें कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी, तो वह बात समझ आती है, लेकिन ज्ञानी हरप्रीत सिंह का प्रधान बनकर यह कहना कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे – यह भी एक बड़ी राजनीति का हिस्सा है।
सरना ने कहा कि जो व्यक्ति 15 लाख की भर्ती का दावा करता है, वह इस हल्के में यह भी देख सकता है कि उसे कितने लोगों का समर्थन मिला है। जिसमें उसने कार्यकर्ताओं की भर्ती की है। चुनावों के नतीजों के बाद सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
तरन तारन हल्के में भाई मनजीत सिंह, बीबी सतवंत कौर आदि जैसे बड़े पंथक नेता भी इनके साथ हैं। चुनाव न लड़ने का कहकर गियानी हरप्रीत सिंह राजनीति से भाग रहे हैं और केवल एक प्रतीकात्मक प्रधान की भूमिका निभा रहे हैं। सरना ने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह को तरन तारन की उपचुनाव लड़कर दूध का दूध और पानी का पानी कर देना चाहिए।
06:12 pm 17/08/2025