दिल्ली: 2011 में निर्मित इस विधान सभा परिसर में समय के साथ कई अनकहे राज एवं किस्से दफन हैं । जिन्हें एग्जीबिशन एवं दस मिनट की डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से प्रमाण एवं उपलब्ध दस्तावेजों के साथ 24 एवं 25 अगस्त को होने वाली राष्ट्रीय स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस में दर्शाया जायेगा।
दिल्ली विधान सभा के अध्यक्ष विजेंदर गुप्ता द्वारा मीडिया से रुबरू होकर दी गई जानकारी के अनुसार इस कॉन्फ्रेंस में पश्चिम बंगाल के अलावा सभी राज्यों की विधानसभाओं के स्पीकर, डिप्टी स्पीकर एवं सचिवों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है । वेस्ट बंगाल द्वारा निमंत्रण स्वीकार नहीं किए जाने के समाचार मिले हैं।
गौर फरमाने की बात यह है कि 24 अगस्त 1925 को 11.00 बजे इसी परिसर के पटल पर भारत के प्रथम निर्वाचित स्पीकर विठ्ठल भाई पटेल ने शपथ ग्रहण की थी । इसी परिसर में सदन के पटल पर चुने हुए भारतीय प्रतिनिधियों ने रॉलेट एक्ट का विरोध किया था ।
प्रदर्शनी में लार्ड इरविन के साथ वल्लभ भाई पटेल के संवाद के दस्तावेज, महात्मा गांधी एवं विठ्ठल भाई पटेल के मध्य संवाद के दस्तावेज यहां तक की भगत सिंह को फांसी एवं डेथ सर्टिफिकेट को दर्शाया गया है ।
कांफ्रेंस के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री , लोकसभा में नेता विपक्ष सहित राज्य एवं केंद्रीय मंत्रियों एवं राजनीतिक दलों के शुभकामना संदेश प्राप्त हो गए हैं। यह परिसर आजादी से पहले और बाद के सियासी परिवेश का साक्षी रहा है । इतिहास के गर्भ में छिपे इन अनगिनत किस्सों से रूबरू होंगे कॉन्फ्रेंस में शामिल स्पीकर्स एवं आमंत्रित गेस्ट ।